UPSC परीक्षा पास करना चाहते हैं? ऐसे बनाएं अध्ययन योजना
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा (CSE) भारत की सबसे प्रतिष्ठित और चुनौतीपूर्ण परीक्षाओं में से एक है। इस परीक्षा में लाखों उम्मीदवार शामिल होते हैं, लेकिन कुछ ही सफल हो पाते हैं। परीक्षा में सफलता के लिए 2 से 3 साल कड़ी मेहनत की जरूरत होती है। सही दिशा में मेहनत करने के लिए अध्ययन योजना जरूरी है। आइए जानते हैं अध्ययन योजना बनाते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा की तैयारी साथ-साथ करें
सभी उम्मीदवारों को प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा की तैयारी साथ-साथ करनी चाहिए। तैयारी की शुरुआत में 1 महीने में NCERT किताबें पढ़कर आधार बनाएं। उसके बाद सामान्य अध्ययन के विषयों को पढ़ें। हर विषय को पढ़ते समय प्रारंभिक परीक्षा के साथ मुख्य परीक्षा के लिए जरूरी तथ्यों को कवर करें। प्रत्येक पाठ पढ़ने के बाद उत्तर लिखने का अभ्यास करें। तैयारी की शुरुआत में उत्तर की गुणवत्ता के बारे में चिंता न करें।
परीक्षा तिथि और परीक्षा का पाठ्यक्रम याद करें
अपने कैलेंडर में परीक्षा तिथि को चिन्हित करें और परीक्षा तारीख को अपनी स्टडी टेबल के पास चिपका लें। इससे ये अंदाजा लगाने में मदद मिलेगी कि कितना समय बचा है और अध्ययन योजना में क्या परिवर्तन करना चाहिए। तैयारी शुरू करने से पहले परीक्षा पाठ्यक्रम अपने साथ रखें। पाठ्यक्रम को जितना संभव हो बार-बार देखें और याद करने की कोशिश करें। पाठ्यक्रम याद करने से आप जरूरी टॉपिकों का अंदाजा लगा सकेंगे।
दैनिक आधार पर लक्ष्य लिखें
अध्ययन योजना को दैनिक आधार पर लिखने की आदत बनाएं। इसके लिए अलग से कॉपी रखें ताकि आपको पता चल सके कि कौन-सी चीजें आपने कवर कर ली है। दैनिक आधार पर लक्ष्य निर्धारित करें और उन्हें किसी भी स्थिति में पूरा करें।
अपने दिन को विभाजित करें
अच्छी अध्ययन योजना में प्रतिदिन कम से कम 10 घंटे का समय पढ़ाई को देना जरूरी है। जो लोग नौकरी के साथ तैयारी कर रहे हैं वे 5-6 घंटे का समय पढ़ाई के लिए निकालें। अपने दिन को अलग-अलग खंड में विभाजित करें। 1 से 2 घंटे अखबार और 2 से 3 घंटे सामान्य अध्ययन विषय पढ़ें। 2 घंटे करेंट अफेयर्स पढ़ें। प्रतिदिन 1 से 2 घंटे उत्तर लेखन का अभ्यास करें और CSAT के सवालों को हल करें।
रिवीजन और मॉक टेस्ट के लिए समय दें
UPSC परीक्षा का पाठ्यक्रम बहुत बड़ा है और विषयों पर पकड़ बनाने के लिए दैनिक आधार पर जानकारियों को दोहराने की जरूरत होती है। ऐसे में अपनी अध्ययन योजना में रिवीजन का समय जरूर रखें। रिवीजन के लिए दैनिक, साप्ताहिक और मासिक योजना बनाएं। समय-समय पर तैयारी का आंकलन करना जरूरी है, ऐसे में करेंट अफेयर्स और स्टेटिक विषयों पर मॉक टेस्ट हल करें। इससे कमजोर क्षेत्रों की पहचान हो सकेगी। अच्छे अंक आने पर आप प्रेरित भी रहेंगे।
नोट्स बनाने के लिए समय दें
अपनी अध्ययन योजना में नोट्स बनाने का समय भी आवंटित करें। नोट्स में महत्वपूर्ण तथ्यों और अवधारणाओं को शामिल करें। तैयारी की शुरुआत में नोट्स बनाने से बचें। किसी भी विषय को कम से कम 2 बार पढ़ने के बाद ही नोट्स बनाएं।
कमजोर विषयों के लिए ज्यादा समय आवंटित करें
एक अच्छी अध्ययन योजना में आप कमजोर विषयों को पढ़ने में ज्यादा समय आवंटित करते हैं। तैयारी की शुरआत में कुछ विषय आप आसानी से पढ़ सकेंगे और कुछ विषयों में कठिनाई आएगी। इन विषयों और कठिन टॉपिकों की सूची बना लें और इन्हें ज्यादा समय देकर अच्छी तरह समझें। इन विषयों को पढ़ने के लिए ऐसे वक्त का चुनाव करें जब आपका दिमाग सबसे ज्यादा एकाग्र रहता हो। इससे याद करने में कठिनाई नहीं होगी।