एक होंगे दिल्ली के तीनों नगर निगम, केंद्रीय कैबिनेट ने दी विधेयक को मंजूरी
क्या है खबर?
केंद्रीय कैबिनेट ने आज दिल्ली के तीनों नगर निगमों का विलय करके एक नगर निगम बनाने से संबंधित विधेयक को मंजूरी दे दी।
सूत्रों के अनुसार, इस विधेयक को इसी बजट सत्र के दौरान अगले हफ्ते संसद में पेश किया जा सकता है।
दिल्ली नगर निगम संशोधन विधेयक, 2022 में दक्षिणी दिल्ली नगर निगम (SDMC), उत्तरी दिल्ली नगर निगम (NDMC) और पूर्वी दिल्ली नगर निगम (EDMC) के एकीकरण का प्रावधान किया गया है।
बंटवारा
2011 में तीन हिस्सों में बांटा गया दिल्ली नगर निगम
बता दें कि दिल्ली में 2011 से पहले एक ही नगर निगम हुआ करता था, लेकिन 2011 में कांग्रेस के नेतृत्व वाली तत्कालीन संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (UPA) सरकार ने इसे तीन हिस्सों में बांट दिया था।
सरकार से संबंधित सूत्रों ने कहा कि इन तीनों हिस्सों में क्षेत्र और राजस्व के मामले में असमानता थी, जिसके कारण हर निगम के पास उपलब्ध संसाधनों और उनकी जिम्मेदारियों के बीच एक बड़ा अंतर था।
बयान
असमान राजस्व से नगर निगमों की वित्तीय समस्याएं बढ़ीं- सूत्र
सूत्रों के अनुसार, तीनों नगर निगमों में ये अंतर समय के साथ बढ़ता गया जिससे उनकी वित्तीय समस्याएं भी बढ़ीं और वे समय पर वेतन और अपने कर्मचारियों को रिटायरमेंट के फायदे देने में असमर्थ रहे।
सूत्रों ने कहा कि इसका दिल्ली की सिविल सेवाओं पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा। उनके अनुसार, विलय होने के बाद एकीकृत नगर निगम अपने आप में संपन्न होगा और इससे राजधानी में नगर निगम की सेवाएं बेहतर होंगी।
टाइमिंग
विधेयक की टाइमिंग दिलचस्प, दिल्ली में लंबित हैं नगर निगम चुनाव
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने दिल्ली के तीनों नगर निगमों के एकीकरण का ये फैसला ऐसे समय पर लिया है जब शहर में नगर निगम चुनाव लंबित हैं।
इन्हें एक बार टाला जा चुका है और अब इस विधेयक के कारण इन्हें एक बार फिर से टाला जा सकता है। अभी दिल्ली के तीनों नगर निगमों में भाजपा की सरकार है और पिछले एक दशक से अधिक समय से नगर निगम पर उसका ही शासन है।
सवाल
AAP ने पूछा- भाजपा ने पहले एक क्यों नहीं किए नगर निगम
दिल्ली का सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी (AAP) ने भी विधेयक की टाइमिंग पर सवाल खड़े किए हैं।
पार्टी विधायक आतिशी ने कहा कि नगर निगम में पिछले 15 साल से और केंद्र में पिछले सात साल से भाजपा की सरकार है, ऐसे में अगर तीन हिस्सों के कारण शासन में दिक्कत आ रही थी तो भाजपा ने इन्हें पहले एक क्यों नहीं किया।
उन्होंने कहा कि पंजाब में AAP की जीत के कारण भाजपा ने ऐसा किया है।
बयान
प्रधानमंत्री मोदी को अरविंद केजरीवाल से डर लगता है- आतिशी
आतिशी ने कहा कि भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी को अरविंद केजरीवाल से डर लगता है। उन्होंने कहा कि अगर दिल्ली में नगर निगम चुनाव होते हैं तो भाजपा साफ हो जाएगी।
उन्होंने कहा, "देश के इतिहास में सिर्फ एक बार चुनाव टाले गए थे। जब इंदिरा गांधी को चुनाव हारने का डर लग रहा था तो वो इमरजेंसी लेकर आ गईं। आज भाजपा भी वही कर रही है। भाजपा को पता है वो नगर निगम चुनाव हार रही है।"
बयान
दिल्ली भाजपा ने किया फैसले का स्वागत
AAP के विपरीत दिल्ली भाजपा ने सरकार के फैसले का स्वागत किया है। दिल्ली भाजपा प्रमुख आदेश गुप्ता ने कहा, "केंद्रीय कैबिनेट द्वारा लिया गया तीनों नगर निगमों के विलय का फैसला स्वागत योग्य है। इससे सहयोग बढ़ेगा और लोगों के लिए बेहतर कार्य होगा।"