UPSC: मुख्य परीक्षा के लिए ऐसे करें कानून वैकल्पिक विषय की तैयारी
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा मुख्य परीक्षा में कानून वैकल्पिक विषय का विकल्प उपलब्ध कराया गया है। कानून विषय से स्नातक करने वाले कई उम्मीदवार इस विषय को चुनते हैं। साल 2017 में 9वीं रैंक हासिल करने वाली सौम्या शर्मा ने भी इसी वैकल्पिक विषय से परीक्षा दी थी। ये विषय सामान्य अध्ययन के पेपर से भी जुड़ा है, ऐसे में तैयारी में आसानी रहेगी। आइए जानते हैं कानून वैकल्पिक विषय का पाठ्यक्रम और तैयारी की टिप्स।
कानून विषय के लिए पेपर 1 का पाठ्यक्रम
पेपर 1 के पहले खंड संविधान, संविधान की विशेषताएं, मौलिक अधिकार और कर्तव्य, कानूनी सहायता, निर्देशक सिद्धांत, सर्वौच्च न्यायालय और उच्च न्यायलय, केंद्र, राज्य और स्थानीय निकाय, विधायी शक्तियां, विशेषाधिकार, संघ-राज्यों के अधीन सेवाएं, आपातकालीन प्रावधान, संविधान संशोधन, प्रशासनिक कार्रवाई की न्यायिक समीक्षा के बारे में पढ़ना होगा। दूसरे खंड अंतरराष्ट्रीय कानून में कानून की प्रकृति और परिभाषा, अंतरराष्ट्रीय कानून और न्यायपालिका के बीच संबंध, संयुक्त राष्ट्र, अंतरराष्ट्रीय मानवतावादी कानून, आंतकवाद, अंतरराष्ट्रीय आर्थिक व्यवस्थाओं के बारे में पढ़ना होगा।
कानून विषय के लिए पेपर 2 का पाठ्यक्रम
पेपर 2 के पहले खंड अपराध का कानून में आपराधिक दायित्व के सामान्य सिद्धांत, सजा के प्रकार, मृत्युदंड के उन्मूलन के रूझान, राज्य के खिलाफ अपराध, सार्वजनिक शांति के खिलाफ अपराध, भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, नागरिक अधिकारों का सरंक्षण आदि टॉपिक हैं। दूसरे और तीसरे खंड में कानून की प्रकृति, लापरवाही, गैरकानूनी कैद, उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम, अनुबंध, प्रदर्शन और अनुबंधों का निर्वहन, परक्राम्य लिखत अधिनियम के बारे में पढ़ना होगा। पाठ्यक्रम में समकालीन कानूनी विकास से जुड़े मुद्दे भी शामिल हैं।
कानून विषय के लिए किताबें
उम्मीदवार तैयारी के लिए इन किताबों का इस्तेमाल कर सकते हैंः- भारतीय संवैधानिक कानूनः एमपी जैन प्रशासनिक कानूनः आईपी मैसी अंतरराष्ट्रीय कानूनः मैल्कम शॉ आईपीसी पर पाठ्यपुस्तकः केडी गौर स्टार्क का अंतरराष्ट्रीय कानूनः जेजी स्टार्क टॉर्ट्स का कानूनः आरके बांगिया अनुबंध और विशिष्ट राहत का कानूनः अवतार सिंह भारत का संविधानः पीएम बख्शी न्यायशास्त्र कानून सिद्धांतः बीएन मणि त्रिपाठी इसके अलावा कम समय में तैयारी के लिए उम्मीदवार ऑनलाइन कोचिंग नोट्स का इस्तेमाल कर सकते हैं।
इन अधिनियम को जरूर पढ़ें
उम्मीदवार पाठ्यक्रम में दिए गए पराक्रम्य लिखित अधियनिम 1881, भारतीय भागीदारी अधिनियम 1932, माल अधिनियम 1930, सूचना का अधिकार अधिनियम 2005, भारतीय अनुबंध अधिनियम 1872 के बारे में पढ़ें। इसके अलावा वायु और जल प्रदूषण की रोकथाम और नियंत्रण अधिनियम, वन संरक्षण अधिनियम, पर्यावरण संरक्षण अधिनियम 1986, सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम 2000, प्रतियोगिता अधिनियम 2002, कॉपीराइट अधिनियम 1957, भारतीय दंड संहिता 1860, मध्यस्थता और सुलह अधिनियम 1996, नागरिक अधिकार अधिनियम 1955 का सरंक्षण आदि को कवर जरूर करें।
परिभाषा और अवधारणाओं को याद करें
कानून विषय में बहुत सी परिभाषाओं और अवधारणाओं को याद करना होगा। उम्मीदवार पाठ्यक्रम समझने के लिए प्रत्येक खंड से जुड़ी परिभाषाओं और अवधारणाओं को नोट कर लें। इनका बार-बार रिवजीन करें। केवल कानून मामले के नामों को याद करने के बजाय अवधारणाओं और सिद्धांतों को समझें। किताबों से इतर इंटरनेट का उपयोग करें। प्रत्येक दिन के लिए अच्छी अध्ययन योजना बना लें और लक्ष्य बनाकर पढ़ाई करें। पिछले साल के प्रश्नपत्रों का बारीकी से अध्ययन करें।
उत्तर लेखन का अभ्यास करें
कानून विषय में अच्छे अंक लाने के लिए उत्तरलेखन का अभ्यास जल्द ही शुरू कर दें। उत्तरलेखन के अभ्यास के लिए अच्छी टेस्ट सीरीज में नामांकन कराएं। अपने उत्तरों में कानून शब्दावली का प्रयोग करें। वैकल्पिक पेपर में आपको एक विशेषज्ञ की तरह लिखना होगा। अपने उत्तरों में उदाहरणों को शामिल करें। प्रत्येक उत्तर में महत्वपूर्ण कानून मामलों को शामिल करें। उत्तर लिखते समय गति और राइटिंग पर ध्यान दें और कमजोर विषयों के लिए ज्यादा उत्तर लेखन करें।