आंध्र प्रदेश: प्रयोगशाला में अमोनिया गैस के रिसाव से 150 महिलाओं की तबीयत बिगड़ी
आंध प्रदेश में अनकापल्ली जिले के ब्रैंडिक्स स्पेशल इकोनॉमिक जोन (SEZ) में स्थित एक प्रयोगशाला में अत्यंत जहरीली अमोनिया गैस का रिसाव होने से पास ही स्थित कपड़ा फैक्ट्री में काम करने वाली 150 से अधिक महिलाओं की तबीयत बिगड़ गई। इसके बाद महिलाओं को SEZ स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार दिया गया और उसके बाद अनकापल्ली और विशाखापट्टनम के अस्पतालों में भेज दिया। घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
दोपहर में हुआ गैस का रिसाव- SP
पुलिस अधीक्षक (SP) गौतमी साली ने बताया कि SEZ के अच्युतपुरम में स्थित पोरस कैमिकल प्रयोगशाला में दोपहर में अचानक जहरीली अमोनिया गैस का रिसाव हो गया था। इससे पास ही स्थित कपड़ा फैक्ट्री में दोपहर के भोजन के लिए बैठी महिलाओं को आंखों में जलन, जी खराब होनो, चक्कर और उल्टी की शिकायत होने लग गई। उन्होंने बताया कि शुरुआत में चार महिलाएं बेहोश हो गई थी और 26 की तबीयत बिगड़ी थी। उन्हें तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया।
शाम तक बिगड़ी 150 से अधिक महिलाओं की तबीयत
SP ने बताया कि 30 महिलाओं को अस्पताल पहुंचाने के बाद आस-पास के क्षेत्र के अन्य महिला कर्मचारियों की भी तबीयत बिगड़ने लग गई थी। इसके बाद आधा दर्जन एंबुलेंस की मदद से महिलाओं को SEZ के स्वास्थ्य केंद्र के साथ अनकापल्ली और विशाखापट्टनम के अस्पतालों में पहुंचा गया। उन्होंने बताया कि उपचार के बाद सभी महिलाओं की हालत में सुधार है। इस दौरान प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों ने प्रयोगशाला पहुंचकर गैर रिसाव बंद कराया।
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रिसाव के कारणों का नहीं हो सका है खुलासा- SP
SP ने बताया कि फिलहाल गैस के रिसाव के कारणों का खुलासा नहीं हो सका है। प्रथम दृष्टया प्रयोगशाला में स्क्रबर के खराब होने से गैस रिसाव होना माना जा रहा है। उन्होंने बताया कि घटना के बाद SEZ में संचालित सभी फैक्टि्रयों को बंद करा दिया गया है और कर्मचारियों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है। घटना के बाद पूरे इलाके को सेनेटाइज कर दिया गया है। फिलहाल स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है।
बीमार महिलाओं की हालत में है सुधार- उद्योग मंत्री
राज्य के उद्योग मंत्री गुडिवाड़ा अमरनाथ ने कहा कि बीमार महिलाओं की हालत में अब सुधार है और स्थिति नियंत्रण में है। शुरुआत में कुछ महिला कर्मचारी बेहोश हो गई थी, जबकि अधिकतर को आंखों में जलन और उल्टी की शिकायत हुई थी। उसके बाद सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अनाकापल्ली जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी हेमंत कुमार ने कहा कि प्राथमिक उपचार के बाद अधिकतर महिला श्रमिकों की तबीयत में सुधार है।
मुख्यमंत्री ने दिए घटना की जांच के आदेश
मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने गैस रिसाव के बारे में वरिष्ठ अधिकारियों से बात कर महिला श्रमिकों के स्वास्थ्य की जानकारी ली और घटना की जांच करने के साथ भविष्य में इसकी पुनरावृत्ति रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिए हैं।
मई 2020 में भी हुई थी गैस रिसाव की घटना
बता दें कि आंध्र प्रदेश में गैस रिसाव की यह पहली घटना नहीं है। मई 2020 में भी विशाखापट्टनम की पॉलिमर इंडस्ट्री में अचानक स्टाइरीन गैस का रिसाव होने से बड़ा हादसा घटित हुआ था। NDRF ने इस घटना में 11 लोगों की मौत की पुष्टि की थी और मरने वालों में आठ साल की बच्ची भी शामिल थी। उस गैस रिसाव हादसे में 5,000 से अधिक लोग बीमार हुए थे। उसके बाद मामले की विशेष जांच कराई गई थी।