UPSC टॉपर जुनैद अहमद ने भूगोल वैकल्पिक विषय से दी थी मुख्य परीक्षा, ऐसे करें तैयारी
क्या है खबर?
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा (CSE) की मुख्य परीक्षा में कई सारे वैकल्पिक विषयों का विकल्प दिया गया है।
इन्हीं में से एक विषय है भूगोल। UPSC 2018 बैच के टॉपर IAS जुनैद अहमद ने इसी वैकल्पिक विषय से मुख्य परीक्षा दी थी।
भूगोल स्कोरिंग विषय है और सामान्य अध्ययन विषयों के पाठ्यक्रम से भी जुड़ा है।
आइए जानते हैं भूगोल वैकल्पिक विषय का पाठ्यक्रम, महत्वपूर्ण किताबें और तैयारी की टिप्स।
पाठ्यक्रम
भूगोल का पाठ्यक्रम क्या है?
पेपर 1 में भौतिक भूगोल, मानव भूगोल है। इसमें भू-आकृति विज्ञान, जलवायु विज्ञान, समुद्र विज्ञान, बायोग्राफी, पर्यावरण भूगोल है। मानव भूगोल में मानव भूगोल परिप्रेक्ष्य, आर्थिक भूगोल, जनसंख्या और निपटान भूगोल, क्षेत्रीय योजना, मानव भूगोल में मॉडल, सिद्धांत और कानून जैसे विषय शामिल हैं।
पेपर 2 में भारत का भूगोल है। इसमें भौतिक सेटिंग, संसाधन, कृषि, उद्योग, परिवहन, संचार और व्यापार, सांस्कृतिक सेटिंग, बस्तियां, क्षेत्रीय विकास और योजना, राजनीतिक पहलू, समकालीन मुद्दे आदि टॉपिक पढ़ने होंगे।
किताब
कौन-सी किताबों से पढ़ें?
पेपर 1 के भाग को कवर करने के लिए जीसी लियोंग के प्रमाणपत्र भौतिक और मानव भूगोल, माजिद हुसैन की मानव भूगोल, सविंद्र सिंह की भौतिक भूगोल, रूपा प्रकाशन की भौतिक भूगोल माजिद हुसैन की भूगोल में मॉडल, आरडी दीक्षित की भौगोलिक विचार किताब का इस्तेमाल कर सकते हैं।
पेपर 2 को भाग को पढ़ने के लिए माजिद हुसैन की भारत का भूगोल, खुल्लर की भारत एक व्यापक भूगोल, कक्षा 11 और कक्षा 12 की NCERT किताबें पढ़ें।
एटलस
एटलस है जरूरी, मानचित्र पर ध्यान दें
भूगोल विषय की तैयारी एटलस के बिना अधूरी है। भूगोल को समझने के लिए एटलस का उपयोग करें।
इससे अवधारणाओं को बेहतर तरीके से समझने में मदद मिलेगी।
उम्मीदवार ऑक्सफोर्ड एटलस और ओरिएंट ब्लैकस्वान एटलस में से किसी का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
परीक्षा में अच्छे अंक लाने के लिए मानचित्रों का अभ्यास सबसे ज्यादा जरूरी है।
मानचित्र की सहायता से मिट्टी, इलाके, कृषि पैटर्न, नदियां, जल निकासी जैसे विषय कवर कर सकते हैं।
नोट्स
रिवीजन के लिए नोट्स बनाएं
भूगोल के वैकल्पिक विषय का पाठ्यक्रम बड़ा है, ऐसे में उम्मीदवार प्रत्येक महत्वपूर्ण विषयों के नोट्स बना लें।
इससे रिवीजन में आसानी होगी। खुद से तैयार किए गए नोट्स जानकारियों को याद रखने में मदद करेंगे।
उम्मीदवार पिछले सालों के प्रश्नपत्र का अवलोकन करें। इससे परीक्षा में पूछे गए प्रश्नों के प्रकार को समझने में मदद मिलेगी।
उत्तर लेखन का अभ्यास करें और नियमित रूप से मॉक टेस्ट हल करें। अपने उत्तरों में डाटा को जरूर शामिल करें।