तीन महीने में 14 कंपनियों ने जियो प्लेटफॉर्म में किया 1.51 लाख करोड़ रुपये का निवेश
दुनिया के सबसे अमीर लोगों की सूची में छहे पायदान पर पहुंचे उद्योगपति मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) में विदेशी कंपनियों का निवेश बढ़ता जा रहा है। बुधवार को कंपनी ने घोषणा की है कि दुनिया की दिग्गज कंपनी गूगल उनके जियो प्लेटफॉर्म में 7.7 प्रतिशत हिस्सेदारी के लिए 33,737 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। ऐसा पहली बार है जब फेसबुक और गूगल, दोनों ने एक ही कंपनी में निवेश किया है।
तीन महीने में 14 कंपनियों ने की 1.51 लाख करोड़ के निवेश की घोषणा
24 मार्च को जब लॉकडाउन की घोषणा की गई थी तो जियो प्लेटफॉर्म ने घाटे से बचने के लिए अपनी हिस्सेदारी बेचने का निर्णय किया था। इस पर 22 अप्रैल को फेसबुक ने सबसे पहले कंपनी में निवेश की घोषणा की थी। उसके बाद से विदेशी कंपनियां लगातार निवेश करती जा रही हैं। पिछले तीन महीने में दुनिया की 14 दिग्गज कंपनियां जियो प्लेटफॉर्म में 1,51,325.45 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा करते हुए 32.82 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीद चुकी हैं।
सबसे पहले फेसबुक ने की थी 43,573.62 करोड़ के निवेश की घोषणा
NDTV के अनुसार जियो प्लेटफॉर्म में सबसे पहले 22 अप्रैल को सोशल मीडिया दिग्गज कंपनी फेसबुक ने जियो प्लेटफॉर्म कंपनी की 9.9 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने के लिए 43,573.62 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की थी। उसके बाद 3 मई को अमेरिका की मल्टीनेशनल प्राइवेट इक्विटी फर्म सिल्वर लेक ने जियो प्लेटफॉर्म में 5,655.75 करोड़ रुपये की निवेश की घोषणा करते हुए कंपनी की 1.15 प्रतिशत हिस्सेदारी अपने नाम की थी।
मई के महीने में अन्य विदेशी कंपनियों ने भी दिखाई निवेश में रुचि
सिल्वर लेक के बाद में 8 मई को अमेरिका की इक्विटी फर्म विस्टा इक्विटी पार्टनर्स ने 11,367 करोड़ रुपये का निवेश करते हुए 2.32 प्रतिशत हिस्सेदारी लेने की घोषणा की थी। उसके बाद 17 मई को अमेरिका की ही जनरल अटलांटिक ने RIL की डिजिटल इकाई में 6,598.38 करोड़ के निवेश की घोषणा करते हुए 1.34 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी थी। इसी तरह 22 मई को इक्विटी दिग्गज KKR ने 11,367 करोड़ में 2.32 हिस्सेदारी खरीदी थी।
जून के महीने में छह कंपनियों ने किया निवेश
5 जून को अबूधाबी की मुबाडाला ने 9,093.60 करोड़ के निवेश से 1.85 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी। उसी दिन सिल्वर लेक ने कंपनी में 0.93 प्रतिशत की अतिरिक्त हिस्सेदारी के लिए 4,546.80 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा कर दी। 7 जून को अबुधाबी इंवेस्टमेंट अथॉरिटी ने 5,683.50 करोड़ के निवेश से 1.16 प्रतिशत, 13 जून को TPG ने 4,546.80 करोड़ के निवेश से 0.93 प्रतिशत और एल कैटरटन ने 1,894.50 करोड़ के निवेश के साथ 0.39 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीद ली।
आखिर में गूगल ने खरीदी जियो प्लेटफॉर्म की हिस्सेदारी
जियो प्लेटफॉर्म में 18 जून को पब्लिक इंवेस्टमेंट फंड ने 11,367 करोड़ के निवेश के साथ 2.32 प्रतिशत हिस्सेदारी अपने नाम कर ली थी। इसके बाद 3 जुलाई को इंटल कैपिटल 1,894.50 करोड़ रुपये के निवेश के साथ 0.39 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी। इसी तरह 12 जुलाई को अमेरिकी कंपनी क्वालकॉम वेंचर्स ने 730 करोड़ का निवेश करते हुए 0.15 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीद ली। इसके बाद 15 जुलाई को गूगल ने 33,737 करोड़ के निवेश से 7.73 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीद ली।
ऑपरेटिंग सिस्टम बनाएगी जियो और गूगल
इन सभी निवेश के बाद आज अंबानी ने कहा कि गूगल और जियो ने एंट्री लेवल के 4G और 5G स्मार्टफोन्स के लिए ऑपरेटिंग सिस्टम बनाने के लिए हाथ मिलाया है। दोनों कंपनियां भारत को 2G मुक्त करने के लिए काम कर रही हैं।
पूरी तरह भारत में बना होगा 5G नेटवर्क- अंबानी
43वीं आमसभा में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये अंबानी ने बताया कि जियो ने 5G सॉल्यूशन विकसित कर लिया है जो भारत में विश्व स्तरीय 5G सेवाएं देगा। अंबानी ने कहा कि जियो 5G आत्मनिर्भर भारत के लिए एक उदाहरण पेश करेगी। इसकी सभी सेवाएं पूरी तरह देश में बनी होगी। उन्होंने कहा कि यह भारत में बनी सेवाओं के दुनिया में छा जाने का समय है। गौरतलब है देश में 4G के पीछे भी जियो का अहम योगदान है।