WHO ने कोरोना वैक्सीन का फिर से निर्यात शुरू करने के लिए भारत को दिया धन्यवाद
भारत की ओर से वैश्विक स्तर पर बनाए गए कोवैक्स (COVAX) ग्लोबल वैक्सीन फैसिलिटी समूह के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को पूरा करने के लिए 'वैक्सीन मैत्री' पहल के तहत फिर से विदेशों में कोरोना वायरस वैक्सीन का निर्यात करना शुरू करने का निर्णय किया है। वैक्सीन निर्माता कंपनियां अक्टूबर के आखिरी सप्ताह से इसकी शुरुआत कर सकेगी। इसको लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक डॉ टेड्रोस अधेनोम गेब्रिएसेस ने भारत का आभार जताया है।
क्या है COVAX ग्लोबल वैक्सीन फैसिलिटी समूह?
WHO ने मध्यम और निम्न आय वर्ग के देशों में कोरोना वैक्सीन के समान वितरण के लिए विभिन्न देशों का एक समूह बनाया है। इसे COVAX ग्लोबल वैक्सीन फैसिलिटी नाम दिया गया है। इसमें अमीर देश पैसे देंगे और इससे विकासशील और गरीब देशों को भी वैक्सीन मिल सकेगी। कोवैक्स का उद्देश्य है कि 2021 के अंत तक प्रभावी कोरोना वैक्सीन की दो अरब खुराकों की आपूर्ति की जाए। इस समूह में 92 गरीब और 80 अमीर देश शामिल हैं।
भारत ने COVAX में मदद के लिए शुरू की थी 'वैक्सीन मैत्री' पहल
भारत ने WHO की इस पहल के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को पूरा करने के लिए 'वैक्सीन मैत्री' पहल शुरू की थी। इसके तहत भारत द्वारा अप्रैल तक 100 देशों में 6.6 करोड़ से अधिक खुराकें भेजी जा चुकी हैं। इससे दुनिया के कई देशों को वैक्सीन हासिल करने में बड़ी मदद मिली थी। हालांकि, कोरोना की दूसरी लहर के बाद पूरी आबादी को जल्द से जल्द वैक्सीन लगाने के लिए भारत ने अप्रैल में आपूर्ति पर रोक लगा दी थी।
भारत ने की फिर से वैक्सीन का निर्यात शुरू करने की घोषणा
भारत में अब तक 81 करोड़ से अधिक वयस्क आबादी को वैक्सीन की खुराकें लगाई जा चुकी है। इसको देखते हुए सरकार ने सोमवार को विदेशों में वैक्सीन के निर्यात को फिर से शुरू करने का ऐलान किया था। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा था, "भारत अपने आदर्श वाक्य वसुधैव कुटुम्बकम के अनुरूप, COVAX के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को पूरा करने के लिए वैक्सीन मैत्री पहल के तहत वैक्सीनों का निर्यात फिर से शुरू करेगा।"
"कोरोना महामारी के खिलाफ जारी सामूहिक लड़ाई में होगा वैक्सीन का उपयोग"
मांडविया ने कहा था, "वैक्सीन की अधिशेष आपूर्ति का उपयोग कोरोना महामारी के खिलाफ सामूहिक लड़ाई के लिए दुनिया के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को पूरा करने के लिए किया जाएगा। वैक्सीनों के नए निर्यात में पहले पड़ोसी देशों को प्राथमिकता दी जाएगी।" केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने दावा किया की वैक्सीन बनाने वाली कंपनियों के पास अक्टूबर से 30 करोड़ से अधिक खुराकें उपलब्ध होंगी और उनका आसानी से निर्यात किया जा सकेगा।
WHO ने जताया भारत का आभार
भारत के इस फैलसे को लेकर WHO प्रमुख डॉ टेड्रोस ने ट्वीट किया, 'स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया को यह घोषणा करने के लिए धन्यवाद कि भारत अक्टूबर में COVAX को महत्वपूर्ण कोरोना वायरस वैक्सीन का निर्यात फिर से शुरू करेगा।' उन्होंने आगे लिखा, 'कोरोना वैक्सीन के निर्यात का भारत का निर्णय वर्ष के अंत तक सभी देशों में 40 प्रतिशत वैक्सीनेशन के लक्ष्य तक पहुंचने के समर्थन में एक महत्वपूर्ण विकास है।'
वैक्सीन मैत्री पहल में इन देशों को मिलती है वैक्सीन
वर्तमान में वैक्सीन मैत्री पहल में बांग्लादेश, म्यांमार, नेपाल, भूटान, मालदीव, मॉरीशस, श्रीलंका, ब्राजील, मोरक्को, दक्षिण अफ्रीका, अफगानिस्तान, मैक्सिको, डीआर कांगो, नाइजीरिया और यूनाइटेड किंगडम में वैक्सीन की आपूर्ति की जा रही है। इसमें सभी देश वैक्सीन के लिए एक-दूसरे की मदद कर रहे हैं।