तंजानिया के जांजीबार में खुलेगा भारत के बाहर पहला IIT
क्या है खबर?
भारत के विदेश मंत्रालय ने बड़ी घोषणा की है। इसके तहत पहली बार भारत के बाहर भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) खोला जाएगा।
विदेश मंत्रालय की घोषणा के मुताबिक, तंजानिया के जांजीबार में भारत के बाहर पहला IIT खुलेगा।
विदेश मंत्री एस जयशंकर 4 दिवसीय तंजानिया दौरे पर हैं। बुधवार को उनकी और जांजीबार के राष्ट्रपति हुसैन अली म्विनी की मौजूदगी में ये समझौता किया गया।
विदेश मंत्री ने इस समझौते को ऐतिहासिक कदम बताया है।
विदेश
विदेश मंत्रालय ने क्या कहा?
विदेश मंत्रालय के अनुसार, पूर्वी अफ्रीकी तट और तंजानिया के हिस्से में स्थित द्वीप समूह जांजीबार में IIT मद्रास का एक परिसर स्थापित किया जाएगा। ये भारत के बाहर स्थापित होने वाला पहला IIT परिसर होगा।
भारत के शिक्षा मंत्रालय, IIT मद्रास और जांजीबार के शिक्षा और व्यावसायिक प्रशिक्षण मंत्रालय के बीच चर्चा के बाद इस समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।
जांजीबार अबू धाबी और कुआलालंपुर के साथ IIT के 3 अंतरराष्ट्रीय परिसरों में से एक बन जाएगा।
कब
कब से शुरू होगा संचालन?
भारत के बाहर जांजीबार में IIT परिसर का संचालन अक्टूबर, 2023 से शुरू होने की उम्मीद है।
शुरुआत में यहां स्नातक कोर्स में 50 और स्नातकोत्तर कोर्स में 20 छात्रों को प्रवेश दिया जाएगा। इसके खुलने से भारतीय संस्थानों में पढ़ाई के इच्छुक छात्रों को बहुत फायदा होगा।
ये पूर्वी अफ्रीकी देश में उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए भारत की विशेष सौगात होगी। विदेश मंत्री ने इस समझौते के लिए राष्ट्रपति हुसैन और कैबिनेट मंत्रियों की तारीफ की।
राष्ट्रीय
राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत विदेश में खोला जा रहा IIT
विदेश मंत्रालय के अनुसार, भारत की राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 में शिक्षा के अंतरराष्ट्रीयकरण पर ध्यान केंद्रित करने की बात कही गई है।
नई शिक्षा नीति सिफारिश करती है कि उच्च गुणवत्ता का प्रदर्शन करने वाले भारतीय विश्वविद्यालयों को दूसरे देशों में परिसर स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
इससे भारत का शैक्षिक विकास होगा और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शिक्षा को बढ़ावा मिल सकेगा।
इसी क्रम में IIT मद्रास का परिसर जांजीबार में खोला जा रहा है।
तंजानिया
भारत और तंजानिया के रिश्तों को मजबूत करेगा ये समझौता
विदेश मंत्रालय के मुताबिक, ये कदम भारतीय सीमाओं से परे प्रतिष्ठित IIT प्रणाली के महत्वपूर्ण विस्तार और क्षेत्र में शैक्षिक सहयोग और अवसरों को बढ़ावा देगा।
उसके अनुसार, जांजीबार में खुलने जा रहा परिसर भारत और तंजानिया के बीच लंबे समय में चली आ रही दोस्ती को दर्शाता है।
विदेश मंत्री ने कहा, "ये ऐतिहासिक कदम वैश्विक दक्षिण क्षेत्र को लेकर भारत की प्रतिबद्धता और वैश्विक दक्षिण क्षेत्रों के लोगों के साथ संपर्क बढ़ाने की दृष्टि को प्रदर्शित करता है।"