एयर मार्शल वीआर चौधरी होंगे नए वायुसेना प्रमुख, 1 अक्टूबर को संभालंगे कार्यभार
क्या है खबर?
केंद्र सरकार ने आगामी 30 सितंबर को सेवानिवृत्त हो रहे वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया की जगह एयर मार्शल वीआर चौधरी को भारतीय वायुसेना (IAF) का अगला अध्यक्ष नियुक्त करने का निर्णय लिया है।
वह अभी वायुसेना के उप प्रमुख के पद पर कार्यरत हैं। वहीं मौजूदा एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया के सेवानिवृत्त होने के अगले दिन यानी 1 अक्टूबर को कार्यभार संभालेंगे। रक्षा मंत्रालय ने इसकी आधिकारिक पुष्टि की है।
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घोषणा
रक्षा मंत्रालय के प्रधान प्रवक्ता ने ट्वीट कर दी जानकारी
भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय के प्रधान प्रवक्ता ए भारत भूषण बाबू ने शाम को ट्वीट कर एयर मार्शल चौधरी की नियुक्ति की जानकारी दी है।
उन्होंने ट्वीट में लिखा, 'सरकार ने एयर मार्शल वीआर चौधरी, PVSM, AVSM, VM को वर्तमान में वाइस चीफ ऑफ एयर स्टाफ के पद से अगले वायुसेना प्रमुख के रूप में नियुक्त करने का निर्णय लिया है।'
बता दें कि चौधरी भारत में राफेल विमान खरीद परियोजनों से काफी निकटता से जुड़े रहे हैं।
परिचय
साल 1982 में वायुसेना की फाइटर स्ट्रीम में शामिल हुए थे चौधरी
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के पूर्व छात्र एयर मार्शल चौधरी को 29 दिसंबर, 1982 को भारतीय वायुसेना की फाइटर स्ट्रीम में कमीशन किया गया था।
38 सालों के विशिष्ट करियर में अधिकारी ने भारतीय वायुसेना की सूची में विभिन्न प्रकार के लड़ाकू और प्रशिक्षक विमान उड़ाए हैं।
उन्हें मिग-21, मिग-23MF, मिग-29 और सुखोई-30 MKI लड़ाकू विमानों पर परिचालन उड़ान सहित 3,800 घंटे से अधिक का उड़ान का अनुभव है।
कार्य
वायुसेना के कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य कर चुके हैं चौधरी
एयर मार्शल चौधरी ने वायुसेना के कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य कर चुके हैं। वह एक फ्रंटलाइन फाइटर स्क्वाड्रन के कमांडिंग ऑफिसर थे और उन्होंने फ्रंटलाइन फाइटर बेस की भी कमान संभाली थी।
उन्होंने 1999 में पाकिस्तान के साथ हुए कारगिल युद्ध के दौरान कई हवाई रक्षा मिशन भी उड़ाए थे।
चौधरी को सैन्य पुरस्कार अति विशिष्ठ सेवा मेडल देकर भी सम्मानित किया जा चुका है। यह पुरस्कार उत्तम युद्ध सेवा मेडल के बराबर है।
अन्य
फ्रंटलाइन फाइटर बेस की कमान भी संभाल चुके हैं चौधरी
एयर मार्शल विवेक राम चौधरी को इस साल जून में एयर मार्शल हरजीत सिंह अरोड़ा के स्थान पर भारतीय वायु सेना का उप प्रमुख नियुक्त किया गया था।
इससे पहले उन्होंने IAF के पश्चिमी वायु कमान (WAC) के कमांडर-इन-चीफ के रूप में कार्य किया, जो संवेदनशील लद्दाख क्षेत्र के साथ-साथ उत्तर भारत के विभिन्न अन्य हिस्सों में देश के वायु क्षेत्र की सुरक्षा की देखभाल करता है। उनके कार्य से सरकार खासी प्रभावित रही है।