आज खुलेगा LIC का IPO, पैसा लगाने से पहले जानें अहम बातें
भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) का IPO (इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग) आज आम लोगों के लिए खुलेगा। एंकर निवेशकों के लिए इसे 2 मई को खोल दिया गया था। सरकार इस IPO के जरिये LIC का 3.5 प्रतिशत हिस्सा बेचकर 21,000 करोड़ रुपये जुटाएगी और ये भारत का अब तक का सबसे बड़ा IPO होगा। पहले LIC के पांच प्रतिशत हिस्से को बेचा जाना था, लेकिन बाद में इसे घटा दिया गया।
क्या रहेगी शेयर की कीमत?
LIC के चेयरमैन एमआर कुमार ने बताया कि LIC के एक IPO की कीमत 902 से 949 रुपये रहेगी। LIC की पॉलिसी ले चुके लोगों को कीमत पर 60 रुपये का डिस्काउंट दिया जाएगा, वहीं खुदरा निवेशकों और कर्मचारियों को 45 रुपये का डिस्काउंट दिया जाएगा। कर्मचारियों के लिए कुल IPO का पांच प्रतिशत हिस्सा और पॉलिसी-होल्डर्स के लिए 10 प्रतिशत हिस्सा आरक्षित किया गया है। इस पूरे IPO को 'LIC 3.0' नाम दिया गया है।
LIC का IPO भारत के इतिहास में सबसे बड़ा
LIC IPO का लॉट साइज 15 शेयर रखा गया है और खुदरा निवेशक अधिकतम 14 लॉट ले पाएंगे। बता दें, लगभग छह लाख करोड़ रुपये की कीमत वाली LIC का IPO भारत के इतिहास का सबसे बड़ा IPO होगा। इससे पहले ये रिकॉर्ड पेटीएम के नाम था जिसने 2021 में 18,300 करोड़ रुपये में अपना IPO बाजार में उतारा था। पेटीएम के बाद कोल इंडिया का नंबर आता है जो 2010 में 15,500 करोड़ रुपये में अपना IPO लाई थी।
2020 के बजट में किया था LIC के विनिवेश का ऐलान
गौरतलब है कि राजकोषीय घाटे को कम करने के लिए पिछले काफी समय से केंद्र सरकार सरकारी कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी बेच रही है और इसी कड़ी में 2020 के बजट में LIC के विनिवेश और इसके IPO उतारने का ऐलान किया गया था। इसके बाद पिछले साल के बजट में भी इसका ऐलान किया गया। पहले मार्च, 2022 में इसका IPO आने वाला था, लेकिन यूक्रेन-रूस युद्ध के कारण इसे टाल दिया गया।
एंकर निवेशकों से IPO को मिली अच्छी प्रतिक्रिया
LIC के IPO को एंकर निवेशकों से अच्छी प्रतिक्रिया मिली है और कई बड़े नामों ने इसमें हिस्सेदारी की है। मुख्य एंकर निवेशकों की बात करें तो सिंगापुर सरकार, मॉनेटरी अथॉरिटी ऑफ सिंगापुर, गवर्नमेंट पेंशन फंड ग्लोबल, इनवेस्को इंडिया, सोसायटी जनरल, और सेंट कैपिटल फंड आदि शामिल रहे। घरेलू निवेशकों में SBI म्यूचुअल फंड, ICICI प्रूडेंशियल, SBI लाइफ इंश्योरेंस, HDFC ट्रस्टी, निप्पॉन लाइफ, कोटेक महिंद्रा लाइफ इंश्योरेंस, UTI म्यूचुअल फंड आदि ने हिस्सेदारी की है।
सरकार को मिल रहे उम्मीद से कम पैसे
बता दें कि सरकार को LIC के विनिवेश से उम्मीद से कम पैसे मिल रहे हैं। पहले सरकार LIC का पांच प्रतिशत हिस्सा बेचने पर 60,000 करोड़ रुपये इकट्ठा होने की उम्मीद कर रही थी, जिससे उसे 2021-22 में 78,000 करोड़ रुपये के विनिवेश का लक्ष्य हासिल करने में आसानी होती। हालांकि अब महज 21,000 करोड़ में 3.5 प्रतिशत हिस्से का विनिवेश किया जा रहा है और जरूरत पड़ने पर पांच प्रतिशत हिस्से को 30,000 करोड़ रुपये में बेचा जाएगा।
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
जब कोई कंपनी अपने शेयर को पहली बार जनता के लिए जारी करती है तो उसे IPO कहा जाता है। लिमिटेड कंपनियां शेयर बाजार में लिस्ट होने के लिए IPO लाती हैं। IPO में कंपनी अपने शेयर लोगों को देती है और बदले में फंड इकट्ठा करती है। फंड मिलने के साथ-साथ इससे कंपनी की प्रतिष्ठा में भी इजाफा होता है। साथ ही वह कंपनी भविष्य में कोई सौदा करते वक्त शेयर के माध्यम से भुगतान कर सकती है।