दर्शनशास्त्र विषय से कर रहे हैं UGC NET की तैयारी तो अपनाएं ये टिप्स, मिलेगी सफलता
अगर आप दर्शनशास्त्र विषय से विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) की राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (NET) की तैयारी कर रहे हैं तो ये लेख आपके काम का है। दर्शनशास्त्र से UGC NET की परीक्षा पास करना कठिन है और कुछ ही उम्मीदवार परीक्षा में उत्तीर्ण हो पाते हैं। इस लेख में हम आपको दर्शनशास्त्र विषय से परीक्षा की तैयारी करने की ऐसी टिप्स बताने जा रहे हैं, जो उम्मीदवारों को अधिक अंक लाने की दिशा में मदद करेंगी।
दर्शनशास्त्र का पाठ्यक्रम क्या है?
UGC NET के दर्शनशास्त्र के पाठ्यक्रम को अलग-अलग खंड में बांटा गया है। खंड 1- पारंपरिक भारतीय ज्ञान मीमांसा और तत्व मीमांसा खंड 2- पारंपरिक पाश्चात्य दर्शन, प्राचीन, मध्यकालीन और आधुनिक खंड 3- भारतीय नीतिशास्त्र खंड 4- पाश्चात्य नीतिशास्त्र खंड 5- समकालीन भारतीय दर्शन खंड 6- समकालीन पाश्चात्य दर्शन खंड 7- भारतीय सामाजिक और राजनीतिक दर्शन खंड 8- पाश्चात्य सामाजिक और राजनीतिक दर्शन खंड 9- तर्कशास्त्र खंड 10- अनुप्रयुक्त दर्शनशास्त्र इन सभी खंडों में अलग-अलग विचार, अवधारणाएं, असमानताएं पढ़ना होंगी।
पढ़ाई के लिए मुख्य किताबें कौन-सी हैं?
दर्शनशास्त्र पढ़ने के लिए ऑफलाइन और ऑनलाइन कई किताबें उपलब्ध हैं, लेकिन अच्छी तैयारी के लिए सर्वश्रेष्ठ पुस्तकों का चुनाव करें। 'ट्रूमैन UGC NET दर्शनशास्त्र', अरिहंत प्रकाशन की 'NTA UGC पेपर 2 दर्शनशास्त्र', दिव्य प्रकाश पाठक की 'दर्शनशास्त्र परीक्षा गाइड', सतीश चंद्र चटर्जी की 'भारतीय दर्शनशास्त्र का परिचय' और फ्रैंक थिली की 'दर्शनसाश्त्र का इतिहास' कुछ मुख्य किताबें हैं। इसके अलावा छात्र कोचिंग संस्थानों के नोट्स का इस्तेमाल कर सकते हैं।
प्रतिदिन कितना पढ़ें?
दर्शनशास्त्र के पाठ्यक्रम में बहुत सी विचारधाराएं, अवधारणाएं, दर्शन, प्रतीक, मूल्याकंन और सिद्धांत जैसी जानकारियां शामिल हैं। पाठ्यक्रम को पूरा करने के लिए प्रतिदिन कम से कम 6 घंटे जरूर पढ़ें। अगर समय कम है तो पढ़ाई के घंटों को बढ़ाएं। पाठ्यक्रम में दिए प्रत्येक खंड को अच्छे से तैयार करें। परीक्षा में किसी भी खंड से सीधा सवाल पूछा जा सकता है। प्रत्येक खंड को पढ़ने के लिए समय बांट लें। कठिन खंडों को पढ़ने में ज्यादा समय दें।
मॉक टेस्ट हल करें
उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे एक बार पाठ्यक्रम पूरा करने के बाद पिछले सालों के प्रश्नपत्रों को हल करें। इसके साथ ही टेस्ट सीरीज और मॉक टेस्ट का अभ्यास करें। उम्मीदवार अपनी साप्ताहिक तैयारी में टेस्ट सीरीज को शामिल करें। प्रति सप्ताह कम से कम 2 मॉक टेस्ट दें। इससे परीक्षा पैटर्न और प्रश्नों के प्रकार समझने में मदद मिलेगी। मॉक टेस्ट देने के बाद खुद का आंकलन करें। अपने कमजोर क्षेत्रों पर काम करें।
नोट्स बनाएं, रिवीजन के लिए अपनाएं ये तकनीक
पाठ्यक्रम के प्रत्येक खंड को पढ़ते हुए उसकी महत्वपूर्ण जानकारियों को नोट्स में लिखें। महत्व के स्तर पर जानकारियों को अलग-अलग रंगों से हाईलाइट करें, ताकि कम समय में महत्वपूर्ण टॉपिकों का रिवीजन किया जा सके। परीक्षा में सफल होने के लिए रिवीजन करना बेहद जरूरी है। रिवीजन के लिए अपनी स्टडी टेबल के पास महत्वपूर्ण जानकारियों का फ्लैश कार्ड चिपका लें। इसके अलावा तैयारी कर रहे अपने दोस्तों को टॉपिक्स समझाएं, इससे रिवीजन में मदद मिलेगी।