पंजाब में सीमा के पास फिर देखा गया पाकिस्तानी ड्रोन, तीन दिन में तीसरी घटना
क्या है खबर?
बुधवार को पंजाब में एक बार फिर पाकिस्तानी ड्रोन को देखा गया।
सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवानों ने शाम 07:20 बजे भारत-पाकिस्तान सीमा के पास स्थित फिजोरपुर जिले के हजारसिंह वाला गांव के ऊपर पाकिस्तानी ड्रोन को उड़ते देखा।
इसके बाद ड्रोन को रात 10:10 बजे तेंदीवाला गांव के ऊपर देखा गया।
बता दें कि इलाके में लगातार तीन दिन से ड्रोन देखे जा रहे हैं और ये तीसरी ऐसी घटना है।
लगातार देखे जा रहे ड्रोन
सोमवार और मंगलवार रात को भी देखे गए ड्रोन
इससे पहले सोमवार रात को तीन बार एक पाकिस्तानी ड्रोन्स को उड़ते देखा गया था।
खबरों के अनुसार, इनमें से एक तो भारतीय सीमा के एक किलोमीटर अंदर तक आ गया था।
जब सुरक्षा बलों ने इसका पीछा किया तो इसकी लाइटें बुझ गईं और ये अचानक गायब हो गया।
इसके बाद मंगलवार रात को भी ग्रामीणों ने एक और ड्रोन को भारतीय सीमा में उड़ते देखा था। उन्होंने इसकी तस्वीरें भी लीं थीं।
बयान
पंजाब पुलिस ने जांच के लिए बनाई टीमें
जिला SP सुखविंदर सिंह ने मामले पर बयान देते हुए कहा, "पिछले दो दिनों से हमने पाकिस्तान के साथ सीमा के पास एक ड्रोन जैसी वस्तु को उड़ते देखा है। हमने जांच के लिए टीमें बनाई हैं और BSF को भी सूचना दे दी है।"
साजिश
हथियार भेजने के लिए ड्रोन्स का इस्तेमाल कर रहा पाकिस्तान
बता दें कि पिछले महीने पंजाब पुुलिस ने जानकारी दी थी कि भारत में हथियार पहुंचाने के लिए पाकिस्तान ड्रोन्स का इस्तेमाल कर रहा है।
पुलिस ने 10 दिन के अंदर हुई आठ ऐसी घटनाओं की जानकारी दी थी जब ड्रोन्स की मदद से भारतीय सीमा में AK-47 राइफलों, बमों, पिस्टलों और सैटेलाइट फोनों को गिराया गया।
ये ड्रोन्स 10 किलोग्राम वजन हथियार लेकर उड़ सकते हैं।
इस सूचना के बाद भारतीय सेना और BSF चौंकन्ने हो गए थे।
चुनौती
जम्मू-कश्मीर के आतंकियों के लिए भेजे जा रहे हथियार
अधिकारियों के अनुसार, इन हथियारों को जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तानी आतंकियों के लिए भेजा जा रहा है।
अनुच्छेद 370 पर भारत सरकार के फैसले और सुरक्षा एजेंसियों की सख्ती के कारण पाकिस्तान सीधे कश्मीर में अपने आतंकियों की मदद नहीं कर पा रहा है और इसलिए पंजाब रूट के जरिए उन्हें मदद भेजने की कोशिश कर रहा है।
ये ड्रोन भारतीय सुरक्षा बलों के लिए एक नई चुनौती बनकर उभरे हैं और इनसे सुरक्षा को भी खतरा है।
तकनीक की कमी
इसलिए ड्रोन्स को पकड़ नहीं पा रही BSF
BSF के पास ऐसी कोई तकनीक नहीं है जो छोटे ड्रोन को पकड़ सके।
वायुसेना ने सीमा के पास कई इलाकों में रडार लगाए हुए हैं, लेकिन इनके पास छोटे ड्रोन्स को पकड़ने की क्षमता नहीं है और केवल बड़े ड्रोन्स को पकड़ सकती है।
इसी कारण BSF और सुरक्षा एजेंसियां इनसे निपटने में असफल साबित हो रही हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार, इससे निपटने के लिए भारत को अपने रडार क्षमता को मजबूत करना होगा।