कौन हैं रोजाना कोरोना वायरस पर देश को जानकारी देने वाले लव अग्रवाल?
कोरोना वायरस को लेकर केंद्र सरकार की दैनिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक चेहरा हमेशा मौजूदा रहता है और वो चेहरा है स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल का। संकट के इस समय में रोजाना देश को अहम जानकारियां देने वाले लव एक जाना-पहचाना चेहरा बन गए हैं। कोरोना के कितने मामले आए से लेकर सरकार इसे रोकने के लिए क्या कर रही है, लव इससे संबंधित हर सवाल का जबाव देते हैं। आइए आपको उनके बारे में बताते हैं
IIT पास आउट है लव अग्रवाल
मूल रूप से उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से आने वाले लव अग्रवाल के पिता केजी अग्रवाल जाने-माने चार्टर्डड अकाउंटेंट (CA) हैं और दिल्ली में रहते हैं। लव की शुरूआती शिक्षा आंध्र प्रदेश से हुई है और इसके बाद 1993 में उन्होंने दिल्ली-IIT से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में पढ़ाई पूरी की। 1996 में उन्होंने UPSC की परीक्षा पास की और पूरे देश में 21वां स्थान प्राप्त किया। वे आंध्र प्रदेश कैडर के अधिकारी हैं।
आंध्र प्रदेश में संभाली शिक्षा और स्वास्थ्य विभाग की अहम जिम्मेदारियां
आंध्र प्रदेश में लव अग्रवाल ने शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्रभावशाली काम किया और कई अहम जिम्मेदारियां संभालीं। वे राज्य के माध्यमिक शिक्षा विभाग के निदेशक रहे। इसके अलावा राज्य के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की जिम्मेदारी भी उन्होंने संभाली। लगभग दो दशक आंध्र प्रदेश सरकार के साथ काम करने के बाद लव ने केंद्र सरकार के साथ काम करने की इच्छा जताई और प्रतिनियुक्ति का आवेदन दाखिल किया।
2016 में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव बने लव
लव का ट्रैक रिकॉर्ड प्रभावशाली होने के कारण केंद्र सरकार ने प्रतिनियुक्ति का उनका आवेदन स्वीकार कर लिया और 28 अगस्त, 2016 को उन्हें पांच साल के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव के पद पर तैनात किया। उन्हें स्वास्थ्य मंत्रालय में वैश्विक स्वास्थ्य, मानसिक स्वास्थ्य, तकनीक, सार्वजनिक नीति आदि की जिम्मेदारी दी गई है। लव तकनीक के जरिए स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार के प्रति बेहद रूचि रखते हैं और इस दिशा में काम करते रहे हैं।
अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं लव
लव अग्रवाल अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं और केंद्र सरकार ने उन्हें इसके कई मौके दिए हैं। इसी साल जनवरी में G-20 देशों के स्वास्थ्य कार्य समूह के सम्मेलन में वह केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना आयुष्मान भारत का प्रजेंटेशन दे चुके हैं। इसके अलावा वह G-20 देशों के लिए एक डिजिटल स्वास्थ्य टास्क फोर्स बनाने की वकालत भी कर चुके हैं ताकि आपसी सहयोग को बढ़ाया जा सके।
लीक से हटकर काम करने में भरोसा रखते हैं लव
लव के साथ काम करने वाले अधिकारियों में उनकी छवि इनोवेटिव IAS अधिकारी की है और वे स्वास्थ्य क्षेत्र में जागरूकता को बहुत जरूरी मानते हैं। साथी अधिकारियों के अनुसार, लव लीक से हटकर काम करने और योजनाओं को सही तरीके से जनता के बीच ले जाने में बेहद रुचि लेते हैं। उनकी इन्हीं योग्यताओं और अलग हटकर काम करने के तरीके की वजह से उन्हें कोरोना वायरस पर स्वास्थ्य मंत्रालय की समिति में जगह दी गई है।