आंध्र प्रदेश: भारी बारिश से अब तक 17 की मौत, 100 से अधिक लोग लापता
बंगाल की खाड़ी पर बने कम दबाव के कारण आंध्र प्रदेश में शुक्रवार को रायलसीमा के तीन जिलों एवं एक दक्षिणी तटीय जिले में भारी बारिश ने भयंकर तबाही मचाई है। इन जिलों में वर्षाजनित हादसों में अब तक 17 लोगों की मौत हो चुकी है और 100 से अधिक लोग लापता है। इसके अलावा बारिश के कारण 1,544 घर क्षतिग्रस्त हो गए और 3.4 हेक्टेयर कृषि भूमि जलमग्न हो गई और सैकड़ों मवेशियों की मौत हो गई।
अनंतपुर जिले में मकान के गिरने से तीन बच्चों सहित चार की मौत
अनंतपुर जिले के कादिरी में भारी बारिश के कारण एक पुरानी तीन मंजिला इमारत भरभरा कर गिर गई। इसके मलबे में दबने से तीन बच्चों और एक बुजुर्ग महिला की मौत हो गई। घटना स्थल पर राहत और बचाव कार्य जारी है। मलबे में अब भी चार से ज्यादा लोगों के फंसे होने की आशंका है। इसी तरह शुक्रवार को चेयेरू नदी पर बने बांध टूटने से तीन से अधिक लोगों की मौत हो गई थी और कई लापता हैं।
बारिश के कारण बंद हुए तिरुमाला हिल्स के रास्ते
बारिश से घाट रोड और तिरुमाला हिल्स के रास्ते बंद हो गए हैं। स्वर्णमुखी नदी में बाढ़ आ गई है और जलाशयों में पानी भर गया है। कई लोगों के बाढ़ में फंसे होने की खबर है। राज्य परिवहन की तीन बसें भी फंस गई और यात्रियों को बचाने का काम जारी है। कडप्पा जिले में अब भी 12 लोग लापता हैं तथा वायुसेना, SDRF और अग्निशमन सेवाओं के कर्मचारी बाढ़ में फंसे लोगों को बचाने में जुटे हुए हैं।
कडप्पा हवाई अड्डा 25 नवंबर तक बंद
कडप्पा जिले में राजमपेटा के पास अन्नामय्या परियोजना के टूटने के बाद आठ लोगों की मौत हो गई और 50 अन्य लापता हो गए। बारिश के बाद भरे पारी के कारण कडप्पा हवाई अड्डेडे को 25 नवंबर तक के लिए बंद कर दिया गया है।
दक्षिण भारत के राज्यों में भारी बारिश के क्या है मायने?
बता दें कि इस समय पूरे दक्षिण भारत के राज्यों में भारी बारिश का दौर चल रहा है। इसके कारण कई जिलों में आई बाढ़ ने दर्जनों लोगों की जान ले ली और जन जीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया। आंध्र प्रदेश के पड़ोसी तमिलनाडु और उसकी राजधानी चेन्नई अभी भी मौसम में रिकॉर्ड बारिश के विनाशकारी प्रभाव देख रही हैं। राज्य में बारिश से जुड़ी घटनाओं में एक दर्जन से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
राज्य भर में स्थापित किए 213 राहत शिविर
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) की कई टीमों को राज्य भर में राहत और बचाव कार्यों के लिए तैनात किया गया है। पुलिस, राजस्व और दमकल विभाग की टीमें भी बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। प्रभावित इलाकों से बचाए गए लोगों को रखने के लिए राज्यभर में कुल 213 राहत शिविर बनाए गए हैं। इन शिविरों में अब तक 20,000 से अधिक लोगों को पहुंचाया जा चुका है।
वायु सेना ने बाढ़ में फंसे 10 लोगों को बचाया
अनंतपुर जिले में भारतीय वायु सेना (IAF) के कर्मियों ने वेल्डुरथी गांव में चित्रावती नदी में आई बाढ़ के बीच फंसे 10 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया है। वायु सेना अधिकारियों और कर्मचारियों ने कर्नाटक के येलहंका वायु सेना स्टेशन से उड़ान भरी थी।
प्रधानमंत्री मोदी ने आंध्र के मुख्यमंत्री से की बात
आंध्र प्रदेश में भारी बारिश के बीच आई बाढ़ को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को राज्य के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी से टेलीफोन पर बातचीत की और राज्य को हर संभव सहायता देने का वादा किया। इस बीच, रेड्डी ने प्रभावित जिलों के कलेक्टरों से बात की और उन्हें राहत और बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा उन्होंने शनिवार को बाढ़ प्रभावित जिलों का हवाई सर्वेक्षण करने का भी निर्णय किया है।