मारुति सुजुकी ने उत्सर्जन और पेट्रोल-डीजल कटौती के लिए दिया सुझाव, जानिए क्या कहा
क्या है खबर?
मारुति सुजुकी के प्रबंध निदेशक और CEO हिसाशी टेकुची ने देश में कार्बन उत्सर्जन और तेल आयात में कटौती के लिए संपीड़ित बायोगैस (CBG) सहित सभी प्रौद्योगिकियों को प्रोत्साहित करने पर जोर दिया है।
भारत मंडपम में चल रहे भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो 2025 में सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (SIAM) की अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में उन्होंने इको-एनर्जी को बढ़ावा देने को कहा।
साथ ही जैव ईंधन से उत्सर्जन के सही कार्बन लेखांकन की सुविधा के लिए सरकार से समर्थन मांगा।
संभावना
ये ईंधन बन सकते हैं पेट्रोल-डीजल के विकल्प
टेकुची ने कहा, "भारत के समृद्ध कृषि और पशुधन संसाधनों के साथ इथेनॉल और CBG जैसे जैव ईंधन में अपार संभावनाएं हैं।"
कंपनी प्रमुख ने कहा कि वे उत्सर्जन को कम कर सकते हैं, ऊर्जा सुरक्षा में सुधार कर सकते हैं और ग्रामीण रोजगार पैदा कर सकते हैं।
उन्होंने बताया, "एक अध्ययन के अनुसार, एक दिन में 10 गायों के गोबर से बनी CBG से एक दिन कार चलाई जा सकती है और भारत में 30 करोड़ गायें हैं।"
फ्लेक्स-फ्यूल
उत्पादन के लिए तैयार हैं कई फ्लेक्स-फ्यूल वाहन
मारुति सुजुकी ने इस मौके पर बताया कि वर्तमान में उसके 115 CBG उत्पादन प्लांट संचालित हैं और कई अन्य पाइपलाइन में हैं।
कंपनी के CEO ने कहा, "संपीड़ित बायोगैस को आसानी से CNG के साथ मिश्रित किया जा सकता है। इसलिए, किसी अतिरिक्त बुनियादी ढांचे की आवश्यकता नहीं है।"
टेकुची ने कहा कि भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग ने भी इथेनॉल की दिशा में समान रूप से मजबूत प्रयास किया है। कई फ्लेक्स-फ्यूल मॉडल उत्पादन के लिए तैयार हैं।