CBSE: 12वीं के छात्र ऐसे करें मनोविज्ञान की तैयारी, मिलेंगे अच्छे अंक
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) की 12वीं की बोर्ड परीक्षा में मनोविज्ञान (साइकोलॉजी) एक महत्वपूर्ण विषय है। इस विषय में मानव व्यवहार और मानसिक प्रक्रियाओं के बारे में पढ़ाया जाता है। मनोविज्ञान के पेपर में थ्योरी और प्रैक्टिकल भाग होते हैं। पहले भाग में कई सारी अवधारणाएं होती हैं, इसकी वजह से अधिकांश छात्र कठिनाई महसूस करते हैं। आइए 12वीं के लिए मनोविज्ञान का पाठ्यक्रम और तैयारी की उपयोगी टिप्स के बारे में जानते हैं।
क्या है मनोविज्ञान का पाठ्यक्रम?
12वीं के मनोविज्ञान के पाठ्यक्रम में 7 प्रमुख खंड शामिल हैं। इसमें मनोवैज्ञानिक गुणों में भिन्नता, स्व और व्यक्तित्व, जीवन की चुनौतियां, मनोवैज्ञानिक विकार, चिकित्सीय दृष्टिकोण, दृष्टिकोण और सामाजिक अनुभूति, सामाजिक प्रभाव और समूह प्रक्रियाएं जैसे खंड हैं। इसमें मानव कार्यप्रणाली में व्यक्तिगत अंतर, मनोवैज्ञानिक गुणों का आंकलन, व्यक्तित्व की अवधारणा, आंकलन रिपोर्ट, तनाव की प्रकृति, मनोवैज्ञानिक विकारों का वर्गीकरण, थेरेपी के प्रकार, मनोचिकित्सा और सामाजिक व्यवहार की व्याख्या जैसे टॉपिक शामिल हैं।
सभी पाठों को पढ़ना है जरूरी
मनोविज्ञान का पाठ्यक्रम बड़ा है, इसे जल्दी कवर करने के लिए कई बार छात्र केवल कुछ महत्वपूर्ण चीजें ही पढ़ते हैं, लेकिन ये गलत है। परीक्षा में सरल सवाल भी पूछे जाते हैं। ऐसे में अगर आपने पूरे पाठों को नहीं पढ़ा है तो आप जबाव नहीं दे पाएंगे और सरल प्रश्नों के अंक खो देंगे। परीक्षा तैयारी के दौरान प्रत्येक पाठ का कम से कम 2 बार अध्ययन करें, इसके बाद महत्वपूर्ण टॉपिकों पर ध्यान केंद्रित करें।
हर दिन रिवीजन है जरूरी
मनोविज्ञान में कई सारी कठिन अवधारणाएं और तथ्य शामिल हैं। इनका प्रतिदिन रिवीजन करना भी जरूरी है। किताबों से रिवीजन न करें, इससे जानकारियों में भ्रमित होने की आशंका रहती है। परीक्षा के लिए आपको महत्वपूर्ण अनुभागों पर ध्यान देने की ज्यादा जरूरत होती है, ऐसे में शॉर्ट नोट्स का इस्तेमाल करें। दोस्तों के साथ चर्चा करना भी रिवीजन का अच्छा तरीका है। इसके अलावा उम्मीदवार लिखकर भी रिवीजन कर सकते हैं।
अवधारणाओं का वास्तविक जीवन में अभ्यास करें
मनोविज्ञान की सबसे अच्छी बात ये है कि आप अवधारणाओं का अपने वास्तविक जीवन में अभ्यास कर सकते हैं। अपनी कक्षा में सीखी गई अवधारणाओं को जीवन की विभिन्न परिस्थितियों में लागू करके परीक्षण करें। शब्दावली और विषय के बारे में अधिक जानने के लिए किताबें पढ़ें और उत्तरों को मनोवैज्ञानिक भाषा में लिखने का प्रयास करें। स्वयं और व्यक्तित्व, मनोवैज्ञानिक विकार, सामाजिक अनुभूति और चिकित्सकीय दृष्टिकोण संबंधित टॉपिकों पर विशेष ध्यान दें।
आरेख बनाना सीखें
साइकोमेट्रिक सिद्धांत, मल्टीपल इंटेलिजेंस सिद्धांत से संबंधित आरेख बनाना सीखें। उत्तरों के साथ चित्र बनाने से अच्छे अंक मिलेंगे। उत्तरों में मनोवैज्ञानिक परिभाषाएं जोड़ें और जानकारियों को प्वाइंट्स में लिखने का प्रयास करें। सैंपल पेपर हल करके उत्तर लेखन का अभ्यास कर सकते हैं।