अग्निपथ योजना: सिंकदराबाद हिंसा के मास्टरमाइंड को पुलिस ने दबोचा, व्हाट्सऐप के जरिए जुटाई थी भीड़
सेना की तीनों कमानों में युवाओं की अल्पकालीन भर्ती के लिए लाई गई अन्गिपथ योजना के विरोध में तेलंगाना के सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन पर भड़की हिंसा के मास्टरमाइंड को पुलिस ने दबोच लिया है। आरोपी ने प्रदर्शन के लिए व्हाट्सऐप ग्रुप के जरिए युवाओं की भीड़ जुटाई थी और हिंसा के लिए उन्हें उकसाया था। गिरफ्तार आरोपी एक पूर्व सैनिक है और पिछले काफी समय से सेना में भर्ती के इच्छुक युवाओं के लिए प्रशिक्षण अकादमी चला रहा है।
सिंकदराबाद हिंसा में हुई थी युवक की मौत
बता दें कि शुक्रवार को सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन में घुसे हजारों युवाओं ने हिंसक प्रदर्शन करते हुए तीन ट्रेनों की कई बोगियों को आग के हवाले कर दिया था। इसके अलावा उन्होंने स्टेशन पर तोड़फोड़ भी की थी। उस दौरान पुलिस को उन्हें खदेड़ने के लिए आंसू गैस के गोले दागने के साथ हवाई फायरिंग भी करनी पड़ी थी। इसमें गोली लगने से वारंगल निवासी राजेश (19) की मौत हो गई थी। इसके अलावा 15 अन्य लोग घायल हुए थे।
जांच के बाद पुलिस ने मास्टरमाइंड को दबोचा
NDTV के अनुसार, पुलिस अधिकारियों ने बताया कि हिंसा के बाद पुलिस ने टावर डंप के जरिए हजारों नंबरों की जांच की थी। इसमें एक नंबर के जरिए व्हाट्सऐप ग्रुप बनाकर योजना के संबंध में युवाओं को भड़काने की बात सामने आई थी। अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने नंबर की जांच के आधार पर हिंसा के मास्टरमाइंड आंध्र प्रदेश के प्रकाशम जिला निवासी अवुला सुब्बा राव को गिरफ्तार कर लिया। इसके अलावा कई लोगों को हिरासत में लिया है।
आरोपी ने व्हाट्सऐप ग्रुप के जरिए जुटाई थी भीड़
अधिकारियों ने बताया कि आरोपी एक पूर्व सैनिक है और पिछले कुछ सालों से सेना में भर्ती के इच्छुक उम्मीदवारों के लिए एक प्रशिक्षण अकादमी का संचालन कर रहा है। उसकी अकादमी की नरसरावपेट और हैदराबाद सहित राज्य के सात शहरों में शाखाएं संचालित है। अधिकारियों ने बताया कि राव ने योजना के विरोध के लिए व्हाट्सऐप ग्रुप के जरिए युवाओं की भीड़ जुटाई थी और उन्हें हिंसा के लिए उकसाया था।
सरकार ने की मृतक युवक के परिजनों को मुआवजा देने की घोषणा
इधर, राज्य के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने शनिवार को हिंसा में राकेश की मौत पर गहरा दुख जताते हुए परिवार के प्रति संवेदना व्यकत की थी। इसके अलावा उन्होंने मृतक युवक के परिवार को 25 लाख रुपये की मुआवजा राशि देने के साथ परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का भी ऐलान किया था। उस दौरान उन्होंने कहा था कि राज्य में इस तरह की हिंसा स्वीकार नहीं होगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
क्या है अग्निपथ योजना?
अग्निपथ योजना तीनों सेनाओं, थल सेना, वायुसेना और नौसेना, के लिए एक अखिल भारतीय योग्यता-आधारित भर्ती प्रक्रिया है। इस योजना के तहत भर्ती होने वाले युवाओं को 'अग्निवीर' कहा जाएगा। उन्हें चार साल के लिए सेना में सेवा का अवसर मिलेगा। इसके बाद योग्यता, इच्छा और मेडिकल फिटनेस के आधार पर 25 प्रतिशत अग्निवीरों को सेवा में बरकरार रखा जाएगा। इस योजना के खिलाफ देशभर में युवा सड़कों पर हैं और इसे वापस लेने की मांग कर रहे हैं।
क्यों योजना का विरोध कर रहे हैं युवा?
योजना में भर्ती युवा स्थायी नहीं होंगे और न ही उन्हें पेंशन मिलेगी, हालांकि उन्हें चार साल बाद 10-11 लाख की एकमुश्त राशि दी जाएगी। युवाओं में इसी को लेकर सबसे अधिक आक्रोश है। हालांकि, विरोध के बाद सरकार ने योजना में पांच बड़े बदलाव किए हैं, लेकिन विरोध नहीं थम रहा है। वर्तमान में बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान सहित देश के 17 राज्यों में योजना को लेकर विरोध किया जा रहा है।