महाराष्ट्र: कोविन ऐप में तकनीकी खामी के कारण राज्य में दो दिन नहीं होगा वैक्सीनेशन
क्या है खबर?
शनिवार को कोविन ऐप में आई तकनीकी खामी के चलते महाराष्ट्र सरकार ने राज्य में 18 जनवरी तक कोरोना वैक्सीनेशन (टीकाकरण) अभियान रोक दिया है।
अधिकारियों का कहना है कि अगर इस तकनीकी खामी को समय से दूर कर लिया जाता है तो सोमवार को वैक्सीनेशन की अगली तारीख और समय का ऐलान कर दिया जाएगा।
बृह्नमुंबई महानगरपालिका (BMC) ने भी मुंबई में इस संबंध में नोटिस जारी किया है।
आइये, पूरी खबर जानते हैं।
जानकारी
कोविन ऐप क्या है?
कोरोना वैक्सीनेशन पर नजर रखने के लिए सरकार ने कोविन प्लेटफॉर्म तैयार किया है। इसमें शुरुआती दौर के लिए उन सभी स्वास्थ्यकर्मियों का डाटा अपलोड किया गया है, जो वैक्सीन लेना चाहते हैं। इसी आधार पर उन्हें वैक्सीनेशन के लिए बुलाया जाता है।
बयान
बयान में क्या कहा गया है?
सरकार की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि 16 जनवरी को वैक्सीनेशन अभियान के दौरान पाया गया कि कोविन ऐप में तकनीकी खामी आ रही है। केंद्र सरकार ने इस समस्या का समाधान करने की कोशिश की गई। वैक्सीनेशन के लिए डिजिटल रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है। तकनीकी खामी के चलते केंद्र ने एक दिन के लिए ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की अनुमति दी थी, लेकिन अब आदेश मिला है कि सभी रजिस्ट्रेशन कोविन ऐप के जरिये ही होने चाहिए।
महाराष्ट्र
17 और 18 जनवरी को नहीं होगा वैक्सीनेशन
बयान में आगे कहा गया है कि इसे देखते हुए राज्य में 17 और 18 जनवरी तक वैक्सीनेशन नहीं होगा। कोविन ऐप में आई तकनीकी खामी को दूर करने के बाद फिर से अभियान अपनी रफ्तार पकड़ सकेगा।
कोविन ऐप में इस खामी का असर महाराष्ट्र में पहले दिन वैक्सीनेशन के लिए तय किए गए लक्ष्य पर भी पड़ा। राज्य में पहले दिन लक्ष्य के 65 प्रतिशत लोग ही वैक्सीन लगवा पाए।
जानकारी
अन्य जगहों पर पर कोविन ऐप में दिखी खामी
महाराष्ट्र के अलावा दूसरे राज्यों में कोविन ऐप में खामी की खबरें आती रहीं। इस कारण कई जगहों पर वैक्सीनेशन पर असर पड़ा। सरकार ने भी ऐप में खामी की बात स्वीकार करते हुए जल्द से जल्द इसे दूर करने की बात कही है।
वैक्सीनेशन अभियान
पहले दिन 1.90 लाख स्वास्थ्यकर्मियों को लगाई गई वैक्सीन
शनिवार सुबह प्रधानमंत्री मोदी ने दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत की थी।
इस मौके पर उन्होंने देश को बधाई देते हुए वैक्सीन बनाने वाले वैज्ञानिकों की सराहना की।
देश में पहले दिन 3,351 केंद्रों पर कुल 1,91,181 लोगों को वैक्सीन की पहली खुराक दी गई। हालांकि, यह संख्या तीन लाख के लक्ष्य से कम रही।
सबसे बड़ी बात यह रही कि वैक्सीन हासिल करने वाले किसी भी स्वास्थ्यकर्मी में गंभीर साइड इफेक्ट्स देखने को नहीं मिले।
वैक्सीनेशन अभियान
किस राज्य में कितने स्वास्थ्यकर्मियों को मिली वैक्सीन
स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि आंध्रप्रदेश (16,963), अरुणाचल प्रदेश (743), बिहार (16,401), छत्तीसगढ़ (4,985), दिल्ली (3,403) और गोवा में 373 स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन दी गई।
इसी तरह हरियाणा में (4,656), हिमाचल प्रदेश (1,408), जम्मू-कश्मीर (1,954), झारखंड (2,897), कर्नाटक (12,637), केरल (7,206), लद्दाख (76), महाराष्ट्र (15,727), गुजरात (8,557), मध्य प्रदेश (6,739), मणिपुर (510), मेघालय (509), मिजोरम (340), नागालैंड (499), ओडिशा (8,675), पंजाब (1,200), राजस्थान (9,279), तमिलनाडु (2,728), उत्तर प्रदेश में 15,975 स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं को वैक्सीन दी गई।