बजट 2024: निर्मला सीतारमण के भाषण से रेलवे पूरी तरह गायब, कोई बड़ी घोषणा नहीं
लगातार हो रही रेल दुर्घटनाओं और यात्रियों की समस्याओं के बीच लोगों को उम्मीद थी कि इस बार आम बजट में रेलवे के लिए कुछ बड़ी सौगात दी जा सकती है, लेकिन लोगों की उम्मीद टूट गई। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पूरे भाषण में सिर्फ एक बार रेलवे शब्द का उपयोग किया, वह भी आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम के बारे में बताते हुए। उन्होंने न तो रेलवे के लिए कोई बजट की घोषणा की और न नई ट्रेनों की।
केंद्र सरकार पर उठ रहे सवाल
सीतारमण ने आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम पर कहा कि औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए विशाखापत्तनम-चेन्नई औद्योगिक गलियारे पर कोप्पार्थी नोड और हैदराबाद-बेंगलुरु औद्योगिक गलियारे पर ओर्वाकल नोड में पानी, बिजली, रेलवे, सड़क जैसी जरूरी बुनियादी ढांचे के लिए धन दिया जाएगा। इसके अलावा कहीं रेलवे का जिक्र नहीं। ऐसे में सोशल मीडिया पर लोग केंद्र सरकार को घेर रहे हैं। लोगों का कहना है कि पहले रेल बजट को समाहित किया, अब आम बजट से रेल गायब है।
क्यों नहीं जिक्र किया गया रेलवे का?
वित्त मंत्री के आम बजट में रेलवे की कोई घोषणा न होने पर कयास लगाए जा रहे हैं कि लोकसभा चुनाव से पहले पेश अंतरिम बजट की घोषणाओं को ही इस साल आगे बढ़ाया जाएगा। इसलिए कोई नई घोषणा नहीं हुई। भारतीय रेलवे को आम बजट 2023-24 में 2.40 लाख करोड़ रुपये और अंतरिम बजट 2024-25 के दौरान 2.52 लाख करोड़ रुपये मिले थे। अंतरिम बजट में रेल सुरक्षा, नए कोच, कॉरिडोर और वंदे भारत एक्सप्रेस पर जोर था।
रेलवे के शेयरों में आई गिरावट
बजट में कोई ऐलान न होने पर रेल विकास निगम (RVNL), भारतीय रेलवे वित्त निगम (IRFC), इरकॉन इंटरनेशनल, रेलटेल कॉर्पोरेशन और टेक्समैको रेल एंड इंजीनियरिंग जैसे रेलवे स्टॉक में 1-5 प्रतिशत तक गिरावट दिखी, जबकि अंतरिम बजट के दौरान इनमें 11-112 प्रतिशत की बढ़ोतरी थी।