जयंती विशेष: गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में है डिस्को किंग बप्पी लहरी का नाम
इसी साल फरवरी में महान गायक बप्पी लहरी दुनिया छोड़कर चले गए। मुंबई में 69 साल की उम्र में उन्होंने अंतिम सांस ली। उनका जन्म 27 नवंबर, 1952 को पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में हुआ था। इस लिहाज से आज (27 नवंबर) उनकी 70वीं जयंती है। बहुत कम लोगों को पता होगा कि बप्पी दा का नाम प्रतिष्ठिति गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज है। आइए आपको बताते हैं इससे जुड़ा किस्सा।
1986 में बप्पी ने 33 फिल्मों में गाए 180 गाने
'डिस्को किंग' के नाम से पहचाने जाने वाले बप्पी ने साल 1986 में 33 फिल्मों में 180 गानों को अपनी आवाज दी थी। इतने कम समय में इतने अधिक गाने रिकॉर्ड कर पाना कोई आसान काम नहीं था। इसके लिए उनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज हो गया। इतना ही नहीं, उनके मशहूर गाने 'जिमी जिम्मी आ जा' को 45 विदेशी भाषाओं में डब किया गया, जो एक वर्ल्ड रिकॉर्ड है।
वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने भी किया सम्मानित
इसी वाकये का जिक्र करते हुए बप्पी ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उनके नाम से एक वक्त पर पांच स्टूडियोज बुक होते थे और वह पांचों स्टूडियोज में एक साथ काम करते थे। यूनाइटेड किंगडम स्थित वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने भारतीय सिनेमा में योगदान देने के लिए भी उन्हें सम्मानित किया था। बता दें कि भारत में डिस्को म्यूजिक को पहचान दिलाने में बप्पी का योगदान सबसे अधिक रहा। उन्हें 'चाइना अवॉर्ड' से भी नवाजा गया था।
बप्पी ने अपने लुक का कराया था ट्रेडमार्क
दिवंगत बप्पी ने खुद 2019 में एक इंटरव्यू में बताया था कि उन्होंने अपने लुक का ट्रेडमार्क कराया है। उन्होंने कहा था कि वह अमेरिकी पॉप स्टार एल्विस प्रेसली से प्रभावित थे। प्रेसली भी अपने कॉन्सर्ट के दौरान सोने की चेन पहनते थे। प्रेसली को देखकर बप्पी के मन में ख्याल आता था कि वह भी सफल होकर अपनी अलग पहचान बनाएंगे। यही वजह है कि जब उन्होंने मुकाम हासिल किया तो अपने शौक को भी पूरा किया।
80 और 90 के दशक में था बप्पी का क्रेज
80 और 90 के दशक में बप्पी के गानों ने जमकर लोकप्रियता बटोरी थी। उन्होंने 'आई एम ए डिस्को डांसर', 'नैनो में सपना', 'ऊ लाला' सहित कई हिट गानों को कंपोज किया। बप्पी दा ने आखिरी बार फिल्म 'बागी 3' में अपनी आवाज दी थी। उन्होंने गीत-संगीत के अलावा सियासत में भी हाथ आजमाया था। वह 2014 में भाजपा की तरफ से चुनाव लड़े थे। हालांकि, उन्हें लोकसभा चुनाव में हार मिली थी।