भारत सरकार ने कोरोना वैक्सीन के वितरण को लेकर क्या योजना बनाई है?
भारत में इसी हफ्ते कोरोना वायरस वैक्सीन को आपात इस्तेमाल की मंजूरी मिलने की उम्मीद है। शुक्रवार शाम को एक अहम बैठक होनी है, जिसमें सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) की कोरोना वैक्सीन 'कोविशील्ड' को हरी झंडी दिखाई जा सकती है। इसके बाद भारत में दुनिया का सबसे बड़ा कोरोना वैक्सीनेशन (टीकाकरण) अभियान शुरू होगा। भारत सरकार ने वैक्सीन के वितरण के लिए योजना तैयार कर ली है। आइये, जानते हैं कि वितरण का यह काम कैसे होगा।
कार्गो विमानों के जरिये भेजी जाएगी वैक्सीन
हिंदुस्तान टाइम्स ने मामले की जानकारी रखने वाले अधिकारियों के हवाले से लिखा है कि वैक्सीन को मंजूरी मिलने के बाद पुणे स्थित SII के प्लांट से विशेष कार्गो विमानों और रेफ्रिजरेटेड वैन्स के जरिये इसकी खुराकें देश के अलग-अलग राज्यों तक पहुंचाई जाएगी। यहां से राज्य सरकारें जिला स्तर पर वैक्सीन की खुराकें पहुंचाने का काम करेंगी। यहां से पूरे जिले में फैले वैक्सीनेशन सेंटर पर वैक्सीन की खुराकें पहुंचाई जाएंगी। इस काम में हफ्तों का समय लगेगा।
विशेषज्ञ समूह के ऑर्डर के हिसाब से डिलीवर होगी वैक्सीन
वैक्सीन को मंजूरी मिलने के बाद विशेषज्ञों का समूह SII को एक ऑर्डर भेजेगा। इसमें बताया जाएगा कि कंपनी को किस स्थान पर कितनी मात्रा में वैक्सीन भेजनी है। इसी ऑर्डर के हिसाब से वैक्सीन की आपूर्ति होगी।
सबसे पहले इन जगहों पर भेजी जाएगी वैक्सीन
शुरुआती चरण में वैक्सीन को सीधे सरकारी अस्पतालों, जन स्वास्थ्य केंद्रों और बड़े निजी अस्पतालों में भेजी जाएगी। इन्हीं जगहों पर स्वास्थ्य कर्मियों और पुलिसकर्मियों समेत फ्रंटलाइन पर तैनात लोगों को वैक्सीन दी जाएगी। फ्रंटलाइन पर तैनात लोगों के अलावा प्राथमिक समूह में शामिल 50 साल से अधिक उम्र के लोगों और दूसरी बीमारियों से पीड़ित लोगों को वैक्सीन देने के लिए मतदान केंद्रों, सामुदायिक केंद्र और मोबाइल वैन का इस्तेमाल किया जाएगा।
नहीं ली जाएगी रेलवे की सेवा
अधिकारियों का कहना है कि वैक्सीन को हवाई और सड़क मार्गों के जरिये देश के अलग-अलग हिस्सों में भेजा जाएगा। वैक्सीन को लाने-ले जाने के लिए अभी रेलवे की सेवा नहीं ली जाएगी। पुणे के आसपास के स्थानों पर सड़क मार्ग से वैक्सीन भेजी जाएगी। वहीं दूर के हिस्सों के लिए विमानों का उपयोग किया जाएगा। वैक्सीन को डिलीवर करने की जिम्मेदारी SII की होगी, लेकिन लॉजिस्टिक और कोल्ड चैन सरकार के हिस्से होंगे।
इन जगहों पर स्टोर की जाएगी वैक्सीन
एक अधिकारी ने बताया कि SII को सुरक्षित तरीके से वैक्सीन को केंद्र या राज्य सरकार के अधिकारियों को डिलीवर करनी होगी। इसके बाद की उसकी सारी जिम्मेदारी संबंधित सरकारों पर आ जाएगी। डिलीवरी के लिए कुछ निर्धारित स्थान तय किए गए हैं। वैक्सीन की सभी खुराकों को करनाल, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता में सरकारी मेडिकल स्टोर डिपो के साथ क्षेत्रीय वैक्सीन स्टोर्स में स्टोर किया जाएगा। यहां से इन्हें प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भेजा जाएगा।
2 जनवरी को होगा पूर्वाभ्यास
2 जनवरी को देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में वैक्सीनेशन का ड्राई रन (पूर्वाभ्यास) किया जाएगा। केंद्र सरकार ने कहा कि सभी राज्यों की राजधानियों में कम से कम तीन जगहों पर ये ड्राई रन किया जाएगा। इसके अलावा कुछ राज्यों में ऐसे जिलों में भी ड्राई रन किया जाएगा जहां इलाका कठिन है या फिर लॉजिस्टिक सपोर्ट काफी खस्ताहाल है। इससे पहले 28 और 29 दिसंबर को चार राज्यों में ड्राई रन हुआ था।