संसद में आर्थिक सर्वे पेश, GDP के 6.3 से 6.8 प्रतिशत के बीच रहने का अनुमान
क्या है खबर?
संसद का बजट सत्र शुरू हो चुका है। सत्र के पहले दिन यानी आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दोनों सदनों के संयुक्त सत्र को संबोधित किया। इसके बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आर्थिक सर्वे पेश किया।
सर्वे में चालू वित्त वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की विकास की रफ्तार 6.3 से लेकर 6.8 प्रतिशत रहने की संंभावना जताई गई है।
इसके बाद संसद की कार्यवाही स्थगित कर दी गई।
GST
GST संग्रह में इतनी वृद्धि का अनुमान
सर्वे में वस्तु एवं सेवा कर (GST) संग्रह में 11 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान लगाया गया है और ये 10.62 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है।
सर्वेक्षण के अनुसार, "निर्माण क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति हुई है, जो वित्त वर्ष 2021 के मध्य से गति पकड़ रहा है और महामारी से पहले की तुलना में लगभग 15 प्रतिशत अधिक है। यह एक प्रभावशाली उपलब्धि है, जो मजबूत बुनियादी ढांचे के विकास और आवास की मांग से प्रेरित है।"
नौकरी
सर्वे में नौकरियों पर क्या कहा गया है?
वित्त मंत्री ने सर्वे में बताया कि 2030 तक गैर-कृषि क्षेत्र में हर साल औसतन 78.5 लाख नौकरियों के मौके पैदा होंगे।
सर्वे में कहा गया है कि खुदरा महंगाई के लक्षित दर पर बने रहने की उम्मीद है।
सर्वेक्षण के मुताबिक, चुनौतीपूर्ण भू-राजनीतिक परिस्थितियों के बीच वित्त वर्ष 2025 के पहले 9 महीनों में सर्विस क्षेत्र के निर्यात में 11.6 प्रतिशत की वृद्धि के साथ मजबूत प्रदर्शन हुआ है।
विकसित भारत
2047 तक विकसित भारत के लिए 8 फीसदी विकास दर जरूरी- सर्वे
सर्वे के मुताबिक, 2047 तक भारत को विकसित भारत बनाने के लिए अगले एक से 2 दशक तक 8 प्रतिशत की दर से आर्थिक विकास करना होगा।
सर्वे में सरकार ने कहा कि रेलवे, एयरपोर्ट जैसे बुनियादी ढांचों में प्रगति बरकरार है।
सर्वे में कहा गया है कि सरकार को नवाचार पर ध्यान देना चाहिए। सरकार को अपने रास्ते से हटना और व्यव्सायों को अपने कोर मिशन पर ध्यान देना चाहिए।
आर्थिक सर्वे
क्या होता है आर्थिक सर्वे?
आर्थिक सर्वे एक वित्त दस्तावेज होता है, जो देश की आर्थिक सेहत से जुड़ी जरूरी जानकारी देता है।
आर्थिक सर्वे के 3 हिस्से होते हैं। पहले हिस्से में अर्थव्यवस्था के विकास की संभावनाओं, चुनौतियों और इसे रफ्तार देने के लिए उठाए जाने वाले कदमों की जानकारी होती है।
दूसरे हिस्से में अलग-अलग क्षेत्रों का प्रदर्शन और उससे जुड़े आंकड़े होते हैं और तीसरे हिस्से में रोजगार, महंगाई, आयात-निर्यात, बेरोजगारी और उत्पादन जैसी दूसरी जानकारियां होती हैं।
मनमोहन सिंह
लोकसभा में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को दी गई श्रद्धांजलि
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने लोकसभा में दिवंगत सदस्यों के निधन पर शोक जताया, जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह का भी जिक्र किया गया।
स्पीकर ने कहा कि ये सभा डॉक्टर मनमोहन सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करती है। स्पीकर ने सिंह की उपलब्धियों का भी जिक्र किया।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जेम्स अल कार्टर के निधन पर भी शोक जताया गया। इसके बाद सदन ने दिवंगत सदस्यों के सम्मान में मौन रखा।