क्या है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लॉन्च किया गया राष्ट्रीय जल जीवन कोष?
क्या है खबर?
देश के हर घर में स्वच्छ और सुरक्षित पानी मुहैया कराने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को जल जीवन मिशन ऐप को लांच किया।
इसी तरह उन्होंने गा्रमीण इलाकों में सुरक्षित पेयजल की आपूर्ति में योगदान की सुविधा के लिए राष्ट्रीय जल जीवन कोष (RJJK) भी लांच किया।
यह प्रधानमंत्री मोदी द्वारा साल 2019 में शुरू किए गए जल जीवन मिशन (JJM) का ही हिस्सा है।
यहां जानते हैं कि आखिर क्या है राष्ट्रीय जल जीवन कोष।
लक्ष्य
आखिर क्या है JJM का लक्ष्य?
बता दें कि देश में आज भी कई गांवों में लोगों को पानी भरने के लिए कुएं पर जाना पड़ता है।
ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त, 2019 को लाल किले से जल जीवन मिशन की घोषणा की थी।
इस मिशन का उद्देश्य 2024 तक प्रत्येक ग्रामीण परिवार को नल का पानी मुहैया कराना है।
मिशन की शुरुआत के समय देश में 3.23 करोड़ यानी 17 प्रतिशत ग्रामीण परिवारों को ही नल का पानी मिल रहा था।
जानकारी
दो साल में पांच करोड़ से अधिक घरों में पहुंचाया नल कनेक्शन
सरकार ने JJM की शुरुआत के बाद से दो सालों में पांच करोड़ से अधिक घरों में नल के पानी के कनेक्शन उपलब्ध कराए गए हैं। कोरोना वायरस महामारी के कारण दुनियाभर में बिगड़े हालातों के बीच यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
RJJK
आखिर क्या है RJJK?
RJJK जल शक्ति मंत्रालय के तहत पेयजल और स्वच्छता विभाग द्वारा स्थापित एक पंजीकृत सार्वजनिक धर्मार्थ ट्रस्ट है। यह गांवों में सुरक्षित पेयजल आपूर्ति के निर्माण के लिए लोगों को धर्मार्थ योगदान अथवा दान देने की सुविधा के लिए स्थापित किया गया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि हर ग्रामीण घर और गांव की संस्थाओं को पीने योग्य नल का पानी उपलब्ध कराने के मिशन को जन आंदोलन में बदला जाए और यह इस दिशा में बड़ा कदम है।
लाभ
RJJK से क्या होगा लाभ?
RJJK की स्थापना से ग्रामीण क्षेत्रों में नल का पानी पहुंचाए जाने की सरकार की मुहिम में सहयोग या दान देने की इच्छा रखने वालों को आसानी होगी।
इसके अलावा दान और सहयोग से मिलने वाले पैसे से ग्रामीण क्षेत्रों में नल कनेक्शन पहुंचाने के कार्य को भी गति मिलेगी।
इतना ही इस पैसे से ग्रामीण क्षेत्रों में परिवारों के साथ स्कूलों, आंगनवाड़ी केंद्रों, आदिवासी आवासीय विद्यालयों और स्वास्थ्य केंद्रों में भी नल का पानी उपलब्ध कराया जा सकेगा।
उद्देश्य
क्या है RJJK का प्रमुख उद्देश्य?
RJJK ग्रामीण घरों में नल का पानी सुनिश्चित करने के लिए अनुसंधान और विकास, नवाचार और प्रौद्योगिकी के उपयोग को बढ़ावा देगा।
यह स्थानीय ग्राम समुदाय की उनकी जलापूर्ति योजनाओं की योजना बनाने, उन्हें लागू करने, प्रबंधन, संचालन और रखरखाव करने की क्षमता बनाने में भी मदद करेगा।
इसी तरह जल संरक्षण के प्रयासों, पेयजल स्रोतों की मजबूती, ग्रे वाटर ट्रीटमेंट और जल सुरक्षा को बढ़ाने में भी बड़ी मदद कर सकेगा।
आयकर
RJJK में दान पर मिलेगी आयकर में छूट
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, केंद्र सरकार का कहना है कि RJJK में दिए जाने वाले सहयोग या दान को आयकर अधिनियम की धारा 80G के तहत 50 प्रतिशत छूट दी जाएगी। यह निर्धारण वर्ष 2021-22 और उसके बाद के वर्षों के लिए लागू है।
इसी तरह RJJK खाते का ऑडिट सालाना एक स्वतंत्र ऑडिटर द्वारा किया जाएगा। इसके लिए भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (CAG) के साथ ऑडिटरों का एक पैनल तैयार किया जाएगा।
संबोधन
जल जीवन मिशन विकेंद्रीकरण का भी है बड़ा आंदोलन- मोदी
जल जीवन मिशन ऐप को लॉन्च करने के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "जल जीवन मिशन का विजन सिर्फ लोगों तक पानी पहुंचाने का ही नहीं है, बल्कि यह विकेंद्रीकरण का भी बहुत बड़ा आंदोलन है। यह गांव संचालित और महिला संचालित आंदोलन है। इसका मुख्य आधार, जनआंदोलन और जनभागीदारी है।"
उन्होंने कहा, "गांधीजी कहते थे कि ग्राम स्वराज का वास्तविक अर्थ आत्मबल से परिपूर्ण होना है। इसलिए मेरा प्रयास इसकी ओर बढ़न है।"
उपलब्धि
सात दशकों जितना काम दो साल में हुआ- मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आजादी से लेकर 2019 तक देश में सिर्फ तीन करोड़ घरों में नल कनेक्शन थे। 2019 में मिशन शुरू होने के बाद पांच करोड़ घरों को पानी के कनेक्शन से जोड़ा गया है।
उन्होंने कहा कि आज देश के लगभग 80 जिलों के करीब सवा लाख गांवों के हर घर में नल से पानी पहुंच रहा है। यानि पिछले सात दशकों जितना काम आज के भारत ने सिर्फ दो साल में ही करके दिखा दिया।