#NewsBytesExclusive: पद्मश्री पाने वाले इकलौते कबड्डी खिलाड़ी अजय ठाकुर के साथ खास बातचीत
प्रो कबड्डी लीग (PKL) के आठवें सीजन की शुरुआत 22 दिसंबर से होने वाली है। इस लीग में कई बड़े स्टार्स खेलते नजर आते हैं और अजय ठाकुर भी उनमें से एक हैं। ठाकुर ने लीग और अंतरराष्ट्रीय स्तर दोनों जगहों पर शानदार प्रदर्शन किया है। न्यूजबाइट्स ने 35 साल के ठाकुर से उनके सफर, संघर्षों, PKL और निजी जीवन के बारे में बातचीत की है। आइए जानते हैं ठाकुर ने क्या-क्या कहा।
न्यूजबाइट्स प्लस (फैक्ट)
बेंगलुरु बुल्स, पुनेरी पल्टन, तमिल थलाइवाज के लिए खेल चुके ठाकुर इस सीजन दबंग दिल्ली के लिए खेलते हुए नजर आएंगे। पिछले सीजन वह 13 मैचों में केवल 58 प्वाइंट ही हासिल कर सके थे।
कबड्डी के लिए कम उम्र में छोड़ दिया था घर
कबड्डी खेलने की शुरुआत पर हिमाचल प्रदेश के रहने वाले ठाकुर ने बताया कि यह उनके पिता का सपना था कि वह भारत के लिए खेलें। उन्होंने कहा, "पिता भी खिलाड़ी थे तो मुझे बचपन में ही खेलने की प्रेरणा मिल गई थी। हिमाचल में ग्राउंड्स की कमी होने के कारण मुझे काफी कम उम्र में घर छोड़ना पड़ा था। मैं हरियाणा आकर कबड्डी की ट्रेनिंग ले रहा था। हिमाचल में स्पोर्ट्स कल्चर भी अधिक डेवलेप नहीं है।"
खिलाड़ी बनाने के लिए पिता ने किया काफी संघर्ष
ठाकुर ने बताया कि घर छोड़ने के बाद वह कबड्डी पर ध्यान लगाए रख सकें, इसके लिए उनके पिता ने काफी संघर्ष किया है। उन्होंने कहा, "मेरी डाइट के लिए वह पैसे की व्यवस्था करते थे। मुझे घर की याद ना आए, इसके लिए वह हॉस्टल में ही मुझसे मिलने आते रहते थे। मुझे अच्छे खिलाड़ियों से मिलवाना और लगातार अच्छा करने के लिए प्रेरित करते रहने के अलावा भी उन्होंने मेरे लिए काफी कुछ किया है।"
पद्मश्री पाने वाले पहले भारतीय कबड्डी खिलाड़ी हैं ठाकुर
2016 में ठाकुर की कप्तानी में भारतीय टीम ने कबड्डी विश्व कप जीता था। इसके बाद 2019 में ठाकुर को पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। वह पद्मश्री पाने वाले पहले भारतीय कबड्डी खिलाड़ी हैं।
पद्मश्री की घोषणा से पहले टीवी बंद करके सो गए थे ठाकुर
ठाकुर ने बताया कि उन्हें छह बजे तक ही पता चल गया था कि उनका नाम पद्मश्री के लिए गया है, लेकिन वह इसे टीवी पर लाइव देखने की हिम्मत नहीं जुटा सके थे। उन्होंने बताया, "अर्जुन अवार्ड के लिए नॉमिनेट होने के बाद नाम कटने से मैं आहत था और पद्मश्री के लिए ऐसा कुछ झेल नहीं पाता। मैंने अपने दोस्त से बोला कि तुम मुझे बता देना और मैं टीवी बंद करके कमरे में सो गया।"
दोस्त का फोन आते ही पता चल गया कि मिलेगा अवार्ड
ठाकुर ने आगे बताया कि जैसे ही उनके दोस्त का फोन आया उन्हें तुरंत समझ आ गया था कि वह पद्मश्री पाने वाले पहले भारतीय कबड्डी खिलाड़ी बन गए हैं। उन्होंने कहा, "2016 विश्व कप जीतने के बाद मेरे लिए सबसे बड़ी खुशी यही थी। मेरे से बहुत अच्छे-अच्छे कबड्डी खिलाड़ी रहे हैं, लेकिन कबड्डी से पहला पद्मश्री पाने का सौभाग्य मुझे ही मिला। मैं, मेरा परिवार और दोस्त उस दिन काफी ज्यादा खुश थे।"
हिमाचल पुलिस में DSP हैं ठाकुर, कोरोना के समय निभाई ड्यूटी
2020 मार्च में कोरोना की शुरुआत के समय ठाकुर हिमाचल पुलिस में पुलिस उप-अधीक्षक (DSP) की अपनी ड्यूटी निभा रहे थे। उन्होंने बताया, "उस समय ऐसा माहौल था कि यदि किसी को कोविड हुआ तो उसका मरना तय है। ये सब देखते हुए मुझे भी डर लग रहा था, लेकिन मैंने अपना फर्ज निभाया। मास्क लगाए रखता था और दिन में कम से कम 100 बार हाथों को सैनिटाइज करता था।"
भारतीय टीम के साथ ये उपलब्धियां हासिल कर चुके हैं ठाकुर
ठाकुर ने भारतीय कबड्डी टीम के साथ 2014 एशियन गेम्स और 2017 एशियन कबड्डी चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता है। 2018 में हुए एशियन गेम्स में उन्होंने टीम के साथ कांस्य पदक हासिल किया था।
नवीन को सपोर्ट करना होगा मेरा काम- ठाकुर
दबंग दिल्ली के युवा स्टार खिलाड़ी नवीन कुमार और ठाकुर पहली बार एक ही टीम से खेलते दिखेंगे। नवीन को लेकर ठाकुर ने कहा कि सीनियर खिलाड़ी होने के नाते उनकी कोशिश रहेगी कि वह नवीन को आउट होने के बाद अधिक समय बाहर नहीं बैठने दें। उन्होंने कहा, "नवीन टीम का मेन रेडर होगा। मैं उसको सपोर्ट करूंगा। हमारी कोशिश रहेगी कि नवीन आउट होने के बाद अधिक समय बाहर ना रहे क्योंकि इससे खिलाड़ी की लय टूटती है।"
अधिक स्पीड के कारण औरों से अलग है नवीन- ठाकुर
नवीन की खासियत पूछने पर ठाकुर ने कहा कि उसके पास स्पीड काफी ज्यादा है और इसके साथ ही उसके पास बेहद कम समय में सही निर्णय लेने की कला है। उन्होंने कहा, "बहुत से खिलाड़ियों के पास स्पीड होती है, लेकिन वे लचीले नहीं होते हैं। हालांकि, नवीन के पास ये दोनों हैं। वह बेहद कम समय में सही निर्णय लेना जानता है और इसी कारण आज इतना सफल है।"
अपने आदर्श ठाकुर के साथ खेलने को लेकर नवीन का हौसला बुलंद
दिल्ली के पोस्टर ब्वॉय नवीन कुमार ने न्यूजबाइट्स के साथ बात करते हुए बताया था कि वह ठाकुर को अपना आदर्श मानते हैं। इस बारे में नवीन ने कहा था, "इतने बड़े स्टार खिलाड़ी के साथ खेलने का मौका मिलने को लेकर मेरे हौसले बुलंद हैं। मेरा आत्मविश्वास पहले से काफी ज्यादा बढ़ा है। अजय भाई से मैं उनके जंप और टर्न करने की कला को सीखने की कोशिश कर रहा हूं।"