स्कोडा खास भारत के लिए ला सकती है एक छोटा इलेक्ट्रिक वाहन
देश में इलेक्ट्रिक वाहनों के बढ़ते बाजार को देखते हुए स्कोडा भारतीय कार बाजार में कई इलेक्ट्रिक वाहन पेश करने पर विचार कर रही है। इसी बीच स्कोडा ऑटो का भारतीय डिवीजन घरेलू बाजार में एक छोटा इलेक्ट्रिक वाहन लॉन्च करने पर विचार कर रही है और इसके लिए एक EV फैक्ट्री स्थापित करने की भी योजना है। गौरतलब है कि स्कोडा इंडिया पहले ही घोषणा कर चुकी है कि वह 2030 तक कई EVs लाएगी।
फॉक्सवैगन आर्किटेक्चर पर आधारित हो सकती है नई कार
स्कोडा ऑटो के CEO थॉमस शेफर ने बताया कि वह EV सेगमेंट पर भारत में विकास से प्रोत्साहित हैं। उन्होंने पुष्टि करते हुए कहा कि हमारे घरेलू बाजार के लिए एक छोटी इलेक्ट्रिक कार का उपयोग किया जा सकता है और यह फॉक्सवैगन समूह के आर्किटेक्चर पर आधारित होगी। दुनिया के कई क्षेत्र हैं, जिन्हें अधिक किफायती इलेक्ट्रिक वाहनों की आवश्यकता है, जिसमें भारत भी शामिल है। इसलिए स्कोडा इसके लिए नए प्लान बना रही है।
फॉक्सवैगन ID की तरह होने की है उम्मीद
अगर आगामी छोटे EV की बात करें तो यह फॉक्सवैगन ID पर आधारित हो सकती है। फॉक्सवैगन ID को पिछले साल म्यूनिख मोटर शो में पेश किया गया था। इसलिए छोटी EV को भी ID की तरह ही मॉड्यूलर इलेक्ट्रिक ड्राइव मैट्रिक्स (MEB) प्लेटफॉर्म पर बनाया जा सकता है। इसमें ढलान वाली छत, एक मस्कुलर बोनट, LED मैट्रिक्स हेडलाइट्स और एक बड़ा एयर डैम मिल सकता है। साथ ही किनारों पर ब्लैक-आउट बी-पिलर्स, ORVM और डिजाइनर व्हील्स हो सकते हैं।
एनाक SUV पर भी हो रहा है पायलट अध्ययन
यह भी ध्यान रखना जरूरी है कि वाहन निर्माता भारत में स्कोडा एनाक इलेक्ट्रिक SUV के लिए एक पायलट अध्ययन भी कर रही है। इसे एनाक iV नाम दिया जा सकता है। इसके आलवा ब्रांड का लक्ष्य निकट भविष्य में तीन और शून्य-उत्सर्जन वाहनों को जोड़ना है और उनमें से कुछ खास भारतीय बाजार की आवश्यकताओं के अनुरूप हो सकते हैं। इस तरह कंपनी को उम्मीद है कि वह फॉक्सवैगन समूह की विकास योजनाओं की एक अभिन्न अंग होगी।
CNG कारों की नहीं है योजना
CNG मॉडल के बारे में बात करते हुए हॉलिस ने कहा कि स्कोडा के पास फिलहाल कोई योजना नहीं है और इसका सबसे बड़ा कारण CNG कारों का बाजार के सबसे निचले छोर पर रहना है। इसके अलावा कंपनी का मानना है कि अपने मौजूदा CNG प्लेटफॉर्म, तकनीक और TSI इंजन के साथ स्कोडा भारतीय बाजार में प्रतिस्पर्धी नहीं हो सकती है। इस कारण स्कोडा CNG वाली गाड़ियों के बजाए इलेक्ट्रिक गाड़ियों पर ज्यादा ध्यान दे रही है।