
#NewsBytesExclusive: फंगल इंफेक्शन क्यों एक बढ़ता हुआ खतरा है? त्वचा विशेषज्ञ से जानिए
क्या है खबर?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, फंगल रोग एक बढ़ती हुई सार्वजनिक स्वास्थ्य चिंता है और हर साल करोड़ों की संख्या में लोग इससे ग्रस्त होते हैं।
बता दें कि फंगल इंफेक्शन फंगस के कारण होने वाला संक्रमण रोग है, जो त्वचा, बाल, नाखून और आंतरिक अंगों को प्रभावित कर सकता है।
इस संक्रमण के बारे में विस्तार से जानने के लिए जब न्यूजबाइट्स हिंदी ने डॉक्टर शिल्पी बंसल से कुछ सवाल किए तो उन्होंने कई महत्वपूर्ण बातें बताई।
कारण
फंगल इंफेक्शन होने के क्या कारण हैं?
डॉक्टर शिल्पी ने कहा, "फंगल इंफेक्शन के कई कारण हो सकते हैं। यह संक्रमण से ग्रस्त व्यक्ति या जानवर के संपर्क में आने से हो सकता है। इसके अतिरिक्त कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले इस संक्रमण के प्रति अधिक संवेदनशील रहते हैं।"
उन्होंने आगे बताया कि यह संक्रमण गर्म, नम और दूषित वातावरण के माध्यम से फैल सकता है। इसके अलावा कुछ बीमारियां जैसे कि मधुमेह और कैंसर आदि भी फंगल इंफेक्शन के जोखिम को बढ़ा सकती हैं।
लक्षण
किसी को फंगल इंफेक्शन हुआ, इसका पता कैसे लगाया जा सकता है?
डॉ शिल्पी ने बताया, "फंगल इंफेक्शन के लक्षण संक्रमण के प्रकार और स्थान पर निर्भर करते हैं। इसके सबसे आम लक्षण खुजली, लालिमा, पपड़ीदार त्वचा, दाने और सूजन हैं।
उन्होंने आगे बताया कि अगर संक्रमण नाखून पर होगा तो इसके कारण नाखूनों का रंग बदल सकता है या वे मोटे या टूट हो सकते हैं। इसके अलावा सिर पर संक्रमण होने पर सिर की त्वचा पर पपड़ीदार पैच पड़ जाते हैं और प्रभावित हिस्से से बाल भी हटने लगते हैं।
अंतर
फंगल इंफेक्शन और स्किन सोरायसिस में क्या अंतर है?
डॉ शिल्पी ने बताया कि फंगल इंफेक्शन और स्किन सोरायसिस के कुछ लक्षण एक जैसे हैं, लेकिन दोनों ही अलग-अलग त्वचा संबंधी समस्या है।
उन्होंने आगे कहा, "फंगल इंफेक्शन फंगस के कारण होने वाला संक्रमण है, जबकि स्किन सोरायसिस एक ऑटोइम्यून बीमारी है, जो संक्रामक नहीं होती।"
डॉ शिल्पी ने ये भी बताया कि फंगल इंफेक्शन का इलाज एंटीफंगल दवाओं और क्रीम से किया जा सकता है, जबकि सोरायसिस का इलाज दवा, क्रीम और फोटोथेरेपी से किया जा सकता है।
प्रकार
क्या फंगल इंफेक्शन के कोई प्रकार है या ये एक ही तरह का होता है?
डॉ शिल्पी ने बताया कि फंगल इंफेक्शन के मुख्य रूप से चार प्रकार हैं, जिसमें टीनिया कैपिटिस, टिनिया कॉर्पोरिस, टिनिया क्रूरिस और टिनिया पेडिस शामिल है।
उन्होंने आगे कहा, "टीनिया कैपिटिस सिर पर होने वाला फंगल संक्रमण है, जिसे स्कैल्प रिंगवर्म भी कहते हैं, जबकि टिनिया कॉर्पोरिस त्वचा के फंगल संक्रमण को कहा जाता है। इसके अतिरिक्त टिनिया क्रूरिस कमर और नितंब क्षेत्र को प्रभावित करता है, वहीं टिनिया पेडिस पैरों की त्वचा को प्रभावित करता है।"
घरेलू उपाय
फंगल इंफेक्शन के लिए घरेलू उपाय इस्तेमाल करने चाहिए या नहीं?
डॉ शिल्पी का कहना है कि घरेलू उपाय के तौर पर कुछ सावधानियां बरतनी जरूरी है, जैसे कि रोजाना नहाएं और नहाने के बाद तौलिए से खुद को अच्छे से पोंछे। इसके बाद अपने तौलिए और गंदे कपड़ों को घर के बाकि लोगों के कपड़ों से अलग धोएं।
उन्होंने आगे कहा कि त्वचा को मॉइस्चराइज रखें और डॉक्टर की सलाह अनुसार क्रीम का इस्तेमाल करें। इसके अतिरिक्त सूती और ढीले कपड़े पहनें।
सावधानियां
फंगल इंफेक्शन से ग्रस्त लोगों के लिए किन-किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है?
डॉ शिल्पी का कहना है, "फंगल इंफेक्शन से ग्रस्त लोगों को स्टेरॉयड क्रीम का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए क्योंकि ये संक्रमण को कम करने की जगह कुछ ही समय में बढ़ा सकती हैं। इसकी बजाय अनुभवी त्वचा विशेषज्ञ की सलाह अनुसार दवाएं और क्रीम का इस्तेमाल करना चाहिए।"
उन्होंने आगे कहा कि डॉक्टर की बताई क्रीम को संक्रमण से प्रभावित हिस्से पर दो सेंटीमीटर बाहर की तरफ लगाएं और खुद की हाइजीन पर अतिरिक्त ध्यान दें।
इलाज
फंगल इंफेक्शन का क्या इलाज है और इसे खत्म होने में कितना समय लगता है?
डॉ शिल्पी का कहना है, "फंगल इंफेक्शन का इलाज हर व्यक्ति की स्थिति पर निर्भर करता है। इसके इलाज के लिए डॉक्टर आपको एंटीफंगल दवाएं और क्रीम का इस्तेमाल करने की सलाह दे सकते हैं।"
उन्होंने आगे कहा कि संक्रमण को ठीक होने में 2-3 महीने तक समय लग सकता है और प्रभावित हिस्से पर संक्रमण के दाग रह सकते हैं, जो कुछ महीने बाद खुद चले जाते हैं या डॉक्टर इन्हें हटाने के लिए लोशन दे सकते हैं।
परिचय
डॉक्टर शिल्पी बंसल को 10 साल से अधिक का है अनुभव
डॉ शिल्पी बंसल की दिल्ली के रोहिणी सेक्टर-3 में खुद की एलीट नाम की क्लिनिक है और उन्हें क्लिनिकल डर्मेटोलॉजी, डर्मेटोसर्जरी, लेजर और कॉस्मेटिक डर्मेटोलॉजी का 10 साल से ज्यादा का अनुभव है।
डॉ शिल्पी का मुख्य उद्देश्य त्वचा की समस्याओं के प्रति लोगों को जागरूक करना और जीवन को बेहतर बनाना है।
उन्हें त्वचा विशेषज्ञ के तौर पर बेहतर योगदान के लिए अब तक कई प्रतिष्ठित अवॉर्ड्स मिल चुके हैं।