बोर्ड परीक्षा में फेल होने से जीवन खत्म नहीं होता, सफलता के लिए ऐसे हों तैयार
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा मंडल (CBSE), छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CGBSE), उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UPSEB) समेत अलग-अलग राज्य बोर्ड ने 10वीं और 12वीं के परीक्षा परिणाम घोषित कर दिए हैं। इन परिणामों में कई छात्र पास हुए तो कुछ छात्रों का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा। परीक्षा में फेल होने से छात्र हताश हैं और तनाव में हैं। अगर आप भी असफल होने से परेशान हैं तो यहां बताए गए विकल्पों को अपना सकते हैं।
कंपार्टमेंट परीक्षा के लिए तैयारी करें
अगर आप 2 विषयों में फेल हो गए हैं तो कंपार्टमेंट परीक्षा में शामिल होकर अपना पूरा साल बर्बाद होने से बचा सकते हैं। परीक्षा में फेल होने की चिंता में समय बर्बाद न करें। परीक्षा में पास होने के लिए विषय के पाठ्यक्रम को अच्छी तरह समझ लें। पिछली बार परीक्षा में क्या गलतियां हुई, इन पर विचार करें। अपने कमजोर क्षेत्रों की पहचान करें। कई बार घबराहट में प्रदर्शन खराब होता है। ऐसे में मॉक टेस्ट हल करें।
परीक्षा में फेल होने से जीवन खत्म नहीं होता
कई बार विद्यार्थी परीक्षा में फेल होने पर बहुत ज्यादा तनाव में आ जाते हैं और आत्महत्या जैसे कदम उठा लेते हैं। विद्यार्थियों को समझना चाहिए कि परीक्षा में फेल होना जिंदगी से बड़ा नहीं है। जीवन यहां खत्म नहीं होता, ये महज एक परीक्षा है। विद्यार्थियों और उनके माता-पिता को असफलता को स्वीकार करना चाहिए। माता-पिता बच्चों का खास ख्याल रखें, उन्हें ताना देने की बजाय उनसे बात करें और आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करें।
अगले सत्र के लिए खुद को तैयार करें
अगर आप 3 या उससे ज्यादा विषयों में फेल हो गए हैं, तो अगले सत्र में परीक्षा देने का मौका मिलेगा। कई बार विद्यार्थी फेल होने पर वापस उसी कक्षा में दाखिला नहीं लेना चाहते, क्योंकि अपने जूनियर के साथ पढ़ने में उन्हें शर्मिंदगी महसूस होती है। ऐसे में विद्यार्थी प्राइवेट परीक्षा दे सकते हैं या किसी दूसरे स्कूल में दाखिला लेने पर विचार करें। अगले सत्र के लिए पढ़ने की दिनचर्या, कोचिंग आदि को लेकर निर्णय कर लें।
नकारात्मक न सोचें, आप उदाहरण बन सकते हैं
पूरे दुनिया में बड़े पदों पर बैठे कुछ लोग स्कूल की परीक्षा में फेल हुए थे, लेकिन वे हताश नहीं हुए और दुनिया के लिए उदाहरण बने। आप भी ऐसा कर सकते हैं। अपने आप को नकारात्मक विचारों से दूर रखें। कई विद्यार्थी फेल होने के बाद सोचने लगते हैं कि वे आगे कुछ नहीं कर पाएंगे। उनकी जिंदगी बर्बाद हो गई है। आप इन विचारों से दूर रहें। अपनी प्रतिभा को पहचानें और आगे बढ़ें।
मनोवैज्ञानिक की मदद लें
अगर आप ज्यादा तनाव में हैं और आपका किसी काम में मन नहीं लग रहा तो मनोवैज्ञानिक की मदद लें। कई राज्य बोर्ड के विद्यार्थियों को मुफ्त मनोवैज्ञानिक मार्गदर्शन उपलब्ध कराते हैं। आप मनोवैज्ञानिक से बात करें और उसे अपनी सारी समस्या बताएं। माता-पिता को भी अपने बच्चे पर ध्यान देना चाहिए। अगर बच्चा किसी से बात नहीं कर रहा है, रो रहा है और अकेले रहने लगा है तो तुरंत मनोवैज्ञानिक के पास ले जाएं।
स्ट्रीम बदलें
अगर आपको कोई विषय कठिन लगता है और आप उसमें फेल हो गए हैं, तो अगले सत्र में स्ट्रीम बदलकर देखें। कई विद्यार्थी अपने सहपाठियों की देखादेखी में 11वीं में कठिन विषय का चुनाव कर लेते हैं। 11वीं में किसी तरह वो पास हो जाते हैं, लेकिन 12वीं में उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहता। ऐसे विद्यार्थी स्ट्रीम बदलकर देखें और 12वीं में ऐसे विषय चुने जो उन्हें सरल और दिलचस्प लगते हों।