UGC NET: जानिए पुरातत्व विज्ञान विषय में कौन-से टॉपिक हैं महत्वपूर्ण, कैसे करें तैयारी?
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) की राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (NET) के पेपर 2 में उपलब्ध कराए गए विषयों में पुरातत्व विज्ञान भी शामिल है। भारत के पुरातत्व इतिहास में रुचि रखने वाले छात्र इस विषय से परीक्षा देते हैं। इस विषय में पुरातत्वकालीन अलग-अलग संस्कृति, शैलियां, नगर विकास, विभिन्न युगों की विशेषताओं के बारे में पढ़ना होता है। आइए जानते हैं UGC NET के लिए पुरातत्व विज्ञान का पाठ्यक्रम, महत्वपूर्ण टॉपिक और उपयोगी किताबें।
क्या है पुरातत्व विज्ञान का पाठ्यक्रम?
खंड 1- पुरातत्व का परिचय खंड 2- प्रागैतिहासिक काल का परिचय खंड 3- पुरापाषाणकाल का विकास खंड 4- मध्यपाषाण और नवपाषाण काल खंड 5- आद्य इतिहास, नगरीकरण की ओर हडप्पा संस्कृति खंड 6- लौह युग और नए शहरी केंद्रों का विकास खंड 7- स्थापत्य कला, भारतीय इतिहास के महत्वपूर्ण स्त्रोत के रूप में खंड 8- पुरालिपि शास्त्र और अभिलेख शास्त्र खंड 9- मुद्राशास्त्र, इतिहास के महत्वपूर्ण स्त्रोत के रूप में सिक्के खंड 10- पुरातात्विक शोध प्रविधि
कौन-सी किताबें पढ़ें?
उम्मीदवार पॉल बान की पुरातत्व एक परिचय, पुरातत्व की प्रमुख अवधारणाएं, आरपीएच संपादकीय बोर्ड के NTA UGC NET JRF पुरातत्व- पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र, डेविड डाउन की द आर्कियोलॉजी बुक, टिमोथी ए इनसोल की पुरातत्व वैचारिक चुनौती नामक किताब का इस्तेमाल कर सकते हैं। उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे ऐसी किताबों को चुने, जिनमें सभी अवधारणाओं को सरल भाषा में समझाया गया हो। उम्मीदवार पुरातत्व विज्ञान के कोचिंग नोट्स से भी पढ़ सकते हैं।
किन मुद्दों पर करें फोकस?
UGC NET की परीक्षा में पुरातत्व की परिभाषा, इतिहास, पुरातात्विक आंकड़े, मध्यपाषाण और नवपाषाण संस्कृति, हड़प्पा संस्कृति का विकास और पतन, प्रायद्वीपीय भारत में लोहे के साक्ष्य, स्थापत्य कला के विकास से संबंधित सवाल आते हैं, इनके बारे में पढ़ें। इसके अलावा भारत के प्रमुख मंदिर, वास्तुकला, प्रमुख शैलियां, कला और प्रतिमा, भारत में लेखन कला, अभिलेख, सिक्के निर्माण की तकनीक, अलग-अलग राजवंश के सिक्के, केस स्टडी, क्षेत्रीय जांच आदि के बारे में प्रमुखता से पढ़ें।
कैसे करें तैयारी?
पुरातत्व विज्ञान की तैयारी करते समय महत्वपूर्ण टॉपिक्स के नोट्स जरूर बनाएं। परीक्षा में सफलता के लिए रिवीजन सबसे ज्यादा जरूरी है। पिछले साल के प्रश्नपत्र और मॉक टेस्ट हल करके समय प्रबंधन मजबूत करें। अपने कमजोर क्षेत्रों की पहचान करें और कठिन टॉपिक्स को ज्यादा से ज्यादा बार पढ़ें। परीक्षा में दोहराए जा रहे सवालों को बार-बार हल करें। परीक्षा में पूछे गए विकल्पों को भी तैयार करें। दैनिक, साप्ताहिक और मासिक लक्ष्य बनाकर पढ़ाई करें।