
'लगान' से 'लापता लेडीज' तक, ये हैं ऑस्कर में पहुंचीं आमिर खान की फिल्में
क्या है खबर?
'लापता लेडीज' के साथ एक बार फिर आमिर खान का ऑस्कर जीतने का सपना टूट चुका है। हाल ही में ऑस्कर 2025 के लिए शॉर्टलिस्ट हुईं फिल्मों की सूची जारी की गई और इसी के साथ ही आमिर की 'लापता लेडीज' रेस से बाहर हो गई।
हालांकि, आमिर को उम्मीद थी कि उनकी ये फिल्म कम से कम नामांकन की दौड़ में तो शामिल हो ही जाएगी।
आइए जानें आमिर की उन फिल्मों के बारे में, जो ऑस्कर तक पहुंचीं।
#1
'लगान'
साल 2001 में यानी 23 साल पहले आमिर की फिल्म 'लगान' को भारत की तरफ से ऑस्कर भेजा गया था।
फिल्म ने सर्वश्रेष्ठ विदेशी भाषा की फिल्म की श्रेणी में नामांकन तक में अपनी जगह बना ली थी। ये ऑस्कर के लिए नामांकन पाने वाली टॉप 5 फिल्मों में शामिल थी, लेकिन अफसोस यह पुरस्कार जीतने से चूक गई।
एक छोटे से गांव और वहां रहने वाले लोगों की कहानी दिखाने वाली यह फिल्म यूट्यूब पर है।
#2
'रंग दे बसंती'
साल 2006 में आमिर की फिल्म 'रंग दे बसंती' को ऑस्कर जीतने का मौका मिला।
26 जनवरी 2006 को गणतंत्र दिवस के अवसर पर रिलीज हुई 'रंग दे बसंती' को 79वें अकादमी पुरस्कार (ऑस्कर) में सर्वश्रेष्ठ विदेशी भाषा की फिल्म के लिए भारत की ओर से आधिकारिक प्रविष्टि के रूप में भेजा गया था, लेकिन ये फिल्म नामांकन के लिए शॉटलिस्ट नहीं हो पाई थी।
नेटफ्लिक्स पर आप इस फिल्म का लुत्फ उठा सकते हैं।
#3
'तारे जमीन पर'
आमिर ने तीसरी बार भारत के लिए ऑस्कर जीतने की उम्मीद तब जताई थी, जब साल 2008 में उनकी फिल्म 'तारे जमीन पर' को ऑस्कर भेजा गया था।
भारत से विदेशी भाषा की श्रेष्ठ फिल्मों की श्रेणी में इसे जगह मिली थी, लेकिन यह फिल्म भी नामांकन पाने से पहले ही दौड़ से बाहर हो गई।
डाइसलेक्सिया से पीड़ित बच्चे की कहानी दिखाने वाली यह फिल्म यूट्यूब पर मौजूद है।
आमिर ने इस फिल्म का निर्देशन किया था।
#4 और #5
'पीपली लाइव' और 'लापता लेडीज'
आमिर की ऑस्कर जीतने की उम्मीद चौथी बार उनकी फिल्म 'पीपली लाइव' ने जगाई थी।
अनुषा रंजन ने इस फिल्म का निर्देशन किया था और आमिर ने अपनी पूर्व पत्नी किरण राव के साथ मिलकर यह फिल्म बनाई थी। सर्वश्रेष्ठ विदेशी भाषा की फिल्म की श्रेणी में इसे भारत से आस्कर भेजा गया था, लेकिन यह शॉर्टलिस्ट नहीं हो पाई।
हाल ही में आमिर की फिल्म 'लापता लेडीज' भी ऑस्कर की दौड़ से बाहर हो गई।