सफलता की सीढ़ी चढ़ने के लिए असफतलाओं को स्वीकारना है जरूरी, ऐसे लाएं बदलाव
क्या है खबर?
जिंदगी एक रोलर कोस्टर है, यहां हम सुख और सफलता के साथ दुख और असफलता का अनुभव करते हैं।
कई नौकरीपेशा लोग या छात्र विफलता मिलने पर निराश हो जाते हैं और कुछ कर पाने का जज्बा खो देते हैं, लेकिन याद रखें कि असफलताएं जीवन का हिस्सा हैं और ये कुछ न कुछ सिखाती है।
जिंदगी में सफलता की सीढ़ी चढ़ने के लिए असफलताओं को स्वीकारना जरूरी है।
हम आपको पर्सनालिटी डेवलपमेंट का यही पाठ सिखाने जा रहे हैं।
भावना
अपनी भावनाओं को स्वीकारें
जब हम असफल होते हैं तो उदासी, चिंता, तनाव, गुस्सा, पश्चताप जैसी भावनाएं हमें घेर लेती हैं।
ये भावनाएं किसी भी व्यक्ति के लिए असहज होती हैं और इनसे छुटकारा पाने के लिए व्यक्ति गलत कदम उठा लेता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि असफल होने के बाद हमें इन भावनाओं को सामान्य रूप से स्वीकार करना चाहिए।
ये भावनाएं हमें अगली बार बेहतर बनाने और बेहतर समाधान खोजने के लिए कड़ी मेहनत करने में मदद करती हैं।
व्यक्तिगत
दूसरे क्या सोचेंगे, इसकी चिंता न करें
कई बार असफल होने पर लोग खुद को लोगों से दूर कर लेते हैं।
वे अपनी असफलताओं को दूसरों से साझा नहीं करना चाहते। वे हमेशा यही सोचते हैं कि दूसरे लोग उनके बारे में क्या सोचेंगे।
अगर आप अपने असफलताओं को भूल कर आगे बढ़ना चाहते हैं तो लोगों से बचने की कोशिश न करें।
आप असफल हुए हैं तो उन्हें कारण बताएं और आगे सुधार के लिए आप क्या करेंगे, इसके बारे में भी बताएं।
लक्ष्य
अपने लक्ष्यों पर गौर करें
पिछली असफलताओं के बारे में ज्यादा सोचने से केवल आपका समय बर्बाद होगा।
असफल होने के बाद आपको लक्ष्य प्राप्ति के लिए अलग रणनीति बनाना होगी।
अगर आप परीक्षा में सफल नहीं हो पाए तो अपने अध्ययन कौशल को विकसित करने के लिए अच्छी योजना बनाएं।
आप किसी वर्कशॉप में शामिल हो सकते हैं या किसी कौशल सलाहाकार से मदद ले सकते हैं।
नौकरी में असफल हुए हैं तो अपनी स्किल्स को सुधारने पर काम करें।
जानकारी
काउंसलर की मदद लें
असफलताओं को स्वीकार करना मुश्किल हैं। आप शारीरिक और मानसिक रूप से परेशान हो जाते हैं। अगर आप अपनी भावनाओं को नियंत्रित नहीं कर पा रहे हैं, तो काउंसलर की मदद लें। उनसे हर परेशानी को साझा करें। काउंसलर परेशानी का समाधान बता सकेंगे।
असफतला
असफलताओं से सीखें, विश्लेषण करें
असफलताओं से सीखना जीवन का सबसे बड़ा सबक है।
अगर आप लंबे समय से असफल हो रहे हैं, तो अपनी गलतियों का विश्लेषण करें। आपने जो चीज़ गलत की, उन्हें सुधारें। दूसरों की मदद लें।
हताशा को खुद पर हावी न होने दें। संकल्प लें कि इस बार पूरी मेहनत और लगन के साथ लक्ष्य को प्राप्त करने की कोशिश करेंगे।
ऐसा करने से आप मानसिक रूप से कहीं अधिक मजबूत बन सकेंगे और सफलता की राह पर आगे बढ़ेंगे।
सकारात्मक
हार न मानें, सकारात्मक लोगों के साथ रहें
अगर आप सकारात्मक लोगों के साथ रहते हैं तो असफलताओं को जल्दी स्वीकार कर पाएंगे।
ऐसे लोग आपको हमेशा प्रेरित करते हैं। अगर आप तनाव या चिंता से ग्रस्त हैं तो सकारात्मक लोगों के साथ समय बिताएं। खुद को लोगों से अलग करने से बचें।
अपने मन को समझाएं कि हार मानना कोई विकल्प नहीं हैं और असफलता से जिंदगी खत्म नहीं होती।
खुद को खुश रखें, मोटिवेशनल किताबें पढें। अपने दैनिक रूटीन से कुछ दिन का ब्रेक लें।