भारत में 20 और लोग पाए गए नए कोरोना स्ट्रेन से संक्रमित, अब तक 58 मामले
भारत में 20 अन्य लोगों को कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन से संक्रमित पाया गया है और इसी के साथ इस स्ट्रेन से संक्रमित लोगों की कुल संख्या 58 हो गई है। अभी तक केवल यूनाइटेड किंगडम (UK) से लौटे यात्रियों या उनके संपर्क में आए लोगों को ही इससे संक्रमित पाया गया है और लोकल ट्रांसमिशन का कोई भी मामला सामने नहीं आया है। संक्रमित पाए गए सभी मरीज सबसे अलग आइसोलेशन में हैं।
भारत में कब-कब सामने आए नए स्ट्रेन के मामले?
भारत में सबसे पहले 29 दिसंबर को UK से लौटे छह यात्रियों को नए स्ट्रेन से संक्रमित पाया गया था। इसके बाद 30 दिसंबर को 14 लोगों और 31 दिसंबर को पांच लोगों को भी नए स्ट्रेन से संक्रमित पाया गया। 1 जनवरी को चार और लोगों के नए स्ट्रेन से संक्रमित होने की पुष्टि हुई, वहीं रविवार को नौ लोगों को संक्रमित पाया गया और इसी के साथ कुल संक्रमितों की संख्या 38 हो गई थी।
इन लैबों में हुई नए स्ट्रेन की मौजूदगी की पुष्टि
नए स्ट्रेन के जो मामले सामने आए हैं, उनमें से सबसे अधिक 25 की पुष्टि पुणे के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (NIV) में हुई है। वहीं दिल्ली को दो एडवांस लैबों में 19 मामलों की पुष्टि हुई है। बेंगलुरू स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरो-साइंस हॉस्पिटल (NIMHANS) में 10, हैदराबाद स्थित सेंटर फॉर सेल्युलर एंड मॉलिक्युलर बॉयोलॉजी (CCMB) में तीन और कोलकाता के नजदीक स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ बायोमेडिकल जिनोमिक्स (NIBMG) में एक मामले की पुष्टि हुई है।
नए स्ट्रेन को रोकने के लिए इंग्लैंड को लगाना पड़ा है लॉकडाउन
पहली बार सितंबर में दक्षिण-पूर्व इंग्लैंंड में सामने आया कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन 70 प्रतिशत अधिक संक्रामक है और अभी ये लंदन और UK के अन्य हिस्सों में बहुत तेजी से फैल रहा है। नए स्ट्रेन के कारण यहां हालात इतने बेकाबू हो गए हैं कि प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को इंग्लैंड में पूर्ण लॉकडाउन लगाना पड़ा है। अभी तक नए स्ट्रेन के अधिक घातक होने के सबूत नहीं मिले हैं और इस दिशा में शोध जारी हैं।
30 से अधिक देशों में पहुंच चुका है नया स्ट्रेन
UK से यात्रा पर पाबंदियों के बावजूद नए स्ट्रेन कई देशों में पहुंचने में कामयाब रहा है और अब तक 30 से अधिक देशों में इसके मामले सामने आ चुके हैं। यूरोप में अब तक फ्रांस, डेनमार्क, स्पेन, स्वीडन, नीदरलैंड्स, आयरलैंड, जर्मनी और इटली में नए स्ट्रेन के मामले पकड़ में आए हैं। वहीं यूरोप से बाहर जापान, ऑस्ट्रेलिया, लेबनान, कनाडा, दक्षिण कोरिया, भारत, वियतनाम, तुर्की और अमेरिका आदि में नए स्ट्रेन के मामले सामने आए हैं।
वैज्ञानिकों को उम्मीद- नए स्ट्रेन के खिलाफ काम करेंगी मौजूदा वैक्सीनें
गौरतलब है कि कोरोना वायरस का ये नया स्ट्रेन ऐसे समय पर सामने आया है जब दुनिया कोविड वैक्सीनों की मदद से जल्द से जल्द इस महामारी से मुक्ति पाने की उम्मीद पाले बैठी है। अमेरिका और UK समेत कई देशों में वैक्सीन का वितरण शुरू हो चुका है, वहीं भारत समेत अन्य कई देश जल्द ही वैक्सीनेशन शुरू कर सकते हैं। वैज्ञानिकों ने वैक्सीनों के नए स्ट्रेन पर भी प्रभावी होने की उम्मीद जताई है