अमित शाह से मिलने के लिए उनके घर तक मार्च करेंगे शाहीन बाग के प्रदर्शनकारी
नागरिकता कानून (CAA) और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजंस (NRC) के खिलाफ धरने पर बैठे शाहीन बाग के प्रदर्शनकारी आज गृह मंत्री अमित शाह से मिलने के लिए उनके घर तक पैदल मार्च करेंगे। ये मार्च दोपहर 2 बजे शुरू होगी। हालांकि पुलिस से अभी तक इसकी इजाजत नहीं मिली है। अमित शाह के CAA के विरोधियों से बातचीत करने के लिए तैयार होने की बात कहने के बाद शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों ने उनसे मिलने का फैसला किया है।
दो महीने से धरने पर बैठी हुई हैं शाहीन बाग की महिलाएं
मुस्लिमों को CAA के दायरे से बाहर रखने और इसके बाद NRC लाए जाने की आशंकाओं के बीच दिसंबर में शाहीन बाग की महिलाएं सड़क पर धरने पर बैठ गईं थीं। इस धरने को अब लगभग दो महीने हो चुके हैं। हालांकि उनके सड़क पर धरने पर बैठने के कारण ट्रैफिक की भी समस्या हो रही है और कालिंदी कुंज रोड को बंद करना पड़ा है। इसके कारण कुछ लोग प्रदर्शनकारियों को रोड से हटाने की मांग कर रहे हैं।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में छाया रहा शाहीन बाग का मुद्दा
शाहीन बाग में धरने का मुद्दा दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी खूब छाया रहा और भाजपा नेताओं ने इसे लेकर खूब भड़काऊ बयान दिए। अमित शाह ने लोगों से वोट के जरिए शाहीन बाग तक "करंट" पहुंचाने की बात कही, वहीं पश्चिमी दिल्ली से सांसद प्रवेश वर्मा ने दो कदम आगे जाते हुए कहा कि अगर शाहीन बाग में प्रदर्शन जारी रहता है तो दिल्ली में 'कश्मीर जैसी स्थिति' हो जाएगी, जहां प्रदर्शनकारी 'घरों में घुसकर बहन-बेटियों का रेप करेंगे।'
अमित शाह ने कहा, CAA पर बातचीत करने को तैयार
इस बीच इसी हफ्ते 'टाइम्स नाउ समिट' में बोलते हुए अमित शाह ने कहा कि वे CAA के विरोधियों से बातचीत करने को तैयार हैं। उन्होंने कहा था, "हर किसी के पास शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने का अधिकार है। मैं कहना चाहता हूं कि जिस किसी को भी नागरिकता कानून को लेकर दिक्कत है वह मेरे ऑफिस में बात करके समय लें। समय लेने के तीन दिन के भीतर मैं उनसे मिलूंगा और इस मुद्दे पर बातचीत करुंगा।"
शनिवार को मंच से की गई मार्च की घोषणा
शाह के इस प्रस्ताव के बाद शनिवार सुबह खबर आई कि शाहीन बाग की दादियों समेत कुछ लोगों का डेलीगेशन उनसे मिलने उनके घर जा सकता है। लेकिन इसके बाद प्रदर्शनकारियों के बीच बैठक हुई और शनिवार शाम को मंच से घोषणा की गई कि सभी प्रदर्शनकारी मार्च करके शाह से मिलने उनके घर जाएंगे। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि चूंकि प्रदर्शन में शामिल हर एक बच्चा अपने आप में एक डेलीगेशन है, इसलिए सभी प्रदर्शनकारी शाह से मिलने जाएंगे।
अभी तक नहीं मिली मार्च की अनुमति
इस घोषणा के बाद प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली पुलिस के पास मार्च की अनुमति के लिए आवेदन दिया, लेकिन अभी तक इसकी अनुमति नहीं मिली है। वहीं गृह मंत्रालय ने भी अमित शाह से मिलने के लिए प्रदर्शनकारियों की तरफ से कोई आवेदन न मिलने की बात कही है। प्रदर्शनकारियों के शाह के घर तक मार्च करने की जानकारी मिलने के बाद जिलाधिकारी समेत कई अधिकारी उनसे मिलने पहुंचे और केवल 10 लोगों के जा सकने की जानकारी दी।
दादियां बोलीं- बेटे से मिलने के लिए कैसी अनुमति?
अमित शाह से मिलने के लिए अनुमति के सवाल पर शाहीन बाग की दादियों ने कहा, "जिस तरह प्रधानमंत्री के लिए हम उनकी मां हैं, वैसे ही गृह मंत्री हमारे लिए बेटे हैं। क्या एक मां अपने बेटे से मिलने के लिए अनुमति लेती है, नहीं ना? हम अपने बेटे से मिलने जा रहे हैं और मिलकर वापस आ जाएंगे।" दादी सरवरीका ने कहा कि अगर सरकार NRC, NPR और CAA वापस ले लें तो प्रदर्शनकारी सड़क से हट जाएंगे।