बजट 2025 के भाषण से गायब हुआ रेलवे, जानिए कितना मिला है बजट
क्या है खबर?
वर्ष 2017 से पहले शान से पढ़ा जाने वाला रेल बजट अब बजट भाषण से भी जैसे गायब हो गया है।
शनिवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 घंटे 17 मिनट के भाषण में रेलवे का नाममात्र जिक्र किया।
बजट 2025 में रेलवे को इस साल 2.55 लाख करोड़ रुपये आवंटित किए गए, लेकिन इसकी घोषणा की जरूरत नहीं समझी गई। यह राशि पिछले साल के लगभग बराबर है।
रेलवे के बजट आवंटन में भी कोई बदलाव नहीं।
बजट
पिछले साल जितना ही है बजट
रेलवे को पिछले साल 2.55 लाख करोड़ आवंटित हुआ था, जो 2023-24 में आवंटित 2.40 लाख करोड़ रुपये से 5 प्रतिशत अधिक था। हालांकि, इस बार यह राशि भी थोड़ी बहुत बढ़ाई गई।
पिछले साल सीतारमण ने बजट भाषण में नई वंदे भारत एक्सप्रेस शुरू करने और 3 रेल आर्थिक गलियारा बनाने की बात कही थी।
इस बार सीतारमण ने भाषण में सिर्फ रेलवे के मरम्मत, रखरखाव और ओवरहॉल (MRO) उद्योग के लिए मानदंडों में ढील देने की बात कही।
बजट
पहले आता था अलग बजट
पहले रेल बजट और आम बजट अलग-अलग पेश होता था। रेल बजट को रेल मंत्री और आम बजट को वित्त मंत्री पेश करते थे।
रेल बजट से लोगों को आम बजट के बराबर ही उम्मीद होती थी, क्योंकि यह आम और खास भारतीयों की जीवनरेखा मानी जाती है। इस दौरान बड़ी घोषणाएं होती थीं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 2016 तक रेल बजट अलग से पेश किया गया, लेकिन 2017 से रेल और आम बजट एक कर दिया गया।
जानकारी
इस बार कहां-कहां खर्च होगा रेलवे का बजट?
केंद्रीय बजट में रेलवे विभाग के लिए 2.55 लाख करोड़ रुपये का प्रावधान है, जो पेंशन फंड, नई लाइन बिछाने, लाइन को दोहरा करने, गॉज लाइन को बदलने, रेलवे टेलीकॉम और सिग्नल सिस्टम, रेलवे सुरक्षा फंड और कर्मचारी कल्याण पर खर्च होगा।