फिर बढ़े पेट्रोल-डीजल के दाम, इस हफ्ते कीमतों में चौथी बार इजाफा
क्या है खबर?
शनिवार को देश में एक बार फिर तेल के दामों में इजाफा हुआ है। इस हफ्ते में चौथी बार पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ाए गए हैं और चार बार में तेल 3.20 रुपये प्रति लीटर महंगा हो चुका है।
आज पेट्रोल और डीजल के दाम 80 पैसे प्रति लीटर बढ़े हैं। इसके बाद राजधानी दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 98.61 रुपये और डीजल की कीमत 89.87 रुपये प्रति लीटर हो गई है।
तेल की कीमत
किस शहर में किस भाव बिक रहा तेल?
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में आज पेट्रोल 113.31 रुपये प्रति लीटर और डीजल 97.50 रुपये, चेन्नई में पेट्रोल 104.51 रुपये और डीजल 94.55 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है। इसी तरह कोलकाता में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 107.94 रुपये और डीजल की कीमत 93.02 रुपये प्रति लीटर है।
जयपुर और भोपाल में पेट्रोल की कीमतें 110 रुपये प्रति लीटर से पार पहुंच गई है। कई अन्य शहरों में पेट्रोल 100 रुपये प्रति लीटर से पार जा चुका है।
महंगाई
आने वाले दिनों में और बढ़ सकते हैं दाम
हाल ही में रेटिंग एजेंसी मूडीज ने अपनी रिपोर्ट में कहा था पिछले साल नवंबर से इस साल मार्च के बीच भारत की तेल कंपनियों को लगभग 19,000 करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान हुआ है। उम्मीद है कि सरकार इन कंपनियों को नुकसान से बचाने के लिए कीमतें बढ़ाने की इजाजत देगी।
मंगलवार और बुधवार को तेल के दाम बढ़ने को इसका संकेत बताते हुए मूडीज ने कहा था कि कीमतें एक साथ न बढ़ाकर धीरे-धीरे बढ़ाई जाएंगी।
कारण
सरकार ने यूक्रेन में जारी युद्ध को बताया कारण
तेल की बढ़ती कीमतों के चलते विपक्षी पार्टियां लगातार सरकार पर हमलावर बनी हुई हैं।
वहीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को कहा कि यूक्रेन और रूस के बीच जारी युद्ध के चलते आपूर्ति श्रृंखला प्रभावित हुई है। इसके अलावा युद्ध के चलते कच्चे तेल के दाम भी बढ़े हैं और इसका असर सभी देशों पर पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि दुनिया में कहीं भी युद्ध होता है इसका असर पड़ता है।
तेल की कीमत
137 दिनों बाद मंगलवार से बढ़ने शुरू हुए थे दाम
मंगलवार को इस साल पहली बार देश में पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ाए गए थे। 137 दिनों में यह पहला इजाफा था। 2017 के बाद यह पहली बार है, जब तेल की कीमतों में इतने अंतराल के बाद तेजी आई है।
जानकारी के लिए बता दें कि भारत अपनी जरूरत का 85 प्रतिशत तेल विदेशों से खरीदता है। इस तरह यह तेल का दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा आयातक और उपभोक्ता है।
कमाई
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
केंद्र सरकार के लिए पेट्रोल-डीजल कमाई का एक बड़ा जरिया है। केंद्र ने पिछले 3 वित्त वर्षों में पेट्रोल और डीजल पर टैक्स से लगभग 8.02 लाख करोड़ रुपये की कमाई की है।
दिसंबर, 2021 में संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया था कि सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर टैक्स से वित्त वर्ष 2018-19 में 2,10,282 करोड़, साल 2019-20 में 2,19,750 करोड़ और साल 2020-21 में 3,71,908 करोड़ रुपये जुटाए थे।