UPSC मुख्य परीक्षा के लिए ऐसे करें कृषि वैकल्पिक विषय की तैयारी
क्या है खबर?
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा (CSE) की मुख्य परीक्षा में कृषि प्रमुख वैकल्पिक विषय है।
इस विषय से ज्यादा स्कोर किया जा सकता है। इसका पाठ्यक्रम भी अन्य विषयों की अपेक्षा छोटा है।
इसे 4 से 5 महीने में ही कवर किया जा सकता है, इसका पाठ्यक्रम सामान्य अध्ययन के पेपर से मिलता-जुलता है। ऐसे में कई उम्मीदवार इसे वैकल्पिक विषय चुनते हैं।
आइए जानते हैं कृषि वैकल्पिक विषय के लिए पाठ्यक्रम और तैयारी के टिप्स।
पाठ्यक्रम
कृषि वैकल्पिक विषय का पाठ्यक्रम क्या है?
कृषि वैकल्पिक विषय के लिए पेपर 1 के पाठ्यक्रम में पारिस्थितिकी, पर्यावरण प्रदूषण, कृषिविज्ञान फसल पैटर्न, जैविक और सटीक खेती, खरपतवार विज्ञान, वानिकी, मृदा विज्ञान और पोषक तत्व प्रबंधन, मृदा और जल संरक्षण, कृषि अर्थशास्त्र, कृषि विस्तार जैसे विषय शामिल हैं।
पेपर 2 के लिए कोशिका विज्ञान, पौधे का पालन पोषण प्रक्रिया, बीज उत्पादन और प्रौद्योगिकी, प्लांट फिजियोलॉजी, बागवानी और परिदृश्य बागवानी, पौध सरंक्षण तकनीक, खाद्य उत्पादन और पोषण प्रबंधन आदि विषयों के बारे में पढ़ना होता है।
किताबें
कृषि वैकल्पिक विषय के लिए किताबें
उम्मीदवारों को अलग-अलग विषयों के लिए कई किताबों का इस्तेमाल करना होगा।
उम्मीदवार वीके जैन की प्लांट फिजियोलॉजी के मूल तत्व, बीडी सिंह की आनुवांशिकी के मूल तत्व, पादप प्रजनन सिद्धांत और विधियां, पीडी शर्मा प्लांट पैथोलॉजी, एन कुमार की बागवानी का परिच, डीके दास की परिचयात्मक मृदा विज्ञान, एके व्यास की कृषि का परिचय, वीटी राजू और डीवीएस राव की कृषि उत्पादन और प्रबंधन का अर्थशास्त्र किताबों का इस्तेमाल करें।
कम समय होने पर कोचिंग नोट्स का उपयोग करें।
पेपर 1
ऐसे करें पेपर 1 की तैयारी
पिछले साल के प्रश्नपत्रों को देखें तो पारिस्थितिकी, जलवायु परिवर्तन से जुड़े मुद्दों से सवाल ज्यादा आ रहे हैं, इनकी अच्छी से तैयारी करें।
कृषि विज्ञान में विभिन्न कृषि-जलवायु क्षेत्रों में फसल पैटर्न, कम अवधि वाली फसलें कवर करें।
मृदा और जल संरक्षण, वानिकी खंड और खरपतवार विज्ञान में दिए गए खंड़ों को प्रमुख से पढ़ें।
कृषि अर्थशास्त्र में अधिकांश सवाल करेंट अफेयर्स से संबंधित होते हैं, इसकी तैयारी के लिए अखबार जरूर पढ़ें।
पेपर 2
ऐसे करें पेपर 2 की तैयारी
पेपर 2 में पादप प्रजनन और प्लांट फिजियोलॉजी से हर साल सवाल पूछे जाते हैं, इनकी अच्छे से तैयारी करें।
पौधों की वृद्दि-विकास के तत्व, पौधों के रोग, बीज परीक्षण प्रक्रिया और फायदे, पौध सरंक्षण की तकनीकें, कीट प्रबंधन, बागवानी की प्रमुख अवधारणाएं आदि पढ़ें।
प्रत्येक टॉपिक से संबंधिक बेसिक्स स्पष्ट करें। भारत में खाद्य उत्पादन, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खाद्य नीतियां प्रमुखता से कवर करें।
पौधों की कोशिका संरचना, उत्परिवर्तन, आनुवांशिकता के भाग को गहराई से पढ़ें।
नोट्स
इन प्रमुख विषयों पर नोट्स जरूर बनाएं
परीक्षा की तैयारी के लिए नोट्स जरूर बनाएं। नोट्स के माध्यम से आसानी से रिवीजन करने में मदद मिलेगा।
उम्मीदवार कृषि वैकल्पिक विषय के लिए कुछ प्रमुख विषयों पर नोट्स जरूर बनाएं।
इनमें आनुवांशिकी, शरीर क्रिया विज्ञान, प्रजनन, कृषिविज्ञान, मृदाविज्ञान, खाद्य उत्पादन, वानिकी के विषयों पर नोट्स तैयार करें।
अपनी अध्ययन सामग्री को सीमित करने का प्रयास करें। किसान और खाद्य संकट को लेकर समाचार पत्र पढ़ें।
खाद्य उत्पादन, पोषण प्रबंधन संबंधी रिपोर्ट को तैयार करें।
लेखन
उत्तर लेखन का अभ्यास करें
मुख्य परीक्षा के लिए कृषि वैकल्पिक विषय की तैयारी के लिए पिछले साल के प्रश्नपत्रों को हल करना सबसे ज्यादा जरूरी है।
उम्मीदवार टाइमर लगाकर पिछले वर्ष के प्रश्नपत्र और मॉक टेस्ट हल करें।
इस विषय में उत्तर लेखन का सबसे ज्यादा महत्व है। उत्तरों को प्वाइंट्स में लिखें और डायग्राम शामिल करें।
प्रतिदिन कम से कम 2 उत्तर लिखने की कोशिश करें। टॉपर्स की कॉपियां देखकर अपने उत्तरों में सुधार करें।