फॉक्सकॉन ने विवाहित महिलाओं को नौकरी नहीं देने के विवाद पर दी प्रतिक्रिया
ऐपल के आईफोन बनाने वाली कंपनी फॉक्सकॉन पर हाल ही में आरोप लगा है कि वह तमिलनाडु स्थित अपनी फैक्ट्री में विवाहित महिलाओं को नौकरी पर रखने से मना कर रही है। अब फॉक्सकॉन ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए केंद्र सरकार से कहा है कि उसके नए कर्मचारियों में से 25 प्रतिशत विवाहित महिलाएं हैं। कंपनी ने कहा है कि आरोप उन व्यक्तियों द्वारा लगाए गए हो सकते हैं, जिन्हें काम पर नहीं रखा गया था।
फॉक्सकॉन में कितनी महिलाएं करती हैं काम?
रिपोर्ट के अनुसार, फॉक्सकॉन फैक्ट्री में वर्तमान में लगभग 70 प्रतिशत महिलाएं और 30 प्रतिशत पुरुष हैं और तमिलनाडु प्लांट देश में महिलाओं को रोजगार देने वाली सबसे बड़ी फैक्ट्री है। इस फैक्ट्री में एक व्यस्ततम अवधि के दौरान कुल रोजगार 45,000 श्रमिकों तक पहुंच गया। हाल ही में नौकरी पर रखी गई कुल महिलाओं में से 25 प्रतिशत महिलाएं विवाहित हैं। यह भारत में वर्तमान में संचालित इस क्षेत्र की किसी भी फैक्ट्री से बेहतर है।
धार्मिक मुद्दे पर भी कंपनी ने दी प्रतिक्रिया
कंपनी ने उन आरोपों को भी गलत बताया है, जिसमें दावा किया गया था कि फॉक्सकॉन में विशेष तौर पर हिंदू विवाहित महिलाओं को धातु (आभूषण) नहीं पहनने दिए जाते। कंपनी ने कहा है कि हिंदू, मुस्लिम, ईसाई, सिख आदि की परवाह किए बिना फैक्ट्री में काम करते समय धातु हटाने की आवश्यकता होती है। सुरक्षा कारणों से धातु पहनने वाले किसी भी व्यक्ति को कंपनी के फर्श पर काम करने की अनुमति नहीं है।