UP Board Calendar 2022-23: मार्च में होंगी बोर्ड परीक्षाएं, कक्षा 9-10 के परीक्षा पैटर्न में बदलाव
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद ने अगले शैक्षणिक सत्र यानि 2022-23 का वार्षिक कैलेंडर जारी कर दिया है। कैलेंडर के अनुसार, राज्य में बोर्ड परीक्षाएं मार्च, 2023 में आयोजित होंगी। इसके अलावा माध्यमिक स्कूलों में इसी सत्र से कक्षा 9 और 10 की लिखित परीक्षाएं नए प्रारूप पर कराई जाएंगी। अब इन कक्षाओं के छात्रों के लिए कुल पांच मासिक परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी। नया परीक्षा पैटर्न राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के तहत तैयार किया गया है।
कक्षा 9 और 10 के परीक्षा पैटर्न में होगा बदलाव
माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गुलाब देवी ने उत्तर प्रदेश बोर्ड का 2022-23 का शैक्षणिक कैलेंडर सोमवार को जारी किया और कहा कि कक्षा 9 और 10 की परीक्षा नए पैटर्न पर होगी जिसमें दो खण्ड होंगे। उन्होंने बताया कि पहले खंड में 30 प्रतिशत अंकों के बहु विकल्पीय प्रश्न होंगे, जिनका उत्तर OMR शीट पर देना होगा और दूसरे खंड में 70 प्रतिशत अंकों के वर्णनात्मक प्रश्न होंगे, जिनका जवाब उत्तर पुस्तिका पर लिखना होगा।
परीक्षा पैटर्न में अन्य क्या बदलाव होंगे?
देवी ने बताया कि पहली बार इसी सत्र में पांच मासिक परीक्षाओं का आयोजन होगा, जिसमें तीन बार बहुविकल्पीय और दो बार वर्णनात्मक परीक्षाएं होंगी। बहुविकल्पीय प्रश्नों के आधार पर मासिक परीक्षाएं जुलाई और नवम्बर के आखिरी और फरवरी, 2023 के पहले हफ्ते में होंगी। वर्णनात्मक मासिक परीक्षाएं अगस्त और नवम्बर के अंतिम हफ्ते में करवाई जाएंगी। अर्धवार्षिक परीक्षा के प्रैक्टिकल सितम्बर के अंतिम हफ्ते और लिखित परीक्षाएं अक्टूबर के दूसरे और तीसरे हफ्ते में आयोजित होंगी।
20 जनवरी तक सिलेबस पूरा करने का लक्ष्य
कैलेंडर के मुताबिक, आगामी शैक्षणिक सत्र का सिलेबस सभी कक्षाओं के लिए 20 जनवरी 2023 तक पूरा कर लिया जाएगा। कक्षा 10 और 12 की प्री-बोर्ड प्रैक्टिकल परीक्षाएं जनवरी, 2023 के तीसरे सप्ताह में होंगी, जबकि कक्षा 10 और 12 की प्री-बोर्ड थ्योरी परीक्षाएं 1 से 15 फरवरी, 2023 तक आयोजित की जाएंगी। वहीं प्रैक्टिकल परीक्षा 16 फरवरी से 28 फरवरी, 2023 तक आयोजित की जाएंगी और फिर फाइनल परीक्षाएं मार्च 2023 में आयोजित की जाएंगी।
छात्रों की ड्रॉप आउट दर को कम करके शत-प्रतिशत नामांकन कराने का होगा प्रयास
देवी ने कहा कि छात्रों की ड्रॉप आउट दर को कम करके शत-प्रतिशत नामांकन कराने के लिए प्राथमिक स्कूलों की तर्ज पर 'स्कूल चलो अभियान-माध्यमिक शिक्षा' शुरू किया जाएगा। उन्होंने बताया कि छात्रों को भारत के स्वर्णिम इतिहास की जानकारी देने और उनमें राष्ट्रीय मूल्यों का अधिक विकास करने के लिए आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में स्कूलों में विभिन्न आयोजन कराए जाएंगे। इसके अलावा उन्होंने जानकारी दी कि NEP के तहत स्कूलों में करियर काउंसिलिंग भी कराई जाएंगी।