#NewsBytesExplainer: कितने प्रकार के होते हैं कार इंजन और ये कैसे काम करते हैं?
इंजन कार का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। यही कार की परफॉरमेंस और लंबी उम्र को भी निर्धारित करता है। आपने ध्यान दिया होगा कि भारतीय बाजार में उपलब्ध गाड़ियां नैचुरली एस्पिरेटेड, टर्बोचार्ज्ड, सुपरचार्ज्ड या हाइब्रिड इंजन के साथ आती हैं। आज हम आपके लिए भारतीय बाजार में अलग-अलग गाड़ियों में मिलने वाले इंजन के प्रकार के बारे में जानकारी लेकर हैं। आइये जानते हैं कि इंजन कितने प्रकार के होते हैं और ये कैसे काम करते हैं।
नैचुरली एस्पिरेटेड पेट्रोल इंजन
भारत में ज्यादातर नैचुरली एस्पिरेटेड पेट्रोल इंजन वाली गाड़ियां उपलब्ध हैं। ये चार स्ट्रोक वाला इंजन होता है। इनके जरिये पावर उत्पादन की प्रक्रिया चार चरणों में होती है। पहले स्ट्रोक में पिस्टन नीचे जाता है और चैंबर में ईंधन के साथ हवा भरती है। दूसरे स्ट्रोक में पिस्टन ऊपर आता है और तीसरे स्ट्रोक में स्पार्क प्लग की मदद से ईंधन और हवा जलने लगता है और पावर जनरेट होता है। चौथे स्ट्रोक में गैंसे निकलती हैं।
टर्बोचार्ज्ड पेट्रोल इंजन
जहां एक तरफ नैचुरली एस्पिरेटेड पेट्रोल इंजन वाली कारों में प्राकृतिक हवा इंजन में प्रवेश करती है। वहीं टर्बोचार्ज्ड पेट्रोल इंजन में उपयोग होने वाली टेक्नोलॉजी की मदद से इंजन में हवा का दबाव बढ़ाया जा सकता है। टर्बोचार्जर बहुत छोटे टर्बाइन होते हैं, जो एग्जॉस्ट और ताजी हवा द्वारा संचालित होते हैं। ये चैंबर में अधिक वायु को रोककर इंजन की शक्ति बढ़ाते हैं। हवा का दबाव अधिक होने से इंजन अधिक पावर जनरेट करता है।
सुपरचार्ज पेट्रोल इंजन
सुपरचार्ज पेट्रोल इंजन टर्बोचार्ज्ड इंजन से बेहतर होते हैं। ये अक्सर महंगी गाड़ियों में आते हैं और बेहतर परफॉरमेंस प्रदान करते हैं। सुपरचार्ज्ड इंजन में एयर इनटेक पॉइंट पर एक एयर कंप्रेसर (सुपरचार्जर) लगा होता है, जो सीधे एक बेल्ट/चेन के माध्यम से चलता है। सुपरचार्जर ताजी हवा इंजन में भेजता है। ये इंजन कम RPM पर अधिक पावर जनरेट करते हैं। हालांकि, अधिक पावर के कारण इनसे शोर भी अधिक होता है।
हाइब्रिड इंजन
हाइब्रिड कार में मिलने वाला हाइब्रिड इंजन दो तरह के इंजन से मिलकर बना होता है। इसमें सामान्य ईंधन वाला इंजन होता है और दूसरी बैटरी से चलने वाली इलेक्ट्रिक मोटर होती है। इस तरह इन कारों को एक समय पर पेट्रोल या डीजल से वहीं, दूसरे समय में इलेक्ट्रिक कार की तरह चलाया जा सकता है। भारत में अभी जो हाइब्रिड कारें मौजूद हैं, वो लिक्विड फ्यूल के तौर पर पेट्रोल का इस्तेमाल करती हैं।
किस इंजन के साथ होती है ईंधन की बचत?
भारत में नई कार खरीदने वाले ग्राहक माइलेज पर अधिक ध्यान देते हैं। अच्छे माइलेज वाली कार खरीदने की इच्छा रखने वाले लोगों को हाइब्रिड इंजन वाली कार लेनी चाहिए। ये साधारण इंजन के मुकाबले ईंधन की खपत कम करता है और अच्छा माइलेज देते हैं। हालांकि, इनमें पावर जनरेट कम होती है। वहीं छोटा सुपर चार्ज पेट्रोल इंजन कम ईंधन में ही बड़े नैचुरली एस्पिरेटेड पेट्रोल और टर्बोचार्ज्ड पेट्रोल इंजन के समान पावर जनरेट करता है।
परफॉर्मेंस के मामले में सुपर चार्ज पेट्रोल इंजन होते हैं बेहतर
परफॉर्मेंस की बात करें तो सुपरचार्ज पेट्रोल इंजन अन्य किसी भी साधारण इंजन के मुकाबले अधिक शक्तिशाली होते हैं। जैसा कि हमने ऊपर बताया है कि ये इंजन नैचुरली एस्पिरेटेड पेट्रोल इंजन और टर्बोचार्ज्ड पेट्रोल इंजन की तुलना में अधिक पावर जनरेट करते हैं और जो इंजन कार को अधिक पावर देगा वह हमेशा अन्य की अपेक्षा अच्छा परफॉर्म करेगा। पावर के साथ-साथ ये इंजन साधारण इंजन की तुलना में अधिक टॉर्क भी जनरेट करता है।
कौन-सा इंजन है अधिक विश्वसनीय?
इंजन की मजूबती और उसके विफल होने की संभावनाओं की बात करें तो नैचुरली एस्पिरेटेड पेट्रोल इंजन, टर्बोचार्ज्ड, हाइब्रिड या सुपरचार्ज पेट्रोल इंजन की तुलना में अधिक विश्वसनीय है। अन्य इंजन में कई तरह के पार्ट्स जुड़े होते हैं। किसी एक के भी खराब हो जाने पर उसके इंजन के विफल होने की संभावनाएं अधिक होती हैं। दूसरी ओर नैचुरली एस्पिरेटेड पेट्रोल इंजन में कम पार्ट्स जुड़े होते हैं, इसलिए इनके विफल होने की संभावनाएं कम होती है।
देश में किस मॉडल में इस्तेमाल होता है कौन-सा इंजन?
भारत में मारुति सुजुकी सबसे अधिक गाड़ियों की बिक्री करती है। वर्तमान में मारुति सबसे अधिक हाइब्रिड इंजन का इस्तेमाल कर रही है। मारुति स्विफ्ट, ब्रेजा अर्टिगा सहित कई मॉडलों में कंपनी हाइब्रिड इंजन का इस्तेमाल करती है। टाटा नेक्सन, निसान मैगनाइट और अल्ट्रोज में टर्बोचार्ज्ड पेट्रोल इंजन मिलता है। वहीं ऑडी A5 और जैगुआर F-टाइप में सुपरचार्ज पेट्रोल इंजन मिलता है। भारतीय बाजार में CNG किट के साथ आने वाली सभी गाड़ियों में नैचुरली एस्पिरेटेड इंजन मिलता है।