इस टीम ने तैयार किया है इस बार का बजट

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस दशक का पहला बजट पेश कर दिया है। बजट भाषण में सीतारमण ने महामारी के दौरान आर्थिक स्थिति को संभालने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों का ब्यौरा दिया और कई महत्वपूर्ण ऐलान किए। बीते कई दिनों से बजट को तैयार करने का काम जारी था। इस प्रक्रिया में वित्त मंत्रालय के कई बड़े अधिकारी और सलाहकार शामिल थे। आइये, बजट तैयार करने वाली टीम के बारे में जानते हैं।
मुख्य आर्थिक सलाहकार के नेतृत्व में वित्त मंत्रालय की टीम यह बजट तैयार करती है। वित्त मंत्रालय में आर्थिक मामले, राजस्व, व्यय, वित्तीय सेवाएं, निवेश और पब्लिक एसेट मैनेजमेंट विभाग हैं। इनके शीर्ष अधिकारी मुख्य आर्थिक सलाहकार के नेतृत्व में एक साथ मिलकर बजट तैयार करते हैं। इस बार का बजट तैयार करने में के सुब्रमण्यन, अजय भूषण पांडे, तरुण बजाज, देबाशीष पांडा, टीके पांडे और टीवी सोमनाथन की मुख्य भूमिका रही।
भारत सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार के सुब्रमण्यन भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व प्रमुख रघुराम राजन के छात्र रह चुके हैं। सुब्रमण्यन ने IIT कानपुर और IIM कोलकाता से अपनी पढ़ाई पूरी की। आर्थिक मामलों में गहरी रूचि रखने वाले सुब्रमण्यन ने शिकागो यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर एल जिंगालेस और रघुराम राजन के अंडर फाइनेंशियल इकॉनोमिक्स में PhD की है। वो SEBI और RBI की कई समितियों का हिस्सा रह चुके हैं। उन्होंने आर्थिक सर्वेक्षण भी पेश किया था।
हाल में वित्त सचिव बनाए गए अजय भूषण पांडे मोदी सरकार के सबसे भरोसेमंद नौकरशाहों में से एक हैं। लॉकडाउन के दौरान राहत पैकेज की नीति तैयार करने में पांडे ने अहम भूमिका निभाई थी। महाराष्ट्र कैडर के IAS अधिकारी पांडे ने बतौर राजस्व सचिव वित्त मंत्रालय में आए थे, जिसके बाद उन्हें पदोन्नत किया गया। उन्हें टैक्स भरने की समयसीमा बढ़ाकर टैक्सपेयर्स पर पड़ने वाले बोझ को कम करने के लिए जाना जाता है।
सार्वजनिक नीति और प्रशासन में तीन दशक से ज्यादा का अनुभव रखने वाले आर्थिक मामलों के सचिव तरुण बजाज ने वित्त और उद्योग जगत के साथ नजदीक रहकर काम किया है। उन्होंने पिछले साल मई में आर्थिक मामलों के सचिव का पद संभाला था। वित्त मंत्रालय में आने से पहले बजाज प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) में तैनात थे और वो लगातार इस साल का बजट तैयार करने के लिए उद्योग संगठनों के संपर्क में थे। उनके काम पर सबकी निगाहें रहेंगी।
व्यय विभाग के सचिव टीवी सोमनाथन ने कोरोना वायरस महामारी के कारण अर्थव्यवस्था में आई मांग की कमी को दूर करने के लिए बनाई गई योजना में अहम भूमिका निभाई थी। इसके अलावा लॉकडाउन के दौरान घोषित किए गए राहत पैकेज तैयार करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका थी। जमीनी हकीकत की समझ रखने वाले टीवी सोमनाथन 1987 बैच के तमिलनाडु कैडर के IAS अधिकारी हैं। वित्त मंत्रालय में आने से पहले सोमनाथन ने भी प्रधानमंत्री कार्यालय में काम किया था।
पब्लिक एसेट मैनेजमेंट विभाग के सचिव पांडे 1987 बैच के ओडिशा कैडर के IAS अधिकारी हैं। उन्हें एयर इंडिया और भारत पैट्रोलियम जैसी सरकारी कंपनियों के निजीकरण को सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। उनका भी बजट में अहम योगदान है। 1987 बैच के उत्तर प्रदेश कैडर के IAS अधिकारी देबाशीष पांडा वित्त मंत्रालय में वित्तीय सेवा सचिव है। उन्होंने यस बैंक और लक्ष्मी विलास बैंक मामला सुलझाने में अहम भूमिका निभाई थी।
Finance Minister @nsitharaman, MoS Finance Corporate Affairs @ianuragthakur, and senior officials of the Ministry of Finance, called on President Kovind at Rashtrapati Bhavan before presenting the Union Budget 2021-22. pic.twitter.com/FUNptDXnHB
— President of India (@rashtrapatibhvn) February 1, 2021