मुंबई में 27 प्रतिशत स्वास्थ्यकर्मी हो चुके हैं कोरोना वायरस संक्रमित, सीरो सर्वे में आया सामने
क्या है खबर?
कोरोना वायरस के संक्रमण के मामले में महाराष्ट्र देश में सबसे प्रभावित राज्य है और यहां मुंबई की हालत सबसे अधिक खराब है।
ऐसे में मुंबई में कराए गए दूसरे सीरोलॉजिकल सर्वे के नतीजों में चौंकाने वाली बात सामने आई है।
इस सर्वे में सामने आया है कि कोरोना संक्रमितों के लगातार संपर्क में रहने के बाद 27 प्रतिशत चिकित्सक और चिकित्साकर्मियों में ही कोरोना वायरस के खिलाफ एंटीबॉडीज विकसित हो पाई हैं।
सेरोलॉजिकल सर्वे
सबसे पहले जानें क्या होता हैं सेरोलॉजिकल सर्वे
किसी आबादी में संक्रमण किस हद तक फैल गया है, यह पता लगाने के लिए सेरोलॉजिकल सर्वे किए जाते हैं।
इसमें लोगों के खून में कोरोना वायरस की एंटीबॉडीज की मौजूदगी की जांच की जाती है।
एंटीबॉडीज एक प्रकार की प्रोटीन होती हैं जो हमला करने वाले वायरस से लड़कर उसे खत्म कर करती हैं।
किसी व्यक्ति के खून में एंटीबॉडीज पाए जाने का मतलब है कि वह कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुका है।
बयान
पहले और दूसरे सर्वे में 27 प्रतिशत में मिली एंटीबॉडीज- BMC
न्यूज 18 के अनुसार बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) के अधिकारियों ने बताया कि मुंबई में पहले और दूसरे सीरो सर्वे में 27 प्रतिशत चिकित्साकर्मियों में कोरोना वायरस के खिलाड़ी एंटीबॉडीज मिली है।
उनका कहना है कि चिकित्साकर्मी आम आदमी की तुलना में कोरोना वायरस के कहीं अधिक संपर्क में रहे हैं।
उन्होंने बताया कि पहला सीरो सर्वे जून में कराया गया था, जबकि दूसरा सर्वे अगस्त के मध्य में शुरू किया गया था।
चेतावनी
कोरोना वायरस से बचने के लिए नियमों का पालन जरूरी
अधिकारियों ने बताया कि कोरोना वायरस के सबसे अधिक संपर्क में रहने के बाद भी महज 27 प्रतिशत में एंटीबॉडीज विकसित होना बड़ी राहत की बात है। ऐसे में वायरस से बचने के लिए मास्क, सोशल डिस्टैंसिंग और स्वच्छता नहीं रखने वालों को अब सजग होते हुए इनका पालना करना चाहिए।
टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च (TIFR) के अनुसार कम चिकित्साकर्मियों में एंटीबॉडीज मिलने का मतलब यह है कि सुरक्षा उपायों के जरिए उससे बचा जा सकता है।
जानकारी
सर्वे में इन्होंने निभाई भागीदारी
BMC अधिकारियों ने बताया कि सर्वे में नीति आयोग और TIFR ने अहम भूमिका निभाई है। इस सर्वे में कस्तूरबा आणविक नैदानिक प्रयोगशाला, अनुवादक स्वास्थ्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान (THSTI), ATE चंद्र फाउंडेशन और IDFC इंस्टीट्यूट ने भी अहम सहयोग दिया है।
अपील
BMC आयुक्त ने की लोगों से सावधानियां बरतने की अपील
BMC आयुक्त ने कहा कि अस्पतालों में चिकित्साकर्मियों ने नियमित रूप से मास्क, PPT किट, सैनिटाइजर और सोशल डिस्टैंसिंग का पालन किया था। ऐसे में महज 27 प्रतिशत चिकित्साकर्मी ही वायरस के संपर्क में आ पाए।
उन्होंने लोगों से वायरस से बचने के लिए पूरी ईमानदारी के साथ कोरोना से बचाव के सभी नियमों का पालन करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि जरा सी लापरवाही लोगों को कोरोना वायरस की चपेट में ला सकती है।
जानकारी
दूसरे सीरो सर्वे में यह रही है देश की स्थिति
ICMR द्वारा 17 अगस्त से 22 सितंबर तकतक देश में कराए दूसरे सीरो सर्वे में सामने आया है कि देश में हर 15वां व्यक्ति कोरोना के संक्रमण का शिकार हो चुका है।शहरी इलाकों में संक्रमण ज्यादा है, वहीं ग्रामीण इलाके में संक्रमण अपेक्षाकृत कम है।
संक्रमण
भारत और महाराष्ट्र में यह है कोरोना संक्रमण की स्थिति
भारत में बीते दिन कोरोना वायरस से संक्रमण के 81,484 नए मामले सामने आए और 1,095 मरीजों की मौत हुई।
देश में कुल मामलों की संख्या 63,94,068 हो गई है, वहीं 99,773 लोगों की मौत हो चुकी है। सक्रिय मामलों की संख्या 9,42,217 हो गई है।
इसी तरह महाराष्ट्र में कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या बढ़कर 14,00,922 पर पहुंच गई है और 37,056 मरीजों की मौत हो चुकी है।