UPSC प्रारंभिक परीक्षा में सिर्फ 2 दिन बाकी, ऐसे करें इतिहास, अर्थशास्त्र और राजव्यवस्था का रिवीजन
क्या है खबर?
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा (CSE) 2023 का आयोजन 28 मई को होगा।
अब परीक्षा में केवल 2 दिन बाकी है। ऐसे में विद्यार्थी सब कुछ छोड़कर तैयारी में जुटे हैं।
अभ्यर्थी किसी भी तरह प्रारंभिक परीक्षा के पड़ाव को पास करना चाहते हैं। अब परीक्षा के आखिरी दिनों में अभ्यर्थी सभी विषयों का रिवीजन करने में जुटे हैं।
ऐसे में आइए जानते हैं कम समय में राजव्यवस्था, इतिहास जैसे प्रमुख विषयों का रिवीजन कैसे करें।
रिवीजन
रिवीजन क्यों है जरूरी?
कई विद्यार्थी पढ़ाई बहुत करते हैं, लेकिन परीक्षा पास नहीं कर पाते। इसके पीछे की वजह है परीक्षा हॉल में उत्तर याद नहीं आना।
अगर आप तैयारी के दौरान रिवीजन को पर्याप्त समय देंगे तो परीक्षा हॉल में जानकारियों को रीकॉल कर पाएंगे।
अब परीक्षा में बहुत कम समय हैं। ऐसे में उम्मीदवार सभी विषयों के महत्वपूर्ण टॉपिकों का रिवीजन कर अपनी तैयारी को मजबूत बना सकते हैं।
रिवीजन के दौरान सभी महत्वपूर्ण जानकारियों को कवर करना जरूरी है।
राजव्यवस्था
भारतीय राजव्यवस्था का रिवीजन
भारतीय राजनीति और शासन में राज्य के नीति निर्देशक तत्व, संसद, राज्यपाल, प्रस्तावना, मौलिक अधिकार, मौलिक कर्तव्य, संविधान की सरंचना, सुप्रीम कोर्ट, मुख्यमंत्री, हाईकोर्ट, पंचायती राज, भारत के संवैधानिक निकाय और गैर-संवैधानिक निकाय, राष्ट्रपति, नगरपालिका से संबंधित टॉपिकों का जरूर रिवीजन करें।
राजव्यवस्था के रिवीजन के लिए नोट्स का इस्तेमाल करें और महत्वपूर्ण कीवर्ड्स पर ज्यादा ध्यान दें।
इस खंड में भूलने की संभावना ज्यादा होती है। ऐसे में महत्वपूर्ण टॉपिकों को अच्छी तरह समझें और रटने से बचें।
अर्थशास्त्र
अर्थशास्त्र का रिवीजन
अर्थशास्त्र का पाठ्यक्रम बड़ा है। ऐसे में कम समय में सब कुछ रिवाइज कर पाना संभव नहीं है।
ऐसे में उम्मीदवार आखिरी समय में मौद्रिक नीति, राजकोषीय नीति, वस्तु एवं सेवा कर, सार्वजनिक वितरण प्रणाली, हरित क्रांति, श्वेत क्रांति, नीति आयोग, पंचवर्षीय योजनाएं, वित्त आयोग, विदेशी संस्थागत निवेशक, मनी मार्केट और कैपिटल मार्केट, न्यूनतम समर्थन मूल्य, प्रत्यक्ष विदेशी निवेश से जुड़े टॉपिकों का रिवीजन कर लें।
इस खंड में रिवीजन के लिए ग्राफ और सर्वे रिपोर्ट का उपयोग करें।
लिखि
लिख-लिख कर करें रिवीजन
वैज्ञानिक शोध में ये बात निकल कर सामने आई है कि यदि विद्यार्थी किसी जानकारी को पढ़ने के बाद उसे लिखते हैं, तो उन्हें वो जानकारी लंबे समय तक याद रहती है।
ऐसे में उम्मीदवार महत्वपूर्ण और कठिन खंड़ों का लिख-लिख कर रिवीजन करें।
रिवीजन के लिए हर चीज लिखने की जरूरत नहीं है, केवल वही चीजे लिखें जो बार-बार पढ़ने के बाद भी याद नहीं हो पा रही।
रिवीजन के लिए लिखना और दूसरों को समझाना बेहतर तरीका है।
इतिहास
इतिहास का रिवीजन
भारतीय इतिहास में 1857 का विद्रोह, होम रूल आंदोलन, भारत सरकार अधिनियम 1919, भूमि राजस्व प्रणाली, खिलाफत आंदोलन, सविनय अवज्ञा आंदोलन, गोलमेज सम्मेलन, कांग्रेस का विभाजन, बंगाल विभाजन, सामाजिक और धार्मिक सुधार आंदोलन, चार्टर अधिनियम, रोलेट एक्ट, गांधी-इरविन समझौता, नेहरू रिपोर्ट, माउंटबेटन योजना, भारत सरकार अधिनियम 1935, भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम 1947 के बारे में सभी जानकारियां रिवाइज कर लें।
भारतीय इतिहास के रिवीजन के लिए निमॉनिक्स तकनीक और ऐतिहासिक कहानियों का इस्तेमाल करें।
विज्ञान
विज्ञान और प्रौद्योगिकी का रिवीजन
विज्ञान का पाठ्यक्रम भी बड़ा है और इसे कम समय में पूरा पढ़ पाना संभव नहीं है।
ऐसे में अभ्यर्थी भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान, नासा, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, रक्षा तकनीक, नैनो, मैलवेयर, ब्लॉकचेन तकनीक, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO), क्लाउड कंप्यूटिंग, वायु और जल प्रदूषण पैदा करने वाली गैसें आदि के बारे में सभी जानकारियों को रिवाइज कर लें।
इस खंड के रिवीजन के लिए करेंट अफेयर मैगजीन को जरूर शामिल करें।