डॉलर के मुकाबले सबसे निचले स्तर पर पहुंचा रुपया, जानिए कितनी आई गिरावट
कमजोर घरेलू आर्थिक आंकड़ों और वैश्विक बाजारों में ग्रीनबैक की निरंतर मजबूती के दबाव में सोमवार (2 दिसंबर) को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 13 पैसे गिरकर 84.73 के निचले स्तर पर पहुंच गया। रुपया 84.59 पर खुला और दिन के दौरान 84.73 के निचले स्तर को छू गया, जिससे सत्र रिकॉर्ड निचले स्तर पर समाप्त हुआ। शुक्रवार (29 नवंबर) को भारतीय मुद्रा 13 पैसे गिरकर 84.60 पर आ गई थी, जो अब तक का सबसे निचला स्तर है।
विदेशी करेंसी पर बढ़ रहा है दबाव
डॉलर इंडेक्स में लगातार आ रही तेजी के कारण भारत समेत अन्य देशों की करेंसी पर दबाव बढ़ रहा है। विदेशी निवेशकों (FII) की बिकवाली जारी है, जिसके कारण भारतीय रुपया को लेकर फंडामेंटल कमजोर हो रहा है। FII ने नवंबर में भारतीय शेयर बाजार में करीब 46,000 करोड़ रुपये की बिकवाली की है। विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने बताया कि अमेरिकी मुद्रा के मजबूत होने और विदेशी पूंजी की निरंतर निकासी ने निवेशकों की भावनाओं को और प्रभावित किया।
इस कारण घटा रुपये का मोल
विदेशी मुद्रा व्यापारियों ने रुपये की गिरावट के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की उस टिप्पणी को जिम्मेदार ठहराया है, जिसमें उन्होंने ब्रिक (BRIC) देशों पर संभावित 100 फीसदी टैरिफ लगाने की बात कही थी। ट्रंप की बयानबाजी से डॉलर के और मजबूत होने की संभावना देखी जा रही है। इसके अलावा रुपये में गिरावट भारत की GDP ग्रोथ 7 तिमाहियों में सबसे कमजोर रहने और फॉरन एक्सचेंज रिजर्व 5 महीने के न्यूनतम स्तर पर पहुंचने से भी आई है।