
ED ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जगन रेड्डी के 27.5 करोड़ रुपये के शेयर जब्त किए
क्या है खबर?
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शुक्रवार को एक-दूसरे के साथ लेन-देन के मामले में आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जगन रेड्डी के 27.5 करोड़ रुपये के शेयर जब्त कर लिए हैं।
साथ ही केंद्रीय एजेंसी ने इसी मामले में डालमिया सीमेंट्स (भारत) लिमिटेड (DCBL) की 377.2 करोड़ रुपये की जमीन भी जब्त की है। हालांकि, DCBL ने जब्त संपत्ति की कीमत 793.3 करोड़ रुपये बताई है।
ED की हैदराबाद इकाई ने कार्रवाई 14 साल पुराने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में की है।
जांच
ED ने रेड्डी के 3 कंपनियों के शेयर जब्त किए हैं
ED ने YSR कांग्रेस के प्रमुख रेड्डी की कार्मेल एशिया होल्डिंग्स, सरस्वती पावर एंड इंडस्ट्रीज और हर्षा फर्म के शेयरों को जब्त किया है।
ED ने DCBL को 31 मार्च को कुर्की का आदेश जारी किया था, जो कंपनी को 15 अप्रैल को मिला। DCBL की खरीदी गई भूमि का मूल्य 377 करोड़ रुपये था।
DCBL ने भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) को कुर्की के बारे में सूचित किया और बताया कि वह आदेश की समीक्षा कर रही है।
घटना
क्या है मामला?
ED की यह कार्रवाई 2011 में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) द्वारा पहली बार दर्ज मामले से जुड़ी है। तब रेड्डी मुख्यमंत्री नहीं थे।
आरोप है कि DCBL ने रेड्डी से जुड़ी कंपनी रघुराम सीमेंट्स लिमिटेड 95 करोड़ रुपये निवेश किया था और बदले में, रेड्डी ने अपने पिता और तत्कालीन मुख्यमंत्री YS राजशेखर रेड्डी से राजनीतिक प्रभाव का उपयोग कर DCBL को कडप्पा जिले में 407 हेक्टेयर के लिए खनन पट्टा दिया था।
एजेंसियों ने इसे रिश्वत बताई थी।
जांच
CBI ने 2013 में दायर किया आरोपपत्र
इसके बाद CBI ने जांच कर रेड्डी, DCBL और अन्य के खिलाफ भारतीय दंड संहिता, भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम और अन्य धाराओं में आरोपपत्र दाखिल किया था।
मामले में ईश्वर सीमेंट्स से DCBL को खनन पट्टे का हस्तांतरण भी शामिल है।
इसके अलावा आरोप है कि रेड्डी ने ऑडिटर और पूर्व सांसद वी विजया साई रेड्डी और DCBL के पुनीत डालमिया के साथ मिलकर रघुराम सीमेंट में अपने शेयर फ्रांसीसी कंपनी PARFICIM को 135 करोड़ रुपये में बेचने का समझौता दिया।