2019 के बाद पुरानी कारों की कीमतों में हुआ 50 फीसदी तक इजाफा- रिपोर्ट
पिछले कुछ सालों में नई कारों के साथ इस्तेमाल की हुई कारों की कीमतों में काफी वृद्धि देखी गई है। एक अध्ययन के मुताबिक, 2019 के बाद से पुरानी कारों की कीमतों में औसतन 47.7 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। साथ ही 4 साल पुराने मॉडल की तुलना में अब गाड़ियों का माइलेज भी ओडोमीटर पर 46 प्रतिशत मील तक बढ़ गया है। ऐसे में ग्राहकों को इन कारों को खरीदने के लिए ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ रहे हैं।
कितनी बढ़ी 4 सालों में पुरानी काराें की कीमत?
आईसीकार्स के एक अध्ययन से पता चलता है कि होंडा की सिविक और टोयोटा RAV4 जैसी लोकप्रिय इस्तेमाल की हुई कारें 2019 की तुलना में अब 41-46 प्रतिशत अधिक महंगी हो गई हैं। फोर्ड F-150, शेवरले सिल्वरडो और रैम 1500 जैसे गाड़ियों की कीमत में भी 30 से 50 प्रतिशत का इजाफा हुआ। इन 4 सालों में इस्तेमाल की गई कारों की औसत कीमत 23,351 डॉलर (करीब 19.14 लाख रुपये) से बढ़कर 34,491 डॉलर (28.28 लाख रुपये) हो गई है।
इस साल कुछ मॉडल्स की कीमतों में आई गिरावट
इस अध्ययन के दौरान एक करोड़ से अधिक 1 से 5 साल पुराने इस्तेमाल किए गए वाहनों का विश्लेषण किया गया है। हालांकि, यह भी पता चला है कि इस साल पुरानी कारों की कीमतों में गिरावट आई है। सितंबर, 2022 से मार्च, 2023 तक कीमतों में 4.7 प्रतिशत और सालाना आधार पर 8.7 प्रतिशत की कमी आई है। टेस्ला की मॉडल 3 और निसान, इनफिनिटी और लैंड रोवर की SUVs कीमत में 20 प्रतिशत की गिरावट आई है।