कार के इन पार्ट्स का समय-समय पर बदला जाना है बेहद जरूरी
कारें तो सालों-साल चलने के लिए बनाई जाती हैं, लेकिन एक कार की उम्र उसके रखरखाव से तय होती है। आप यह न सोचें की कार को महज अच्छे से चलाना ही काफी है। कार की सहज ड्राइविंग कंडीशन उसके पार्ट्स पर निर्भर करती है। वाहनों में कई ऐसे मूविंग पार्ट्स का प्रयोग होता है, जिनका समय-समय पर बदला जाना बेहद जरूरी होता है। यहां आपको इन्हीं पार्ट्स से जुड़ी जानकारी मिलेगी।
ऑयल और ऑयल फिल्टर
अपनी कार के इंजन ऑयल को तीन से छह महीने के अंतराल पर बदलते रहने की आवश्यकता होती है। यह इंजन के सुचारू कामकाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इससे इंजन को लुब्रिकेशन और कूलिंग मिलती है। इसके साथ-साथ ऑयल फिल्टर अशुद्धियों को छानकर इंजन के तेल को साफ करता रहता है। इसके खराब होने पर अशुद्ध तेल इंजन में चला जाए तो बड़ा नुकसान पहुंचता है। कार को फिट रखने के लिए फिल्टर और ऑयल दोनों को बदलते रहें।
वाइपर ब्लेड
विंडस्क्रीन वाइपर ब्लेड बरसात के दिनों में आपकी विंडस्क्रीन को साफ रखने का एक महत्वपूर्ण काम करते हैं। सुरक्षित ड्राइव के लिए सामने की दृश्यता सबसे महत्वपूर्ण होती है और वाइपर के ब्लेड्स इसमें आपकी मदद करते हैं। यूं तो इन ब्लेड्स की कोई निर्धारित सीमा नहीं होती, लेकिन पानी और धूप में रहने से सख्त हो जाते हैं और कुछ समय बाद अच्छे से काम नहीं करते हैं। आपको इनकी जांच करनी चाहिए और तुरंत बदल देना चाहिए।
एयर फिल्टर
कार का इंजन गंदगी, धूल, मलबे आदि से दूर रहकर काम करता रहता है, चाहे आप कार को कहीं भी ले जाएं। दरअसल कई तरह के फिल्टर इसे धूल से दूर रखने में मदद करते हैं, इनमें एयर फिल्टर सबसे महत्वपूर्ण है। यह इंजन में जाने वाली हवा को साफ रखता है। ऐसा करते हुए यह धूल से ढक जाता है और काम करना बंद कर देता है। इंजन को साफ हवा देने के लिए फिल्टर को बदला जाना चाहिए।
ब्रेक पैड्स
ब्रेक पैड्स कार में सबसे ज्यादा प्रयोग में आने वाली चीजों में से एक हैं। ब्रेक पैड्स का काम वाहन को रोकना होता है। इसके लिए वे खुद को डिस्क पर घिसते हैं। घिसने वाली चीज का खत्म होना स्वाभाविक है। वाहनों के ब्रेक पैड की कुछ अंतराल के बाद जांच कराने रहना चाहिए। इससे आपकी कार और आप दोनों बहुत बड़ी दुर्घटना के शिकार होने से बच जाएंगे।
टायर
टायर समय के साथ खराब हो जाते हैं। इसलिए इन्हें बदला जाना जरूरी होता है। आप अपने वाहन का इस्तेमाल करते हों या नहीं कार के टायर को इससे कोई ज्यादा फर्क नहीं पड़ता। टायर वाहन के खड़े रहने की स्थिति में अक्सर जल्दी खराब हो जाते हैं। वहीं वाहन के अधिक चलने पर भी घिस जाते हैं। ऐसे में टायरों का बदलना हर सूरत में जरूरी होता है। खराब टायर सढ़क पर वाहन की ग्रिप नहीं बनने देते।