पंजाब: जहरीली शराब पीने से 21 लोगों की मौत, मुख्यमंत्री अमरिंदर ने दिए जांच के आदेश
क्या है खबर?
पंजाब के तीन जिलों में पिछले दिनों में जहरीली शराब पीने के कारण करीब 21 लोगों की मौत हो गई और दो लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है।
इसको लेकर लोगों में सरकार के खिलाफ गुस्सा भरा हुआ है। मामले को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।
मुख्यमंत्री का कहना है कि जांच में दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
घटना
इन गांवों में हुई जहरीली शराब पीने से मौतें
NDTV की रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने बताया कि पहली मांच मौतें गत 29 जुलाई को अमृतसर के मुच्छल और तांगरा गांव में हुई थी।
30 जुलाई को मुच्छल में ही दो और लोगों की मौत हो गई तथा एक अन्य की गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया।
इसके अलावा शुक्रवार को जहरीली शराब पीने से मुच्छल में चार, बटाला गांव में पांच तथा तरनतारन में चार अन्य लोगों की मौत हो गई।
जानकारी
पुलिस ने मामले में एक व्यक्ति को किया गिरफ्तार
जहरीली शराब से लोगों की मौत के मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने मुच्छल निवासी बलविंदर कौर को ही दोषी ठहराया है। मामले में पुलिस ने उसके खिलाफ भारतीय दंड संंहिता (IPC) की धारा 304 के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया।
आदेश
मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर दी जांच के आदेश देने की जानकारी
मामले में उच्च स्तरीय जांच के आदेश देने के बाद मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने ट्वीट किया, 'मैंने अमृतसर, गुरदासपुर और तरनतारन में संदिग्ध शराब की मौतों की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। यह जांच जालंधर के संभागीय आयुक्त, राज्य के संयुक्त आबकारी और कराधान आयुक्त तथा संबंधित जिलों के पुलिस अधीक्षक करेंगे। दोषी पाए गए किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।'
जांच में इस तथ्य पर भी होगी कि क्या तीनों घटनाएं एक-दूसरे से जुड़ी हैं।
तलाशी
अवैध रूप से शराब बनाने वालों के खिलाफ अभियान चलाने के दिए निर्देश
मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने जहरीली शराब से लोगों की मौत होने के मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश देने के साथ पुलिस महानिदेशक को राज्य में अवैध रूप से शराब बनाने वालों के खिलाफ अभियान भी चलाने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने जालंधर डिवीजन के कमिश्नर को किसी भी सिविल या पुलिस अधिकारी या किसी विशेषज्ञ की मदद से जांच की सुविधा देने की स्वतंत्रता दी है। उन्होंने दोषियों के खिलाफ जल्द कार्रवाई के लिए कहा है।
जहरीली शराब
इस कारण जहरीली हो जाती है कच्ची शराब
आज तक की रिपोर्ट के अनुसार कच्ची शराब को बनाने में इस्तेमाल होने वाली महुए की लहन को सड़ाने के लिए ऑक्सीटोसिन का इस्तेमाल किया जाता है।
कच्ची शराब को अधिक नशीली बनाने के चक्कर में वह जहरीली हो जाती है। सामान्यत: इसे बनाने में गुड़, शीरा से लहन तैयार किया जाता है।
लहन में यूरिया और बेसरमबेल की पत्ती डाली जाती है। इसमें नशा बढ़ाने के लिए अधिक मात्रा में मिलाया गया ऑक्सीटोसिन मौत का कारण बनता है।
मौत
जहरीली शराब पीने से ऐसे होती है मौत
कच्ची शराब में यूरिया और ऑक्सिटोसिन जैसे केमिकल पदार्थ मिलाने की वजह से मिथाइल एल्कोल्हल बन जाता है। इसकी वजह से ही शराब पीने के बाद लोगों की मौत हो जाती है।
मिथाइल के शरीर में जाते ही बड़ी तेजी से केमिकल रिएक्शन होता है। इससे शरीर के अंदरूनी अंग काम करना बंद कर देते हैं।
इसकी वजह से कई बार तो शराब पीने वाले की तत्काल मौत हो जाती है तो कुछ लोगों में यह प्रक्रिया धीरे-धीरे होती है।