UPSC: समाजशास्त्र वैकल्पिक विषय की तैयारी के लिए करें इन किताबों का इस्तेमाल
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा मुख्य परीक्षा में समाजशास्त्र महत्वपूर्ण वैकल्पिक विषय है। ये विषय सामान्य अध्ययन पाठ्यक्रम के प्रमुख अनुभागों को कवर करता है। इस वजह से अधिकांश उम्मीदवार इसका चुनाव करते हैं। छोटा पाठ्यक्रम और पर्याप्त अध्ययन सामग्री होने के चलते ये स्कोरिंग भी माना जाता है। इस विषय में अच्छे अंक लाने के लिए सही किताबों का इस्तेमाल करना जरूरी है। आइए इस विषय के लिए महत्वपूर्ण किताबों के बारे में जानते हैं।
पेपर 1 का पाठ्यक्रम
पेपर 1 में समाजशास्त्र अनुशासन, विज्ञान के रूप में समाजशास्त्र, अनुसंधान के तरीके और विश्लेषण, समाजशास्त्रीय विचारक, स्तरीकरण और गतिशीलता, कार्य और आर्थिक जीवन, राजनीति और समाज, धर्म और समाज, रिश्तेदारी की व्यवस्था और आधुनिक समाज में सामाजिक परिवर्तन जैसे 10 खंड हैं। इनमें सामाज सुधार, कार्ल मार्क्स, मैक्स वेबर, एमिल दुर्खटीम जैसे सामाजिक विचारक, विभिन्न प्रकार के सामाजिक संगठन, धर्म के समाजशास्त्रीय सिद्दांत, पितृसत्ता और श्रम विभाजन जैसे टॉपिक पढ़ने होंगे।
पेपर 1 के लिए किताबें
पेपर 1 की तैयारी के लिए एंथोनी गिडेंस द्वारा समाजशास्त्र, एम फ्रांसिस अब्राहम और जॉन हेनरी मॉर्गन के समाजशास्त्रीय विचार, ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी ऑफ सोशियोलॉजी किताब का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अलावा रिट्जर जॉर्ज का समाजशास्त्रीय सिद्धांत, हरलाम्बोस और होलबोर्न का समाजशास्त्र, ओपी गौबा का राजनीतिक सिद्धांत जैसी किताबें भी उपयोगी हैं। इन किताबों में पाठ्यक्रम के अनुरूप जानकारियां संकलित हैं। ये पुस्तकें परीक्षा तैयारी करने वाले उम्मीदवारों के बीच बेहद लोकप्रिय हैं।
पेपर 2 का पाठ्यक्रम
पेपर 2 में भारतीय समाज का परिचय, सामाजिक संरचना, सामाजिक परिवर्तन जैसे 3 प्रमुख खंड है। इसमें भारतीय समाज के परिप्रेक्ष्य, भारतीय समाज पर औपनिवेशिक शासन का प्रभाव, ग्रामीण और कृषि सामाजिक सरंचना, जाति व्यवस्था, भारत में जनजातीय समुदाय, भारत में सामाजिक वर्ग जैसे खंड शामिल हैं। इसके अलावा सामाजिक परिवर्तन के दृष्टिकोण, ग्रामीण और कृषि परिवर्तन, औद्योगिकीकरण और शहरीकरण, राजनीति और समाज, आधुनिक भारत में सामाजिक आंदोलन, जनसंख्या गतिशीलता, सामाजिक परिवर्तन की चुनौतियां जैसे टॉपिक पढ़ने होंगे।
पेपर 2 के लिए किताबें
पेपर 2 के लिए एमएन श्रीनिवास द्वारा भारत में सामाजिक परिवर्तन, वीणा दास द्वारा लिखित हैंडबुक ऑफ इंडियन सोशियालॉजी, एमएन श्रीनिवास द्वारा कास्ट इट्स 20th सेंचुरी अवतार, योगेंद्र सिंह द्वारा भारतीय परंपरा का आधुनिकीकरण नामक किताब पढ़ें। इसके अलावा नदीम हसनैन द्वारा भारतीय समाज और संस्कृति, एमवी राव द्वारा जनजातीय भारत में दृढ़ता और परिवर्तन, ए आर देसाई द्वारा भारतीय राष्ट्रवाद की सामाजिक पृष्ठभूमि, एसएल दोशी की ग्रामीण समाजशास्त्र नामक किताबें भी उपयोगी है।
NCERT किताबों पर ध्यान रखें
समाजशास्त्र पाठ्यक्रम से जुड़ी बुनियादी अवधारणाओं को समझने के लिए NCERT किताबों का इस्तेमाल करें। कक्षा 11 की पाठ्यपुस्तक समाजशास्त्र का परिचय, कक्षा 12 की भारतीय समाज और भारत में सामाजिक परिवर्तन और विकास नामक पुस्तक पढ़ें। उम्मीदवार तैयारी के लिए ऑनलाइन नोट्स की मदद भी ले सकते हैं। उम्मीदवार दैनिक रूप से अखबार पढ़ें, समाज से संबंधित मुद्दों पर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय संगठनों की रिपोर्ट पढ़ें। स्टेटिक भाग को करेंट अफेयर्स से जोड़कर पढ़ें।