सेंसेक्स में 1,000 से ज्यादा अंको की गिरावट, निवेशकों के डूबे 4.5 लाख करोड़
शुक्रवार को सेंसेक्स में 1,100 से ज्यादा अंकों की भारी गिरावट देखी गई है और निफ्टी में भी 348 अंकों की गिरावट दर्ज हुई। दुनियाभर के देशों में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों का असर अमेरिकी बाजार में दिख रहा है और डाउ जोंस में लगातार छठे दिन गिरावट देखी गई। गुरुवार को यह लगभग 1,200 अंक टूटा। इसका असर बाकी जगहों पर भी दिखा और निक्केई 3.08 प्रतिशत, हैंगसैंग 1.98 प्रतिशत लुढ़का। आइये, पूरी खबर जानते हैं।
निवेशकों के डूबे 4.5 लाख करोड़ रुपये
शुक्रवार सुबह 10 बजकर 50 मिनट पर सेंसेक्स 1,150 अंक नीचे 38,596 पर ट्रेड कर रहा था। इसमें 2.89 प्रतिशत की गिरावट देखी गई। वहीं निफ्टी 2.90 प्रतिशत नीचे यानी 377 अंक नीचे 11296 अंकों पर ट्रेड करता देखा गया। शुक्रवार को बाजार खुलते ही शुरुआती 15 मिनटों में निवेशकों को लगभग 4.5 लाख करोड़ रुपये डूब गए। वहीं लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप घटकर 1,47,19,335 करोड़ रह गया है। यह कल से 4 लाख करोड़ कम है।
कोरोना वायरस के कारण कमजोर हुए वैश्विक संकेत
वैश्विक संकेतों की बात करें तो कोरोना वायरस के चलते सेंटीमेंट बिगड़ गए हैं। शुक्रवार को प्रमुख एशियाई बाजार गिरावट के साथ ट्रेड कर रहे हैं। घरेलू बाजारों पर इसका असर दिख रहा है। शुक्रवार को बाजार में नवंबर, 2016 के बाद की सबसे बड़ी गिरावट देखी गई। BSE और NSE में हर सेक्टर कमजोर हुआ है आज के कारोबार में मेटल इंडेक्स में 4 फीसदी, IT इंडेक्स में 3 फीसदी, PSU बैंक इंडेक्स में 3 फीसदी गिरावट दर्ज हुई।
अर्थव्यवस्था के लिए हानिकारक साबित हो रहा कोरोना वायरस
पिछले 24 घंटों में 10 नए देशों में कोरोना वायरस के नए मामले सामने आए हैं। इससे सेंटीमेंट और बिगड़ सकते हैं। जानकारों का कहना है कि इस वायरस के चलते वैश्विक अर्थव्यवस्था पर बुरा प्रभाव पड़ेगा और इससे वैश्विक अर्थव्यवस्था की विकास दर 0.3 प्रतिशत कम हो सकती है। कोरोना वायरस के कारण न सिर्फ चीन से आपूर्ति बाधित हो रही है बल्कि दूसरे देशों के व्यापार पर भी असर पड़ रहा है।