टोयोटा गाड़ियों का उत्पादन बढ़ाने की बना रही योजना, लगा सकती है नया प्लांट
टोयोटा अपने गाड़ियों की बढ़ती मांग और लंबे वेटिंग पीरियड को देखते हुए भारत में अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ाने की योजना बना रही है। जापानी कंपनी ने कर्नाटक के बिदादी में स्थित दोनों प्लांट को पूरी क्षमता से चलाने के साथ उत्पादन क्षमता बढ़ाना शुरू कर दिया है। इसके साथ ही कंपनी देश में तीसरा प्लांट लगाने पर भी विचार कर रही है। कंपनी ने कहा है कि भारत में कोविड महामारी के बाद उसकी कारों की मांग बढ़ी है।
प्लांट में शुरू की थी तीसरी शिफ्ट
टोयोटा ने हाल ही में उत्पादन क्षमता को करीब 30 प्रतिशत बढ़ाने के लिए बिदादी प्लांट में तीसरी शिफ्ट शुरू की थी। इसके अलावा, बुनियादी ढांचे को उन्नत करने के लिए 90 करोड़ से अधिक का निवेश भी किया और 1,500 अतिरिक्त कर्मचारियों को नियुक्त की गई। टोयोटा भारत में किर्लोस्कर समूह के साथ संयुक्त रूप से काम करती है और कंपनी के कर्नाटक में 3.42 लाख यूनिट प्रति वर्ष क्षमता के 2 प्लांट हैं।
इन गाड़ियों का होता है प्लांट में उत्पादन
टोयोटा देश में फॉर्च्यूनर, फॉर्च्यूनर लेजेंडर, इनोवा क्रिस्टा, इनोवा हाईक्रॉस और रुमियन MPV, अर्बन क्रूजर हाईराइडर, कैमरी हाइब्रिड सेडान, हिलक्स पिकअप ट्रक और ग्लैंजा हैचबैक बेचती है। सभी 8 मॉडल उसके प्लांट में तैयार किए जाते हैं और एक हिस्से में मारुति सुजुकी ग्रैंड विटारा का भी निर्माण होता है। वाहन निर्माण का दबाव अधिक होने के कारण टोयोटा की कई गाड़ियों पर एक साल से अधिक का वेटिंग पीरियड है।