प्रधानमंत्री मोदी ने किया दुनिया के सबसे बड़े रेलवे प्लेटफॉर्म का उद्घाटन, जानें इसकी खास बातें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज कर्नाटक दौरे पर हैं, जहां उन्होंने राज्य को 16,000 करोड़ रुपये के विकास कार्यों की सौगात दी। इस दौरान उन्होंने दुनिया के सबसे लंबे रेलवे प्लेटफॉर्म का भी उद्घाटन किया। श्री सिद्धारूढ़ स्वामीजी हुबली स्टेशन पर स्थित इस प्लेटफॉर्म को 2 मार्च को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने भी सबसे बड़े प्लेटफॉर्म के तौर पर मान्यता दी थी। इस प्लेटफॉर्म की लंबाई 1,507 मीटर यानी करीब डेढ़ किलोमीटर है।
20 करोड़ रुपये की लागत से बना है प्लेटफॉर्म
1,507 मीटर लंबे इस प्लेटफॉर्म के निर्माण में कुल 20.1 करोड़ रुपये की लागत आई है। दरअसल, इस स्टेशन पर पहले पांच प्लेटफॉर्म थे। रेलवे ने शहर की बढ़ती जरूरतों और यात्रियों की सुविधाओं को देखते हुए ती नए प्लेटफॉर्म बनाने का फैसला लिया। इसके बाद प्लेटफॉर्म नंबर 8 को 1,507 मीटर लंबा बनाया गया। अब इस स्टेशन पर कुल 8 प्लेटफॉर्म हो गए हैं। यह हुबली यार्ड रीमॉडलिंग प्रोजेक्ट का हिस्सा है।
यात्रियों को होगा यह फायदा
इस प्लेटफॉर्म पर एक ही समय में दो अलग-अलग दिशाओं में ट्रेनों का संचालन किया जा सकेगा। इससे यात्रियों को ट्रेन के क्रॉसिंग और स्टॉपेज के लिए इंतजार नहीं करना होगा और समय की बचत होगी। हुबली उत्तरी कर्नाटक क्षेत्र में व्यापार का एक बड़ा केंद्र है। यह स्टेशन बेंगलुरू, होसपेटे, और वास्को-द-गामा या बेलगावी की ओर रेलवे लाइनों को जोड़ने वाले जंक्शन पर स्थित है। इससे रेलवे को आने वाले समय में परिचालन क्षमता बढ़ाने में भी मदद मिलेगी।
गोरखपुर रेलवे स्टेशन अब दूसरे स्थान पर
हुबली से पहले गोरखपुर रेलवे स्टेशन दुनिया का सबसे लंबा रेलवे स्टेशन माना जाता था। इसकी लंबाई 1,366.33 मीटर है। इसके बाद केरल में कोल्लम जंक्शन तीसरा सबसे लंबा प्लेटफॉर्म है। इसकी लंबाई 1,180.5 मीटर है।
कर्नाटक ने आज मील का पत्थर छुआ- प्रधानमंत्री
प्लेटफॉर्म के उद्घाटन कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने कहा कि कर्नाटक ने कनेक्टिविटी के मामले में आज एक और मील के पत्थर को छू लिया है। उन्होंने कहा, "अब श्री सिद्धारूढ़ स्वामीजी स्टेशन पर दुनिया का सबसे बड़ा प्लेटफॉर्म है। ये सिर्फ एक रिकॉर्ड नहीं है, बल्कि उस सोच का विस्तार है, जिसमें हम आधारभूत संरचना को प्राथमिकता देते हैं। पहले राजनीतिक फायदे-नुकसान देखकर ही विकास योजनाओं की घोषणा होती थी, लेकिन हम पूरे देश के लिए योजना लेकर आए हैं।"
प्रधानमंत्री ने होसपेटे स्टेशन को भी राष्ट्र को समर्पित किया
प्रधानमंत्री ने कर्नाटक दौरे में नवनिर्मित होसपेटे रेलवे स्टेशन को भी राष्ट्र को समर्पित किया। इसे हम्पी स्मारकों की तर्ज पर विकसित किया गया है। इसके अलावा उन्होंने होसपेटे-हुबली-तिनाईघाट रेलवे लाइन के विद्युतीकरण की भी शुरुआत की। इसके बाद प्रधानमंत्री ने 850 करोड़ रुपये की लागत से बने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT) धारवाड़ का उद्घाटन किया। फरवरी, 2019 में प्रधानमंत्री मोदी ने ही इस संस्थान की आधारशिला रखी थी।